इश्क शायरी : इश्क़ जब इबादत बन जाता है तो खुदा खुद हमारे इश्क़ की

हिफाज़त करने लगता है वरना रुह में भी दाग़ आ जाता है जब दिलों में दिमाग़ आ जाता है...

ishq-shayaris indian-shayri sayaris trending-shayari-mohabbat-shayari-love-shayari

इश्क़ जब इबादत बन जाता है
तो खुदा खुद हमारे इश्क़ की
हिफाज़त करने लगता है
वरना रुह में भी दाग़ आ जाता है
जब दिलों में दिमाग़ आ जाता है

=================

‘अभी गुमनाम हूं तो रिश्ता तोड़ लिया है मुझसे

ग़र कल को मशहूर हो गया तो कोई रिश्ता मत निकाल लेना’

=================

आँखों में आँसू नहीं तेरे लौट आने की आस है., मैं तो ठीक हूँ बस मेरा ये दिल थोड़ा उदास है…

के यूं न हो बेताब

इस माहौल को देख कर

जीत जाएंगे हम

कोरोना से जंग घर बैठ कर 

================

यह शायरिया भी पढ़े : 

कोरोना वायरस शायरी : कहीं यादों का मुकाबला हो तो बताना….जनाब 

कोरोना शायरी : घर गुलज़ार, सूने शहर, बस्ती बस्ती में कैद… 

कोरोना शायरी : अर्ज़ किया है हर चमकती चीज सोना नहीं होती…

कोरोना शायरी : बड़े दौर गुजरे हैं जिंदगी के… यह दौर भी गुजर जायेगा

Corona Shayari : शिकायतें तो बहोत थी ज़िन्दगी से मगर।। 

ishq-shayaris indian-shayri sayaris trending-shayari-mohabbat-shayari-love-shayari

corona शायरी : मर तो जाना है वैसे भी एक दिन,तुम मिल जाते तो जी लेते जरा 

कोरोना शायरी : मेरा कत्ल करने की उनकी साजिश तो देखो,

india ki latest shayaris, शायरी : हमें रुलाकर तुम्हे सोने की आदत हो गयी है,बेशक-आंख न खुली मेरी जिस दिन,तुम्हे नींद से नफरत हो जाएगी, सायरी
नवरात्र जोक्स : कोरोना के चलते इस बार हर भारतीय को दिखेंगे नारी के 9 अवतार 
Corona Jokes : कृपा करके लट्ठ मारने वाले वीडियो, सोशल मीडिया पर न डाले..? 
एकदम ताजा कोरोना लॉकडाउन जोक्स : बाहर पुलिस का डंडा,घर में बीवी की जुबान…
कोरोना वायरल जोक्स : देश भर में लोग दे रहे है खुली धमकी..! आऊ क्या मिलने..!! 
जोक्स : पति पत्नी और वो का अब तक के सबसे बेहतरीन चुटकुलें 
जनता कर्फ्यू जोक्स : चाहे कुछ भी करना पड़े रहूंगा घर पर ही कोरोना बाहर बुलायेगा मगर जाने का नही 
जोक्स : कोरोना के कहर से Picture hall बंद, conference बंद, स्कूल कॉलेज बंद,
शायरी की दुनिया : हर नजर में मुमकिन नहीं है बे-गुनाह रहना, 
ishq-shayaris indian-shayri sayaris trending-shayari-mohabbat-shayari-love-shayari
Vinod Jain: