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गलती से भी इस तरह न तोड़े Tulsi का पत्ता,हो जाएंगे बर्बाद !

कभी भी भगवान शंकर और गणेश जी को तुलसी का पत्ता नहीं चढ़ाना चाहिए...

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नई दिल्‍ली: सकारात्मकता और सेहत का अद्भुत संगम है पवित्र तुलसी का पौधा(Tulsi Plant)।

हिंदू धर्म में तो तुलसी(tulsi) का इतना महत्व है कि मृत व्यक्ति के मुंह में मरणोपरांत तुलसी का पत्ता डालना अनिवार्य होता है ताकि उसे मोक्ष मिल सकें।

तुलसी केवल पूजा-पाठ के लिहाज से ही नहीं बल्कि अपने औषधिय गुणों के कारण भी सर्वोत्तम पौधा है। यूं तो तुलसी के पौधे के रखरखाव के कई(tulsi-plant-care)नियम है।

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लेकिन मान्यता है कि घर के आंगन में या उत्तर और उत्तर पूर्व दिशा में तुलसी का पौधा लगाने से न केवल सारी नकारात्मकता दूर होती है बल्कि घर का वातावरण शांत,शुद्ध और सकारात्मक बना रहता है। घर में खुशहाली आती है।

तुलसी(Basil)के पौधे में प्रतिदिन जल देने से जीवन में खुशहाली और समृद्धि बनी रहती है। इतना ही नहीं, तुलसी के पत्तों से आपका इम्यूनिटी सिस्टम भी दुरुस्त रहता है। इसके पत्ते न केवल सेहत के लिहाज से बल्कि पूजा-पाठ और चरणामृत बनाने के लिए भी कारगर है।

इसलिए जरुरी है कि आप जानें तुलसी के पत्तों को तोड़ने का सही तरीका क्या और कब है। ताकि आपका सौभाग्य गलती से भी दुर्भाग्य में न बदल जाए:

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– सूर्यास्त के बाद कभी भी तुलसी का पत्ता नहीं तोड़ना चाहिए. मान्‍यता है कि माता तुलसी, देवी राधा का ही एक स्वरूप हैं और शाम के समय श्री राधारानी वन में श्री कृष्ण के साथ रास रचाने जाती हैं. ऐसे में शाम के समय तुलसी के पत्ते तोड़ने से रास में बाधा आती है।

ज्योतिष के मुताबिक रविवार के दिन तुलसी का पत्ता नहीं तोड़ना चाहिए और ना ही तुलसी के पौधे पर जल चढ़ाना चाहिए. इसके अलावा अमावस्या, चतुर्दशी और द्वादशी के दिन भी तुलसी का पत्ता तोड़ना अशुभ माना जाता है. इस दिन तुलसी का पत्ता तोड़ने से जीवन में आर्थिक मुश्किलें आ सकती हैं।

– इसके अलावा सूर्यग्रहण और चंद्रग्रहण में भी तुलसी के पत्तों को नहीं तोड़ना चाहिए।

– तुलसी के पौधे को बिना नहाए नहीं छूना चाहिए. इसके अलावा भगवान के प्रसाद के लिए तुलसी के पत्तों का इस्तेमाल करते समय ध्‍यान रखें कि पत्ते 11 दिन से ज्यादा पुराने न हों।

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– इसके अलावा तुलसी के पत्तों को कभी भी नाखून से नहीं तोड़ना चाहिए। बल्कि उंगली की पोर से तोड़ना चाहिए।

हो सके तो तोड़ने की बजाय गमले में पहले से टूटे हुए गिरे पत्तों को इस्तेमाल करना चाहिए।

– घर में कभी भी सूखा हुआ तुलसी का पौधा नहीं रखें, ऐसा अशुभ होता है। यदि सूख जाए तो पौधे को किसी पवित्र नदी में विसर्जित कर दें।

कभी भी भगवान शंकर और गणेश जी को तुलसी का पत्ता नहीं चढ़ाना चाहिए।

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