रॉय की आत्महत्या ने पुलिस समुदाय के स्तब्ध कर दिया है।
रॉय ने मुंबई के प्रतिष्ठित सेंट जेवियर्स कॉलेज से पढ़ाई की और एक चार्टड एकाउंटेंट बने। उन्होंने यूपीएससी परीक्षा पास की और 1988 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी बने। इस परीक्षा की तैयारी के दौरान उनकी मुलाकात भावना से हुई जो बाद में उनकी पत्नी बनीं। भावना भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी (आईएएस) बनीं लेकिन उन्होंने नौकरी छोड़ दी और महाराष्ट्र में स्वंयसेवी संस्थाओं के जरिए सामाजिक कार्य में लग गईं।
रॉय ने अपना पुलिस करियर नासिक (ग्रामीण) व अहमदनगर पुलिस अधीक्षक के तौर पर शुरू किया। वह मुबंई के आर्थिक अपराध शाखा के प्रमुख रहे और साइबर क्राइम सेल का नेतृत्व किया।
पूर्व संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) और आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) के प्रमुख के रूप में रॉय को कई सनसनीखेज अपराधों में जांच को निर्देशित करने का श्रेय जाता है।
इनमें पत्रकार जे.डे की हत्या के अलावा आईपीएल मैच फिक्सिंग व 2013 के सट्टेबाजी घोटाले शामिल रहे जिनमें कई शीर्ष क्रिकेटर व बॉलीवुड अभिनेता बिंदू दारा सिंह आरोपियों में शामिल थे।
–आईएएनएस