breaking_newsHome sliderदेशराजनीति

नक्सलवाद सिमटने के बावजूद एक चुनौती : राजनाथ

अंबिकापुर (छत्तीसगढ़), 21 मई :  केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि नक्सलवाद सिमट रहा है और अपनी जमीन खो रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि यह फिर भी एक चुनौती बना हुआ है।

राजनाथ छत्तीसगढ़ में सीआरपीएफ की 261 बस्तरिया बटालियन की पासिंग आउट परेड का निरीक्षण कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों के हताहत होने में 55 फीसदी की कमी आई है।

उन्होंने कहा, “नक्सलवाद एक चुनौती है, लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि यह समस्या अब कम हो रही है और जमीन खो रही है।”

राजनाथ ने कहा कि नक्सलवादी विकास नहीं चाहते, क्योंकि वे जानते हैं कि अगर विकास होता है तो उनकी खतरनाक योजना कभी सफल नहीं हो पाएगी।

उन्होंने कहा, “बहुत से नक्सलवादी नेताओं ने अवैध गतिविधियों से खूब पैसा बनाया है। हमारी सरकार इस अवैध धन का खुलासा करेगी।”

उन्होंने कहा, “हमने फैसला किया है कि सभी वाम शाखा के कट्टरवादी नेताओं, जिन्होंने गरीब लोगों के भोलेपन का फायदा उठाकर धन कमाया है, को दंडित करेंगे।”

उन्होंने सीआरपीएफ व राज्य पुलिस को नक्सलवादियों के 40 से 45 फीसदी भौगोलिक विस्तार पर नियंत्रण करने के लिए बधाई दी।

उन्होंने कहा, “छत्तीसगढ़ में हमने अपनी लड़ाई में जो सफलता हासिल की है वह राज्य पुलिस व सीआरपीएफ के बीच अच्छे समन्वय की वजह से है।”

उन्होंने सीआरपीएफ जवानों से कहा कि आपका परिवार हमारा परिवार है। हम आपके साथ हर समय खड़े रहेंगे।

उन्होंने कहा, “सीआरपीएफ ने अपने समर्पण, प्रतिभा, साहस और प्रतिबद्धता से देश के लोगों से बड़ा सम्मान अर्जित किया है। यहां तक कि कश्मीर में भी सेना के साथ, वे आतंकवादियों से बहुत साहस और दृढ़ता से लड़ रहे हैं।”

उन्होंने कहा, “बस्तरिया बटालियन का गठन एक सुविचारित फैसला है। हमने बस्तर क्षेत्र से युवा पुरुषों और महिलाओं को इस बटालियन में शामिल करने के लिए कई मानदंडों में ढील दी है।”

उन्होंने कहा, “मैं छत्तीसगढ़ के लोगों को बताना चाहता हूं कि उनका विकास हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है और हम राज्य के विकास को नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए हर संभव मदद सुनिश्चित करेंगे।”

–आईएएनएस

Show More

Dharmesh Jain

धर्मेश जैन www.samaydhara.com के को-फाउंडर और बिजनेस हेड है। लेखन के प्रति गहन जुनून के चलते उन्होंने समयधारा की नींव रखने में सहायक भूमिका अदा की है। एक और बिजनेसमैन और दूसरी ओर लेखक व कवि का अदम्य मिश्रण धर्मेश जैन के व्यक्तित्व की पहचान है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button