TRP घोटाले में रिपब्लिक टीवी का नाम,पैसे दे बढ़ाई फर्जी टीआरपी: मुंबई पुलिस

हंसा की शिकायत पर केस दर्ज किया गया है। ब्रीच ऑफ ट्रस्ट और धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है...

रिपब्लिक टीवी पर फर्जी टीआरपी बढ़ाने का आरोप,

मुंबई:Republic TV involved in TRP SCAM- मुंबई पुलिस ने गुरुवार को टीवी न्यूज चैनल इंडस्ट्री के टीआरपी घोटाले का खुलासा किया है। इस टीआरपी घोटाले में रिपब्लिक टीवी सहित तीन न्यूज चैनलों का नाम सामने आया है।

मुंबई पुलिस कमिश्नर ने फर्जी टेलीविजन रेटिंग पॉइंट्स (TRP) को लेकर आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बड़ा खुलासा किया है- इस रैकेट का नाम है-‘फॉल्स टीआरपी रैकेट’

फॉल्स टीआरपी रैकेट (False TRP racket)  के द्वारा करोड़ों रूपयों के राजस्व का प्रॉफिट कमाया जा रहा था।

मुंबई पुलिस ने सुशांत सिंह राजपूत केस (Sushant Singh Rajput case) में इस फर्जी टीआरपी स्कैम का पर्दाफाश किया है।

फर्जी टीआरपी में सबसे बड़ा नाम रिपब्लिक टीवी का आया है। चैनल की ओर से लोगों को पैसे देकर TRP खरीदी जाती (Republic TV involved in TRP SCAM)थी।

रिपब्लिक टीवी(Republic TV) इसी तरह से कुछ ही महीनों में टीआरपी में नंबर वन पर आ गया। मुंबई पुलिस कमिश्नर ने स्पष्ट तौर पर रिपब्लिक टीवी (Republic TV fake TRP) को आरोपी बताते हुए कहा कि रिपब्लिक टीवी ने पैसे देकर रेटिंग बढ़ाई।

TRP रैकेट के द्वारा पैसा देकर टीआरपी को मैन्युपुलेट किया जाता था। रिपब्लिक टीवी ने टीआरपी सिस्टम से छेड़छाड़ की।

इस मामले की जांच मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने की है। ज्यादा विज्ञापन पाने के लिए टीआरपी पैसे देकर बढ़ाई जा रही थी।

 इतना ही नहीं, मुंबई पुलिस (Mumbai Police) को दो अन्य चैनलों का पता चला है, जिनके नाम फख्त मराठी और बॉक्स सिनेमा हैं।

 

कैसे बढ़ाते थे फर्जी TRP

(Republic TV involved in TRP SCAM)

ये चैनल पैसा देकर लोगों के घरों में चैनल चलवाते थे। इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है और 8 लाख रुपये जब्त किए गए हैं।

मुंबई पुलिस की ओर से इस रैकेट की जानकारी सूचना प्रसारण मंत्रालय और भारत सरकार को दी जाएगी।मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने कहा कि यह अपराध है, चीटिंग है। हम इसे रोकने के लिए जांच कर रहे हैं।

फॉरेंसिक एक्सपर्ट की मदद ली जा रही है। जो आरोपी पकड़े गए हैं, उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने कहा कि दो छोटे चैनल फख्त मराठी और बॉक्स सिनेमा भी शामिल है। इसके मालिक को कस्टडी में लिया गया है।

गौरतलब है कि हंसा की शिकायत पर केस दर्ज किया गया है। ब्रीच ऑफ ट्रस्ट और धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है।

पुलिस कमिश्नर ने कहा कि रिपब्लिक टीवी में काम करने वाले लोग, प्रमोटर और डायरेक्टर के इसमें शामिल होने के चांस हैं।

आगे की जांच चल रही है। जिन लोगों ने विज्ञापन दिया, उनसे भी पूछताछ की जाएगी। क्या उनपर दबाव तो नहीं था।

 

रैकेट कैसे करता था काम?

मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि टेलीविजन विज्ञापन इंडस्ट्री करीब 30 से 40 हजार करोड़ रुपये की है।

विज्ञापन की दर TRP रेट के आधार पर तय किया जाता है। किस चैनल को किस हिसाब से विज्ञापन(Ads) मिलेगा यह तय किया जाता है।

अगर टीआरपी में बदलाव होता है तो इससे रेवेन्यू पर असर पड़ता है। कुछ लोगों को इससे फायदा होता है और कुछ लोगों को इससे नुकसान होता है।

उन्होंने कहा, टीआरपी को मापने के लिए BARC एक संस्था है। TRP फर्जीवाड़े(Scam) में BARC से धोखे के आरोप रिपब्लिक टीवी पर लगे (Republic TV involved in TRP SCAM)है।

यह अलग-अलग शहरों में बैरोमीटर लगाते हैं, देश में करीब 30 हजार बैरोमीटर लगाए गए हैं।

मुंबई में करीब 10 हजार बैरोमीटर लगाए गए हैं। बैरोमीटर इंस्टॉल करने का काम मुंबई में हंसा नाम की संस्था को दिया गया था।

जांच के दौरान ये बात सामने आई है कि कुछ पुराने वर्कर जो हंसा के साथ काम कर रहे थे, टेलीविजन चैनल से डाटा शेयर कर रहे थे।

वो लोगों से कहते थे कि आप घर में हैं या नहीं है चैनल ऑन रखिए, इसके लिए पैसे देते थे।

वहीं, कुछ व्यक्ति जो अनपढ़ हैं, उनके घर में अंग्रेजी के चैनल ऑन किया जाता था।

 

फर्जी टीआरपी घोटाले में हंसा का पूर्व कर्मचारी गिरफ्तार

(Republic TV involved in TRP SCAM)

परमबीर सिंह ने कहा, हंसा के पूर्व वर्कर को हमने गिरफ्तार किया है। इसी आधार पर जांच बढ़ाई गई,दो लोगों को गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश किया गया है और उन्हें 9 अक्टूबर तक कस्टडी में भेजा गया है।

उनके कुछ साथी को ढूंढ़ रहे हैं। कुछ मुंबई में हैं और कुछ मुंबई के बाहर हैं। चैनल के हिसाब से ये पैसा देते थे।

एक व्यक्ति जो पकड़ा गया है उसके अकाउंट से 20 लाख रुपये जब्त किया गया है और 8 लाख रुपये कैश बरामद किया गया है।

टीआरपी मीटर से छेड़छाड़ की जाती थी। यह भारतीय न्यूज चैनल की निष्पक्षता और भारतीय दर्शकों के साथ सीधे-सीधे धोखेबाजी है।

 

 

 

Republic TV involved in TRP SCAM

 

(इनपुट एजेंसी से भी)

 

 

 

Dharmesh Jain: धर्मेश जैन www.samaydhara.com के को-फाउंडर और बिजनेस हेड है। लेखन के प्रति गहन जुनून के चलते उन्होंने समयधारा की नींव रखने में सहायक भूमिका अदा की है। एक और बिजनेसमैन और दूसरी ओर लेखक व कवि का अदम्य मिश्रण धर्मेश जैन के व्यक्तित्व की पहचान है।