मणिपुर चुनाव परिणाम : 28 सीटों के साथ कांग्रेस बनी सबसे बड़ी पार्टी,बहुमत किसी को नहीं;सत्ता की चाबी अन्यों के हाथ
इम्फाल, 12 मार्च: मणिपुर विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार को हुई मतगणना में सत्तारूढ़ कांग्रेस 28 सीटों पर जीत हासिल करते हुए सबसे बड़ी पार्टी जरूर है, लेकिन 21 सीटों पर जीत हासिल करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस पूर्वोत्तर राज्य में जबरदस्त एंट्री की है। 60 विधानसभा सीटों वाले राज्य मणिपुर में बहुमत हासिल करने के लिए 31 सीटों की दरकार है, जो किसी को नहीं मिला है और त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति बन गई है।
निश्चित तौर पर अब सभी की निगाहें चार-चार सीटों पर जीत हासिल करने वाले नगा पीपल्स फ्रंट और नेशनल पीपल्स पार्टी पर हैं। ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस और लोक जनशक्ति पार्टी के हिस्से एक-एक सीटें आई हैं।
मत प्रतिशत के हिसाब से देखें तो भाजपा ने सभी को चौंकाते हुए सर्वाधिक 36.3 फीसदी मत हासिल किया है। कांग्रेस 35.1 फीसदी मतों के साथ दूसरे स्थान पर है।
प्रतिष्ठित थौबल सीट पर मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह ने भाजपा के अपने करीबी प्रतिद्वंद्वी लीतानथेम बसंता सिंह को 10,470 मतों के अंतर से शिकस्त दे दी है। वहीं सामाजिक कार्यकर्ता इरोम शर्मिला को मात्र 90 वोट मिले हैं।
चुनावों से ठीक पहले भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) छोड़कर भाजपा से जुड़े टी. राधेश्याम और पार्टी प्रवक्ता एन. बिरेन ने मामूली अंतर से जीत हासिल करने में सफल रहे है। राधेश्याम ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के मोइरांगथेम ओकेंद्रो को मात्र 1647 मतों से और बिरेन ने कांग्रेस के ही पांगेइजाम शरतचंद्र सिंह को 1206 मतों के अंतर से हराया।
हालांकि पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष थोनाओजाम चाओबा सिंह नामबोल सीट से हार गए हैं। उल्लेखनीय है कि उन्हें भाजपा के मुख्यमंत्री प्रत्याशी के तौर पर देखा जा रहा था। चाओबा को कांग्रेस के नामीराकपाम लोकेन सिंह ने मात्र 280 मतों के अंतर से हराया।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष टी. एन. हाओकिप ने लगातार चौथी बार सरकार बनाने का दावा किया है और कहा है कि उनकी पार्टी सरकार बनाने के लिए ‘समान सोच वाली धर्मनिरपेक्ष स्थानीय पार्टियों’ से बातचीत शुरू कर दी है।
वहीं भाजपा के प्रवक्ता नोंगथोम्बम बिरेन ने भी दावा किया है कांग्रेस की संख्या अधिक होने के बावजूद उनकी पार्टी अगले मंत्रिमंडल का गठन करेगी।
उन्होंने कहा, “लोगों ने भ्रष्टाचार और नागरिकों पर अत्याचार के खिलाफ मतदान किया है। हम यहां की जनता का हमें वोट देने के लिए धन्यवाद करते हैं।”
भारतीय जनता पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार टी. चोऊबा की हार के बाद प्रवक्ता ने कहा कि राष्ट्रीय नेता मुख्यमंत्री का चुनाव करेंगे।
मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी ने कहा, “लोगों ने बीते 15 वर्षो के विकास कार्यो की प्रशंसा की है। लोग शांति, स्थिरता, विकास और क्षेत्रीय एकता की सुरक्षा चाहते हैं।”
वहीं भाजपा के निमाईचंद लुवांग ने कांग्रेस पर धनबल और अपराध को हथियार बनाने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, “धनबल ने अहम भूमिका निभाई है। कुछ मामलों को छोड़कर राजनीति के अपराधीकरण की बातें सामने आई हैं।”
–आईएएनएस