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21 जून 2020 सूर्यग्रहण : गर्भवती महिलाएं खबरदार, भूलकर भी न करें यह काम

सूर्यग्रहण है Confuse है..? क्या करें..? क्या न करें...? जानिए सभी सवालों के जवाब

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नई दिल्ली, (समयधारा) : हमारा भारत देश हमेशा से ग्रहों को अपने दैनिक जीवन में आने वाले प्रभाव से जुड़कर देखतें है l 

 इसमें सूर्यग्रहण और चंद्रग्रहण की अपनी अलग ही मान्यता है l 21 जून को वर्ष का पहला सूर्य ग्रहण है l

सूर्यग्रहण और चंद्रग्रहण के दौरान पूजन ध्यान करने के लिए कहा जाता है l 

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सूतक काल में कोई भी शुभ काम करना की मनाही है l यह अशुभ माना जाता है l

कई लोग अपने घरों से कहीं बाहर नहीं जाते हैं, और ग्रहण के अशुभ प्रभाव से बचने का प्रयास करने की कोशिश करते हैं l 

इस दौरान खाना खाने की तो विशेष मनाही होती है l कई लोग ग्रहण लगने से पहले ही खाना खा लेती है l 

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 माना जाता है कि खाद्य वस्तुएं ग्रहण की वजह से अपवित्र हो जाती हैं l इसलिय ऐसा लोग करते है l 

खासतौर पर अन्न के विषय में ऐसी मान्यता है l  वहीं प्रेग्नेंट महिलाओं को ग्रहण के वक्त भूख लगे तो वह फलाहार कर सकती हैं l 

पाना हो कई जन्मों का पुण्य, धन-धान्य, सुख-शांति तो करें ‘एकादशी व्रत’ 

कहा जाता हैं कि प्रेग्नेंट महिलाओं को ग्रहण के दौरान विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है l जैसे की.. 

  1. खाली आंखों से सूर्य ग्रहण को न देखें. ऐसा करने से सूर्य की हानिकारक किरणें आंखों को खराब कर सकती हैं l आंखों की रोशनी पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं l 
  2. गर्भवती महिलाओं को खास सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए ताकि मां के साथ ही होने वाला बच्चा भी ग्रहण के अशुभ प्रभाव से बचा रहे l 
  3. सूर्य ग्रहण के दौरान सोने की मनाही होती है,  लेकिन गर्भवती महिलाएं आराम कर सकती हैं l 
  4. प्रेग्नेंट महिला को ग्रहण के दौरान घर से  बाहर नहीं निकलना चाहिए इससे बच्चें पर ग्रहण का असर कम होता है l 
  5. ग्रहण के दौरान अगर नींद नहीं आ रही है तो सोए नहीं बल्कि अपने भगवान/आराध्य/गुरु  का ध्यान करें या अपना कोई मनपसंद काम करें l
  6. गर्भवती महिलाओं को ग्रहण से लिवर, स्किन और आंखों को बहुत अधिक नुकसान होता है l 
  7. गर्भ में पल रहे बच्चे को भी त्वचा से जुड़ी किसी तरह की परेशानी हो सकती हैl 21-june-2020 suryagrahan-date-time-sutak  solar-eclipse-2020
  8. ग्रहण के बाद गर्भवती महिलाओं को स्नान कर लेना चाहिए, इससे उनपर ग्रहण का असर कम हो जाता है l 
  9. भगवान अपने आराध्य के सामने धूप-दीप करें और कुछ एनर्जी देने वाली चीजें खाएं l 
  • ग्रहण का असर कम करने के लिए आप लोग सूर्यग्रहण को कभी भी नंगी आखों से न देखें l 
  • हो सकें तो ग्रहण के समय भोजन न करें l 
  • सूर्यग्रहण के बाद स्नान करें l 
  • उर्जा की प्राप्ति के लिए ग्रहण के बाद स्नान कर भगवान को याद करें उनकी पूजा करें और उनसे कहे की है भगवान हमारे परिवार पर हमारे दोस्तों सगे-संबंधियों पर ग्रहण का असर न होने दे l 

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सूर्यग्रहण का समय :  

भारतीय समयानुसार यह ग्रहण सुबह 9 बजकर 26 मीनट बजे से शुरू होकर 3 बजकर 28 मिनट तक प्रभावी रहेगा l (लगभग-6.02 घंटे) l 

सूतक का समय : 

21 जून को पड़ने जा रहे सूर्यग्रहण की खास बात यह है कि इस बार ग्रहण से 12 घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाएगा l 

यानि 20 दिसंबर की शाम से ही सूतक काल प्रभावी हो जाएगा, जोकि 21 जून सूर्यग्रहण ख़त्म होने तक जारी रहेगाl

21 जून को पड़ने वाले ग्रहण का सूतक काल 20 जून को रात 09:15 बजे सूतक काल लगेगा।

यह सूतक काल 21 जून को ग्रहण की समाप्ति पर खत्म होगा। 

वही बात करें देश की राजधानी दिल्ली की तो यहाँ ग्रहण की शुरुआत सुबह 10.20am पर होगी ग्रहण दोपहर करीब 12.02pm पर पूर्ण प्रभाव में रहेगा l

वही इसकी समाप्ति 1.49pm पर होगी l देश के कई राज्यों में ग्रहण का समय अलग-अलग होगा l

आप में से कई लोगों को यह पता नहीं होगा की सूर्यग्रहण क्या है l

आपकी जानकारी के लिए बता दे सूर्य और पृथ्वी के बीच में चंद्रमा के आ जाने की खगोलिया स्थिति से,

जब सूर्य का प्रकाश पृथ्वी पर नहीं पहुंच पाता है, तो इस स्थिति को ही सूर्य ग्रहण कहा जाता है l 

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Varsa

वर्षा कोठारी एक उभरती लेखिका है। पत्रकारिता जगत में कई ब्रैंड्स के साथ बतौर फ्रीलांसर काम किया है। अपने लेखन में रूचि के चलते समयधारा के साथ जुड़ी हुई है। वर्षा मुख्य रूप से मनोरंजन, हेल्थ और जरा हटके से संबंधित लेख लिखती है लेकिन साथ-साथ लेखन में प्रयोगात्मक चुनौतियां का सामना करने के लिए भी तत्पर रहती है।

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