क्या कहा! चश्मे में लगेगा लोहे जैसा मजबूत कांच

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चश्मे में लगा कांच अक्सर उन लोगों के लिए मुसीबत बन जाता है जो चश्मा पहनते हैं। इसलिए आज हम आपको एक ऐसी खबर के बारे में बता रहे हैं जिसे पढ़कर आपकी सारी मुसीबतें दूर हो सकती हैं।। बोस्टन में मौजूद हार्वर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा तैयार किए गए धातु की दृश्यता अन्य साधारण कांच की तुलना में ज्यादा साफ है। इसलिए इसे भविष्य के कांच के रूप में इस्तेमाल करने के लिए परीक्षण किए जा रहे हैं। इस धातु को बेहद ही खास तकनीक का इस्तेमाल करके बनाया गया है, जिससे वह धातु प्रकाश को विधि पूर्वक फोकस करने में सक्षम है। ऐसे में ऑब्जेक्ट किसी भी कठिन परिस्थिति में धुंधला नहीं पड़ता है और साधारण कांच की तुलना में ऑब्जेक्ट  ज्यादा साफ दिखाता है। हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर फेडरिको कैप्साओ के मुताबिक इस लेंस को न सिर्फ चश्मे बल्कि कैमरा और फोन में भी इस्तेमाल किया जा सकेगा।

गूगल ग्लास की तरह ही यह मिनी फोकस ग्लास है जो ड्राइवरों की मदद के लिए तैयार किया गया है। यह ग्लास यूजर के लिए जीपीएस की तरह काम करता है। साथ ही कार को पार्किंग में भी खड़ा करने में मदद करता है। इस ग्लास के वर्ष 2015 में संघाई मोटर्स शो में उतारा गया था। इस चश्मे को पहनने के बाद आपको न सिर्फ कार के सामने का दृश्य साफ दिखेगा बल्कि कार की स्पीड और गंतव्य स्थान तक तक पहुंचने में मदद करते हुए वर्चुअल चिह्न भी देखे जा सकेंगे। इस ग्लास को मोबाइल प्रोसेसर बनाने वाली कंपनी क्वालकॉम तैयार कर रही है। इस पर यूजर के फोन पर आने वाले मैसेज और काल करने वाले यूजर का नाम भी पता किया जा सकता है।

सालों-साल चलेगा चश्मा

खिड़कियों या दरवाजों के अंदर लगे शीशा अगर पारदर्शी होते हैं तो उस पर आपको पर्दे लगाने होते हैं ताकि जरूरत पढ़ने पर कोई बाहरी व्यक्ति अंदर तांक-झांक न कर सके। इस समस्या का हल आयरलैंड की कंपनी स्विचेबल स्मार्ट ग्लासेस ने खोज निकाला है। कंपनी ने खास तरह के शीशों का निर्माण किया है जो मात्र एक बटन से अपना रंग-रूप बदलने में सक्षम है। मिसाल के तौर पर अगर आप अपने दरवाजे के शीशे को अपारदर्शी बनाना चाहते हैं तो मात्र एक बटन दबाने से वह शीशा अपनी पारदर्शिता खो देगा। साथ ही आप इसे आइने की तरह भी इस्तेमाल कर सकते हैं। कंपनी के मुताबिक यह सब कुछ एक बटन को दबाकर किया जा सकता है। इसके लिए शीशे को खास प्रकार के रसायन को मिलाकर तैयार किया गया है जो बल्ब के रंग बदलने के साथ काम करते हैं।

खुद-ब-खुद ठीक होगा

फ्रांस के वैज्ञानिकों ने एक भविष्य के स्मार्टफोन का प्रारूप तैयार किया है जिसका कांच टूटने या चटकने पर वह खुद-ब-खुद ठीक हो जाएगा। चारों तरफ से खास प्रकार के शीशे से ढका हुआ यह फोन गिरने या अन्य वजह से अगर टूटता है तो इसके अंदर एक वाइब्रेशन पैदा होती है। यह वाइब्रेशन गरमी पैदा करती है जिससे शीशा हल्का सा पिघलता है और वह फोन खुद-ब-खुद जुड़ जाता है। जानकारी के मुताबिक कंपनी ने किसी खास तकनीक का प्रयोग किया है जिसकी वजह से फोन के अंदर के हार्डवेयर पार्ट्स आसानी से खराब नहीं होंगे। इस फोन के अंदर की बॉडी ठोस एल्युमिनियम से तैयार की गई है। एलो नाम के इस फोन में कंपनी ने वॉयस कंट्रोल और फेस डिटेक्शन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया है। इसमें वह सभी फीचर शामिल होंगे जो एक साधारण स्मार्टफोन में होते हैं। एलो स्मार्टफोन में बेहतरीन वॉयस तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा।

समयधारा डेस्क