Breaking: Rajasthan Ashok Gehlot government shows majority in front of media today
जयपुर: राजस्थान की राजनीतिक जंग उस समय और भी दिलचस्प हो गई जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने अपनी सरकार का बहुमत साबित करने के लिए विधायकों का शक्ति प्रदर्शन आज मीडिया के समक्ष किया।
दरअसल, अशोक गहलोत सरकार (Ashok Gehlot government) ने अपने विधायकों को आवास पर बुलाकर मीडिया के समक्ष शक्ति प्रदर्शन किया है और बहुमत (shows majority) का दावा किया है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज अपने निवास पर विधायक दल की बैठक बुलाई और इसमें 102 विधायकों का मीडिया के सामने समर्थन दिखाया (Breaking: Rajasthan Ashok Gehlot government shows majority in front of media today) गया
जबकि गहलोत सरकार का दावा है कि उन्हें कुल 109विधायकों का समर्थन है।
दूसरे शब्दों में कहें, तो आज राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधायकों का शक्ति प्रदर्शन करके साबित कर दिया है कि फिलहाल उनकी सरकार अल्पमत में नहीं बल्कि बहुमत में है।
मीडिया के समक्ष अशोक गहलोत ने विधायकों सहित जीत का विक्टरी साइन भी दिखाया।
Breaking: Rajasthan Ashok Gehlot government shows majority in front of media today
इससे पहले क्या-क्या हुआ जानें:
Breaking: Rajasthan Ashok Gehlot government shows majority in front of media today
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला (Randeep Singh Surjewala) ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि सचिन पायलट न सिर्फ राजस्थान के उपमुख्यमंत्री है बल्कि प्रदेश कमेटी के अध्यक्ष भी है। उनके लिए कांग्रेस के दरवाजे हमेशा खुले है।
उनका जो भी मतभेद है वह कांग्रेस विधायक दल की बैठक में आएं और पार्टी आलाकमान सोनिया गांधी जी और राहुल गांधी जी के पास आकर खुलकर अपने मतभेद बताएं।
Congress doors open for everyone including Sachin Pilot:Randeep Singh Surjewala
सुरजेवाला ने कहा कि श्री अजय माकन जी, मैनें और आनंद पांडे जी ने राजस्थान प्रदेश कमेटी के विधायक साथियों के साथ राजस्थान की स्थिति पर चर्चा की है।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस कमेटी की ओर से श्री सचिन पायलट (Sachin Pilot) सहित, राजस्थान कांग्रेस के सभी विधायकों, मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों व पूर्व मंत्रियों से भी अपील करते है कि वह पार्टी विधायक दल की बैठक में आएं और जो भी उनके मतभेद है उन्हें खुलकर बताएं।
परिवार में जो नाराज़ होते होते है वह परिवार को गिराता नहीं है। उनसे रुष्ट होकर जाता है तो चाचा-ताऊ या परिवार के अन्य सदस्यों के साथ बातचीत करके परिवार की बात सुलझाई जाती है।
ताकि कांग्रेस की सरकार मजबूत हो और राजस्थान की प्रगति के प्रति भागीदार हो।
कांग्रेस आलाकमान ने कई बार सचिन पायलट जी से बात की। 48 से 72 घंटे में कई बार सचिन पायलट से बात की गई। कांग्रेस की चुनी सरकार राजस्थान की जनता के लिए है।
अगर कोई मतभेद है तो कांग्रेस आलाकमान के दरवाजे हमेशा सचिन पायलट सहित सभी विधायकों के लिए खुले है लेकिन व्यक्तिगत प्रतिस्पर्धा के चलते कांग्रेस की सरकार को अस्थिर करना और राजस्थान की जनता ने जो भरोसा कांग्रेस पर दिखाया है उसके विरुद्ध करना अनुचित है।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि BJP के तीन अग्रिम विभाग- इनकम टैक्स, ईडी और सीबीआई है। जब भी प्रजातंत्र की हत्या भाजपा को करनी होती है तब ये तीनों विभाग सक्रिय हो जाते है।
राजस्थान की सरकार को अस्थिर करने और जब भी लोकतंत्र की हत्या करनी होती है तो भाजपा (BJP)अंत में इन तीनों का उपयोग करती है।
भाजपा लोकतंत्र की मंडी में कितनी ही खरीद फरोख्त करें राजस्थान की धरती बिकाऊ नहीं है।
हालांकि आजतक की ओर से दावा किया गया है कि सचिन पायलट राजस्थान विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं हो रहे।
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इससे पूर्व,
गौरतलब है कि राजस्थान के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने बगावती तेवर दिखा दिए है। उन्होंने एलान भी किया है कि राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार अल्पमत में है चूंकि उन्हें (सचिन को) 30 विधायकों का समर्थन प्राप्त है।
लेकिन अभी राजस्थान सीएम आवास पर चल रही बैठक में सचिन पायलट (Sachin Pilot) के कई करीबियों सहित कुल 90 -99 विधायक अशोक गहलोत के घर पहुंच चुके है।
इससे सभी को उम्मीद है कि राजस्थान सरकार बच जाएंगी। हालांकि अभी विधायक दल की बैठक चल ही रही है।
अशोक गहलोत सरकार से बगावत करके सचिन पायलट कल दिल्ली पहुंचे थे। इसी के बाद से आशंका जताई जा रही है कि राजस्थान में सरकार गिर सकती है और सूत्रों ने दावा भी किया था कि सचिन पायलट अपने समर्थकों सहित BJP ज्वाइंन कर सकते है।
इसी के बाद से सियासी अटकलों का दौर तेज हो गया था। लेकिन अब इन सभी अटकलों पर विराम लगाते हुए सचिन पायलट ने खुद स्पष्ट कर दिया है कि वह बीजेपी में शामिल नहीं (Rajasthan political war: Sachin Pilot says-will not join BJP) होंगे।
हालांकि कांग्रेस के पीएल पुनिया ने आरोप लगाया है कि सचिन पायलट बीजेपी में जा चुके है और कांग्रेस से उनका निकाला जाना तय है।
दूसरी ओर, कांग्रेस आलाकमान अशोक गहलोत से नाराज है क्योंकि विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले में सचिन पायलट को पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया गया है।
वहीं सचिन पायलट ने भी संकेत दिए हैं कि वह बीजेपी में नहीं जाएंगे लेकिन अपनी नई पार्टी जरूर बना सकते हैं।
दरअसल, सचिन पायलट पूछताछ का नोटिस जारी होने से नाराज हैं।
हालांकि कांग्रेस के विधायक ने दावा किया है कि अमित शाह की ओर से उन्हेें पैसों का लालच दिया गया है लेकिन वह बिके नहीं।
कांग्रेस विधायक ने कहा है कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार बच जाएंगी और उनके पास सौ के करीब विधायकों का समर्थन है।
इसी बीच कांग्रेस दफ्तर से सचिन पायलट के पोस्टर और बैनर भी हटा दिए गए है।
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