80,00,00,00,00,000 के कर्ज में डूबा है ‘AIR INDIA’ बेचना जरुरी
80 हजार करोड़ का कर्ज, नहीं है इस कर्ज का मर्ज, बेचने के अलावा कोई दूसरा नहीं है विकल्प
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नई दिल्ली (समयधारा) : देश की सबसे बड़ी सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया(AIR INDIA) की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही l
एयर इंडिया को कोई भी खरीदार नहीं मिल रहा l
नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री (state minister of civil aviation) हरदीप सिंह पुरी ने कहा है कि,
सरकारी एयरलाइन Air India 80 हजार करोड़ के कर्ज में डूबी हुई है,
ऐसे में सरकार पास बस एक ही विकल्प बचता है कि एयरलाइन का निजीकरण किया जाए।
पुरी ने गुरुवार को एयरलाइन 13 कर्मचारी संगठनों के साथ एक मीटिंग की थी, जिसके बाद उन्होंने यह बात कही।
हालांकि जानकारी है कि संगठनों ने एयर इंडिया के निजीकरण का विरोध किया है,
और कहा कि अगर सरकार समर्थन दे तो कर्मचारी एयर इंडिया को चलाने में सक्षम हैं।
पुरी ने मीटिंग के बाद एक ट्वीट कर कहा कि उन्होंने संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा की है
और वो अगले 10 दिनों में दोनों पक्षों के बीच एक और बैठक होगी।
प्रतिनिधि ने मीटिंग के बाद न्यूज एजेंसी PTI से कहा- मंत्री ने कहा कि एयर इंडिया के ऊपर 80 हजार करोड़ रुपए के कर्ज का बोझ है
और किसी भी एक्सपर्ट के पास इसका समाधान नहीं है। ऐसी स्थिति में सरकार के सामने निजीकरण का ही एक विकल्प बचता है।
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(इनपुट एजेंसी से)