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मुंबई (समयधारा) : भारत के सबसे बड़े त्यौहार में से एक गणेशोत्सव की शुरुआत आज हो गयी l
हर बार की तरह इस बार गणेश उत्सव में वह भव्यता का नजारा नहीं दिखेगा l कोरोना का असर गणेशोत्सव पर साफ़ नजर आ रहा है l
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई व महाराष्ट्र का सबसे बड़ा उत्सव यानी गणेश उत्सव का आज 22 अगस्त शनिवार से आगाज हो गया है।
कोरोना काल की वजह से ये उत्सव हर साल की तरह उतना भव्य नहीं होने वाला है।
1 सितंबर को गणेश विसर्जन किया जाना है। इस बार गणपति के लिए कई राज्य सरकारों ने गाइडलाइंस जारी की है कि,
जिसमें बताया गया है कि किस तरह से गणपति उत्सव मनाया जाना है। मुंबई के लिए गणेश उत्सव की गाइडलाइंस
- गणपति पंडाल में इस बार 4 फीट से अधिक बड़ी गणेश जी की मूर्ति नहीं स्थापित की जा सकती। जबकि घरों के 2 फीट की होनी चाहिए। इसके साथ मूर्ति ईको-फ्रैंडली (पर्यावरण के अनुकूल) होनी चाहिए।
- BMC ने लोगों को सलाह दी है कि घर पर मेटल या मार्बल (metal or marble) की मूर्ति रखें।
- गणपति लाने और विसर्जन के दौरान जुलूस पर पांबदी है। हर दिन की आरती के लिए भीड़ को अनुमति नहीं है। जुलूस में केवल में 5 लोग ही शामिल हो सकते हैं।
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- सभी लोगों को सेफ्टी प्रोटोकॉल फॉलो करने के लिए कहा गया है। जिसमें मास्क, हाथों को सैनिटाइज करना और सोशल डिस्टेसिंग का पालन करना है।
- घर पर स्थापित मिट्टी से बनी गणेश मूर्तियों का विसर्जन घर पर ही या नजदीकी आर्टिफीशियल तालाब में करना होगा।
वही पुणे के लिए भी राज्य सरकार ने अलग गाइडलाइंस जारी की है l
- जिन जगहों पर बाजार बंद किए गए हैं, वहां मूर्ति बेचने पर पाबंदी लगाई गई है। खुली जगहों पर ही मूर्तियां बेचने की मंजूरी दी गई है।
- गणपति के आगमन और विसर्जन के दौरान जुलूस पर पाबंदी लगाई गई है। आरती के दौरान ध्वनि प्रदूषण न करने के लिए कहा गया है।
- किसी भी समय 5 से अधिक लोग नहीं मौजूद होना चाहिए।
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- सभी लोगों को आरोग्य सेतु ऐप (Aarogya Setu app) का इस्तेमाल करना चाहिए। सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाए होना चाहिए।
- गणपति पंडाल की खास सजावट पर पाबंदी लगाई गई है। भक्तों को गणपति के दर्शन के लिए ई-दर्शन (e-darshan) या ऑनलाइन दर्शन (online darshan) बढ़ावा दिया जाएगा।
राजधानी दिल्ली के लिए गाइडलाइंस जारी की गयी है l
- दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण कमेटी (Delhi Pollution Control Committee) बड़े पंडालों पर पाबंदी लगा दी है।
- सार्वजनिक स्थानों पर गणेश प्रतिमाओं की स्थापना पर रोक लगाई गई है। नियमों को उल्लंघन करने पर 50000 रुपये जुर्माना लगेगा।
- यमुना, किसी जलाशय, सार्वजनिक स्थल, तालाब या घाट पर प्रतिमा विसर्जन की अनुमति नहीं है।
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- असामाजिक तत्वों और अफवाह फैलानों वालों पर पुलिस कड़ी नजर रखेगी।
- सभी को मास्क, सैनिटाइजर का इस्तेमाल करने क सलाह दी गई है।
गोवा के लिए गाइडलाइंस - गोवा सरकार ने पंडालों को गणेश उत्सव को डेढ़ दिन के लिए मनाए जाने के निर्देश दिए गए हैं। यानी दूसरे दिन दोपहर में विसर्जन कर दिया जाता है।
- किसी भी समय, गणेश पंडाल या जुलूस में 10 से अधिक भक्तों को शामिल होने की अनुमति नहीं दी गई है।
- पटाखों पर पाबंदी लगाई है। साथ ही सार्वजनिक जुलूस की अनुमति नहीं दी गई है।
- कंटेनमेंट जोन में किसी भी हालत में गणेश उत्सव नहीं मनाया जाएगा।
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विसर्जन में केवल परिवार के 2 सदस्य ही रहेंगे।
विसर्जन शआम 5 बजे से रात 10 बजे तक किया जाएगा। इसके बाद भीड़ की अनुमति नहीं है।
तेलंगाना सरकार की गाइडलाइंस
- तेलंगाना में लोगों को घर पर ही गणेशोत्सव मनाने की सलाह दी गई है। सार्वजनिक स्थानों पर उत्सव की अनुमति नहीं है।
- हैदराबाद मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी (Hyderabad Metropolitan Development Authority) भक्तों के बीच 80,000 मिट्टी की मूर्तियों की खरीद और वितरण करने का काम करेगा।
- सुरक्षा के मकसद से सरकार ने जुलूस, सांस्कतिक कार्यक्रम और मूर्ति विसर्जन सख्त रोक लगाई गई है।
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Ganesh Chaturthi 2020: गणपति आला रे…हाथ में सैनिटाइज़र डाला रे…