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कारोबारी साल के अंत में मार्केट नीचे,सेंसेक्स 27 अंक नीचे

मुंबई, 31 मार्च: शेयर बाजार में तीन दिनों की तेजी के बाद वित्तवर्ष 2017-18 के अंतिम दिन यानी शुक्रवार को गिरावट दर्ज की गई। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 26.92 अंकों की गिरावट के साथ 29,620.50 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी बिना किसी बदलाव के 9,173.75 पर बंद हुआ। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 13.51 अंकों की गिरावट के साथ 29633.91 पर खुला और 26.92 अंकों या 0.09 फीसदी की गिरावट के साथ 29,620.50 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में सेंसेक्स ने 29687.64 के ऊपरी और 29552.61के निचले स्तर को छुआ।

सेंसेक्स के 30 में से 14 शेयरों में तेजी रही। रिलायंस (3.93 फीसदी), एनटीपीसी (1.59 फीसदी), लार्सन एंड टुब्रो (1.28 फीसदी), मारुति (1.18 फीसदी) और टाटा स्टील (0.94 फीसदी) में सर्वाधिक मजबूती रही।

वहीं, सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे – एक्सिस बैंक (1.65 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (1.53 फीसदी), एचडीएफसी बैंक (1.47 फीसदी), एचडीएफसी (1.22 फीसदी) और हिंदुस्तान यूनीलिवर (1.03 फीसदी)।

जबकि, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी बिना किसी बदलाव के 9,173.75 बंद हुआ।

बीएसई के 19 सेक्टरों में से 12 सेक्टरों में मजबूती दर्ज की गई। सर्वाधिक बढ़त वाले सेक्टरों में प्रमुख रहे : ऊर्जा (2.52 फीसदी), तेल एवं गैस (1.85 फीसदी), धातु (1.13 फीसदी), उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुएं (1.05 फीसदी) और पूंजीगत वस्तुएं (0.98 फीसदी)।

वहीं, बीएसई के जिन सेक्टरों में गिरावट रही, उनमें प्रमुख रहे – दूरसंचार (0.92 फीसदी), बैंकिंग (0.73 फीसदी), रियल्टी (0.53 फीसदी) वित्त (0.52 फीसदी) और तेज खपत उपभोक्ता वस्तुएं (0.36 फीसदी)।

बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में हालांकि मजबूती का रुख रहा। बीएसई का मिडकैप सूचकांक 111.13 अंकों की बढ़त के साथ 14096.65 पर और स्मॉलकैप 102.61 अंकों की बढ़त के साथ 14433.86 पर बंद हुआ।

बीएसई में कारोबार का रुझान सकारात्मक रहा। कुल 1,625 शेयरों में तेजी और 1,118 में गिरावट रही, जबकि 230 शेयरों के भाव में कोई बदलाव नहीं हुआ। 

–आईएएनएस

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Dharmesh Jain

धर्मेश जैन www.samaydhara.com के को-फाउंडर और बिजनेस हेड है। लेखन के प्रति गहन जुनून के चलते उन्होंने समयधारा की नींव रखने में सहायक भूमिका अदा की है। एक और बिजनेसमैन और दूसरी ओर लेखक व कवि का अदम्य मिश्रण धर्मेश जैन के व्यक्तित्व की पहचान है।

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