Lockdown: Shahad Ghadi gaon provided dry ration to poor migrants
(समयधाराडेस्क)शहदगढ़ी:कोरोनावायरस (Coronavirus) के कारण देश में राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन है। इसकी सबसे ज्यादा मार गरीब दिहाड़ी मजदूरों पर पड़ी है। काम-धंधा बंद हो जाने से ये लोग दो जून रोटी जुटाने में भी असमर्थ हो गए है। सरकार व सामाजिक संस्थाओं सहित हर कोई अपने-अपने स्तर पर जरूरतमंद गरीब मजूदरों की मदद कर रहा है।
इन्हीं मददगारों की सूची में से एक अन्य नाम निकलकर आया है- शहदगढ़ी गांव (Shahad Ghadi gaon) का।
जी हां, उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) का एक छोटा सा अनसुना गांव- शहदगढ़ी…. जिसने लॉकडाउन में मदद की मिसाल कायम करके न केवल अपने गांव को सुर्खियों में ला दिया बल्कि बल्कि गरीबों की सहायता करके मानवता की मिसाल भी पेश की है।
रविवार, 19 अप्रैल को शहदगढ़ी गांव में गरीब और जरूरतमंद लोगों के बीच अनाज का वितरण किया गया।
शहदगढ़ी गांव के थाना सुरीर के चौधरी हरि सिंह सुपुत्र श्री सियाराम जी ने रविवार को अपने गांव शहदगढ़ी में जरूरतमंद मजदूरों और गरीब लोगों के बीच 5 किलो गेहूं का आटा, 2.5 किलो आलू बांटकर इस मुश्किल वक्त में बहुत ही पुण्य और सराहनीय काम किया है।
इस लॉकडाउन (Lockdown) में कोई भी जरूरतमंद भूखा न रहें इसकी व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए चौधरी हरि सिंह जी ने जरूरतमंदों के बीच खाद्द सामग्री का वितरण (Lockdown: Shahad Ghadi gaon provided dry ration to poor migrants)किया।
उनके इस कार्य से न केवल इंसानियत का सिर ऊंचा हुआ है बल्कि गरीब लोगों को भी एक बड़ी राहत मिली है। साथ ही इस गांव के पुलिस कर्मियों को भी उनकी कर्तव्यपरायणता व निष्ठा के चलते सम्मानित किया गया है। चूंकि यही है असली कोरोना वॉरियर्स।
इतना ही नहीं, शहदगढ़ी गांव के ही एक अन्य निवासी श्री ब्रह्मदत्त शर्मा सुपुत्र श्री चोखेलाल जी ने भी लॉकडाउन में गरीब लोगों की सहायता के लिए प्रधानमंत्री केयर फंड (PM Care Fund) में अपनी ओर से 25,000 रुपये की अनुदान राशि भेजकर बहुत ही प्रशंसनीय व साहसिक कार्य किया है।
अक्सर शहरी लोगों के मस्तिष्क में गांववालों के लिए छवि होती है कि उन्हें मदद की दरकार ज्यादा रहती है और वे संभवत: इतने सक्षम नहीं होते की किसी और की मदद को आगे आये।
लेकिन ऐसे ही लोगों को गलत साबित करते हुए शहदगढ़ी गांव के उपरोक्त दोनों निवासियों और सभी ग्रामवासियों ने गरीब व जरूरतमंदों की मदद करके साबित कर दिया कि भाव अच्छा और देश के लिए प्रेम सच्चा हो तो गांववाले भी अपनी क्षमता से बढ़कर गरीब और बेसहारा लोगों की मदद के लिए आगे आ सकते (Lockdown: Shahad Ghadi gaon provided dry ration to poor migrants) है।
लॉकडाउन में जहां एक ओर चारों तरफ नकारात्मकता और भेदभाव से परिपूर्ण खबरों का भी बोलबाला है। वहीं दूसरी ओर, देश के एक छोटे से जिले से मदद की ऐसी खबरों का आना सच में दिल को सुकून देता है कि हां हमारे भारत में इंसानियत जिंदा है और रहेगी।
समयधारा विशेषतौर पर ग्राउंड जीरों से आपके लिए यह खबर लाई है ताकि शहदगढ़ी गांव की ही तरह आप भी अपने आसपास मौजूद गरीब जरूरतमंद की यथासंभव हो मदद करें।
कोरोना (Corona) को हराना है तो हम सभी का एकजुट होना अनिवार्य है और एकजुटता के लिए प्रत्येक बेसहारा की मदद करके इंसानियत का फर्ज निभाना सर्वोपरि है।
Lockdown: Shahad Ghadi gaon provided dry ration to poor migrants