एंटी करप्शन ब्रांच (ACB) ने PWD घोटाले में केजरीवाल के भांजे को गिरफ्तार किया, आप ने कहा- बदले की राजनीति
नई दिल्ली, 10 मई : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के भांजे विनय बंसल को कथित तौर पर पीडब्ल्यूडी घोटाले में एंटी करप्शन ब्रांच (एसीबी) ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। इसे लेकर आप ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और इसे ‘भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की बदले की राजनीति का हिस्सा’ बताया।
केजरीवाल के दिवंगत जीजा सुरेंद्र बंसल के बेटे विनय बंसल छह करोड़ रुपये के इस कथित घोटाले में शामिल कंपनी में साझेदार हैं।
विशेष पुलिस आयुक्त अरविंद दीप ने आईएएनएस को बताया, “हमने विनय बंसल को महादेव इंपैक्ट कंपनी को लेकर किए गए सवालों के संतोषजनक जवाब देने में विफल रहने के बाद पीतमपुरा आवास से उन्हें गिरफ्तार किया है।”
कंपनी ने लोक निर्माण विभाग की नालियों के निर्माण के लिए कच्चे माल की खरीद दिखाई थी।
एसीबी की अगुवाई कर रहे दीप ने कहा, “एसीबी ने आठ मई 2017 में प्राथमिकी दर्ज की थी। हमें एक शिकायत प्राप्त हुई कि एक कंपनी, रेनु कंस्ट्रक्शन कंपनी की ओर से सुरेन्द्र बंसल को 4.9 लाख रुपये की अनुमानित लागत पर 46 फीसदी से नीचे निविदा मिली है।”
उन्होंने कहा, “शिकायत में यह भी जिक्र किया गया कि उत्पादों की गुणवत्ता मानकों पर खरी नहीं उतरी थी। जांच के दौरान पाया गया कि लोहा और सीमेंट महादेव इंपैक्ट से खरीदे गए। बाद की जांच में पाया गया कि कंपनी महादेव इंपैक्ट का अस्तित्व ही नहीं है।”
दिल्ली के उप मुख्यमंत्री व आप नेता मनीष सिसोदिया ने मीडिया से कहा कि बीते तीन सालों से दिल्ली पुलिस व एसीबी का इस्तेमाल उप राज्यपाल व केंद्र सरकार द्वारा आप नेताओं को गिरफ्तार करने के लिए किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, “दिल्ली पुलिस सिर्फ एक योजना बना रही है : कैसे आम आदमी पार्टी के लोगों को परेशान करें।”
उन्होंने कहा कि बंसल दिल्ली सरकार के साथ केजरीवाल सरकार से पहले से परियोजनाएं कर रहे थे। मौजूदा मामला एक ऐसे ठेके का है जो उन्हें आप सरकार के सत्ता में आने से पहले मिला था।
सिसोदिया ने कहा, “यह आप विधायकों के गिरफ्तारी की श्रृंखला का हिस्सा है। इसका खुलासा अदालत में होगा।”
उन्होंने कहा, “अच्छी बात यह है कि देश में न्याय है और जब मामले अदालत में जाते हैं तो यह पुलिस के खिलाफ हो जाते हैं और पुलिस से पूछा जाता है कि आप ने ऐसा क्यों किया।”
मनीष सिसोदिया ने कहा कि परियोजना की शर्त के अनुसार आईआईटी रुड़की ने तीसरी पार्टी के तौर पर जांच की और रिपोर्ट जमा किया और पीडब्ल्यूडी ने भी कहा था कि कार्य अच्छी तरह से किया गया है।
सिसोदिया ने कहा, “शिकायत के बाद एसीबी ने एक अलग जांच श्री राम लैब में कराई, जिसमें कहा गया कि कार्य संतोषजनक है।”
आप के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने मामले में किसी तरह के भ्रष्टाचार को खारिज किया।
उन्होंने ट्वीट किया, “पीडब्ल्यूडी नाला निर्माण में दो तरीकों से भ्रष्टाचार हो सकता है। इसमें मुख्यमंत्री के संबंधी का पक्ष लेते हुए उसे निविदा दी जाए या अपूर्ण काम या मानक पूरा किए बगैर कार्य का भुगतना कर दिया जाए। इस मामले में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है।”
आप के बागी नेता कपिल मिश्रा ने एक व्हिसिलब्लोअर के खुलासे के बाद इस मुद्दे को मई 2017 में उठाया था।
मिश्रा ने जिस दिन मुद्दा उठाया और शिकायत दर्ज कराई, उसी दिन सुरेंद्र बंसल की मौत हो गई। बंसल पीडब्लूडी के लिए कई सालों से काम करने वाली कंपनी चला रहे थे।
–आईएएनएस