breaking_newsHome sliderबॉलिवुड-हॉलिवुडमनोरंजन

शर्मनाक! दलेर मेहंदी को इस संगीन अपराध में मिली दो साल की सजा,जमानत मंजूर

चंडीगढ़, 16 मार्च : दलेर मेहंदी को मानव तस्करी में दो साल की सजा

पटियाला की एक अदालत ने शुक्रवार को पंजाबी पॉप गायक दलेर मेहंदी को एक 15 साल पुराने मानव तस्करी मामले में दोषी करार दिया। उन्हें दो साल जेल की सजा सुनाई गई लेकिन बाद में उन्हें जमानत दे दी गई। पुलिस ने दलेर, उनके भाई शमशेर सिंह (जिनकी पिछले साल अक्टूवर में मौत हो गई) और दो अन्य के खिलाफ विदेश भेजने के बहाने लोगों से एक करोड़ रुपये ठगने का मामला दर्ज किया था। 

शिकायतकर्ता बख्शीश सिंह ने आरोप लगाया था कि न तो डील पूरी की गई और न ही आरोपियों ने उनका पैसा वापस किया।

पटियाला में साल 2003 में यह मामला दर्ज किया गया था। इस मामले में दलेर को गिरफ्तार किया गया था। कुछ दिनों बाद उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया था। 

दलेर ने शुक्रवार को मीडिया से कहा कि वह निर्दोष हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें जमानत मिल गई है और वह पटियाला की अदालत के फैसले के खिलाफ ऊपरी अदालत में जाएंगे।

इससे पहले पुलिस ने अदालत के समक्ष दो बार याचिका दायर कर कहा था कि दलेर ने कोई धोखाधड़ी नहीं की है और इस कारण इस मामले से उनका संबंध नहीं है। 

अक्टूबर 2003 में पुलिस ने दलेर को उनके भाई शमशेर के साथ गिरफ्तार किया था। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि दोनों भाइयों ने अपने संगीत दल के साथ उसे विदेश ले जाने और किसी पश्चिमी देश में बस जाने की व्यवस्था करने के एवज में बड़ी रकम ऐंठी थी।

जांच के बाद पुलिस अधिकारियों ने कहा था कि गायक और अन्य प्रस्तुतिकर्ता एक गिरोह के चंगुल में फंस गए थे जो पंजाब के युवाओं को अपने संगीत दल में शामिल कर अवैध रूप से पश्चिमी देशों में भेजता था। इसके लिए प्रत्येक युवक से 20-20 लाख रुपये वसूले गए थे।

लेकिन, जब पुलिस ने कहना शुरू किया कि दलेर का इस मामले से संबंध नहीं है तो शिकायकर्ता ने एक बार फिर अदालत की शरण ली और उन्हें बरी किए जाने का विरोध किया। उन्होंने कहा कि दोनों भाइयों ने उन्हें ठगा है।

साल 2003 में दलेर की गिरफ्तारी तब विवाद में आ गई थी जब कुछ पुलिस अधिकारियों ने उन्हें कपड़े उतारने के लिए कहा था। जमानत पर रिहा होने से पहले उन्होंने कुछ दिन जेल में गुजारे थे।

उनके छोटे भाई गायक मीका सितंबर 2003 में उनके समर्पण के समय उनके साथ थे। मीका को उस वक्त वापस लौटना पड़ा था जब उनकी गाड़ी को पुलिस स्टेशन के पास कुछ आक्रोशित लोगों ने घेर लिया था।

–आईएएनएस

Show More

Sonal

सोनल कोठारी एक उभरती हुई जुझारू लेखिका है l विभिन्न विषयों पर अपनी कलम की लेखनी से पाठकों को सटीक जानकारी देना उनका उद्देश्य है l समयधारा के साथ सोनल कोठारी ने अपना लेखन सफ़र शुरू किया है l विभिन्न मीडिया हाउस के साथ सोनल कोठारी का वर्क एक्सपीरियंस 5 साल से ज्यादा का है l

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button