Breaking: राहुल गांधी ने वायनाड से नामांकन भरा,साथ में प्रियंका गांधी, रोड शो में उमड़ी जबरदस्त भीड़

नई दिल्ली,4 अप्रैल:Rahul Gandhi file nomination for Wayanad seat-big road show – राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने केरल के वायनाड (Wayanad) से आज 4 अप्रैल अपना पर्चा भर दिया है।

राहुल गांधी के साथ उनकी प्रियंका गांधी भी है और राहुल गांधी व प्रियंका गांधी ने 2 किमी. लंबा रोड शो (big road show) भी किया। इस रोड शो के बाद राहुल गांधी ने पर्चा भरा। इतना ही नही, देश के तकरीबन 22 शहरों में कांग्रेस अपने मेनिफेस्टो को लेकर आज गुरुवार को एक प्रेस वार्ता आयोजित करेगी।

ध्यान दें कि राहुल गांधी इस बार लोकसभा चुनाव दो सीटों से लड़ रहे है। राहुल यूपी के अमेठी और केरल के वायनाड से चुनाव लड़ने जा रहे है।

दो सीटों से चुनाव लड़ने पर बीजेपी ने राहुल गांधी पर तंज कसा है और कहा है कि वे अमेठी में हार के डर से वायनाड से भी चुनाव लड़ रहे है जबकि विशेषज्ञों की राय है कि ऐसा कुछ नहीं है। वायनाड भी हिंदु बहुल इलाका है। यहां हिंदू आबादी तकरीबन 50 प्रतिशत है।

यह एक सोची-समझी रणनीति है ताकि उत्तर भारत के साथ-साथ दक्षिण भारत के वोटर्स को भी साधा जा सकें। वैसे भी खुद राहुल गांधी ने बीते मंगलवार कहा था कि केरल के वायनाड से उन्होंने चुनाव लड़ना इसलिए स्वीकार किया था क्योंकि वर्तमान सरकार उनपर ध्यान नहीं दे रही।

उन्होंने कहा था कि दक्षिण भारत को ऐसा लगता है कि मोदी जी उनसे दुश्मनी की भावना रखते है। दक्षिण भारत को एक प्रतिनिधि की जरूरत है और राहुल गांधी उनकी इच्छा का स्वागत कर रहे है।

राहुल ने बताया उन्हें लगता है कि देश के लिए निर्णय लेने में दक्षिण भारतीयों को प्रक्रिया में शामिल नहीं किया जाता और मैं उन्हें मैसेज देना चाहता हूं कि कांग्रेस उनके साथ है। इसलिए मैनें केरल से चुनाव लड़ने का निर्णय लिया।

राहुल गांधी अपना नामांकन भरने के लिए कलेक्टर ऑफिस पहुंच ही रहे है। वायनाड सीट से चुनाव लड़ने के कारण वामदल और भाजपा बेहद नाखुश है।

इससे पहले इमरजेंसी के बाद इंदिरा गांधी ने भी केरल से अपना चुनाव लड़ा था। कांग्रेस पहले भी केरल के राज्यों से अपना चुनाव लड़ती रही है।

Dharmesh Jain: धर्मेश जैन www.samaydhara.com के को-फाउंडर और बिजनेस हेड है। लेखन के प्रति गहन जुनून के चलते उन्होंने समयधारा की नींव रखने में सहायक भूमिका अदा की है। एक और बिजनेसमैन और दूसरी ओर लेखक व कवि का अदम्य मिश्रण धर्मेश जैन के व्यक्तित्व की पहचान है।