किसानों का कर्ज माफ करने से वह आगे भी कर्ज नहीं चुकाएंगे, अनुशासन बिगड़ेगा : आरबीआई

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मुंबई, 24 मार्च : भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के उप-गर्वनर एस. एस. मुंद्रा ने गुरुवार को भारतीय स्टेट बैंक की प्रमुख अरुंधती भट्टाचार्य के विचारों का समर्थन करते हुए, किसानों को कर्ज छूट देने को लेकर चिंता जताई और कहा कि इससे क्रेडिट अनुशासन बिगड़ेगा। मुंद्रा ने यहां बंधन बैंक की शाखा के उद्घाटन के अवसर पर संवाददाताओं से कहा, “आरबीआई का विचार है कि किसानों के कर्ज को माफ करने से क्रेडिट अनुशासन बिगड़ेगा।”

चारों तरफ से किसानों के कर्ज को माफ करने की हो रही मांग का भट्टाचार्य ने विरोध किया था, जिसके बाद कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने मुंबई में आरबीआई के दफ्तर के बाहर इसके विरोध में प्रदर्शन किया था।

भट्टाचार्य ने भी यही दलील दी थी कि किसानों को कर्ज छूट देने से क्रेडिट अनुशासन बिगड़ेगा और वे भविष्य में भी ऐसी छूट की आस रखेंगे और यहां तक कि आगे भी कर्ज नहीं चुकाएंगे।

वहीं, बड़ी कंपनियों द्वारा लिए गए और मोटी रकम के रूप में फंसे कर्जो की समस्या (एनपीए) को लेकर मुंद्रा ने कहा कि इसके समाधान पर चर्चा जारी है।

उन्होंने कहा, “बैंक को समय-समय पर कई समाधान प्रक्रिया मुहैया कराए जाते हैं। अलग-अलग मामलों में अलग-अलग उपकरणों के उपयोग की जरूरत होती हैं।”

उन्होंने आगे कहा, “दबाव झेल रही कंपनियों का मूल्यांकन पारदर्शी तरीके से होना चाहिए।”

–आईएएनएस

Dharmesh Jain

धर्मेश जैन www.samaydhara.com के को-फाउंडर और बिजनेस हेड है। लेखन के प्रति गहन जुनून के चलते उन्होंने समयधारा की नींव रखने में सहायक भूमिका अदा की है। एक और बिजनेसमैन और दूसरी ओर लेखक व कवि का अदम्य मिश्रण धर्मेश जैन के व्यक्तित्व की पहचान है।