शायरी : कही ज़िद पूरी… कही जरूरत भी अधूरी… कही 'सुगंध' भी नहीं….
मेरी आँखों से जो गिरता है वो दरिया देखो, मैं हर हाल में ख़ुश हूँ,मेरा नज़रिया देखो... : शायरी की दुनिया
shayri-ki-duniya shayar-ki-shayari indian-shayaris
कही ज़िद पूरी…
कही जरूरत भी अधूरी…
कही ‘सुगंध’ भी नहीं,
कहीं पूरा जीवन ‘कस्तूरी’…!!
=====================
मेरी आँखों से जो गिरता है वो दरिया देखो,
मैं हर हाल में ख़ुश हूँ,मेरा नज़रिया देखो…!!
=========================
चौराहे पर खड़ी जिंदगी नजरें दौड़ाती हैं ,
काश कोई बोर्ड दिख जाए जिस पर लिखा हो!
सुकून..0.कि .मी. …….l
यह शायरीयां भी पढ़े :
शायरी : मांगी हुई खुशियों से, किसका भला होता है, किस्मत में जो लिखा होता है…
शायरी : नफरतों में क्या रखा हैं .., मोहब्बत से जीना सीखो..,
दिल की बात : तेरा ख्याल भी हैं….क्या गजब….ना आए तो आफत….जो आ जाए तो कयामत…..
शायरी : जाने कौन सी शौहरत पर आदमी को नाज़ है….! जो खुद, आखरी सफर के लिए भी औरों का मोहताज़ है…!!
दिलवालों की शायरी : नजरअंदाजी शौक बडा़ था उनको हमने भी तोहफे में उनको..
मोहब्बत शायरी : ऐ मोहब्बत… तुम्हारे मुस्कुराने का असर मेरी सेहत
जिंदगी-शायरी : मिलो किसी से ऐसे कि ज़िन्दगी भर की पहचान बन जाये…..
शायरी : कल शीशा था, सब देख-देख कर जाते थे….
मोहब्बत-शायरी : कुछ इस अदा से निभाना है किरदार मेरा मुझको….
जिंदगी शायरी : अपने वजूद पे इतना तो यकीन है हमें कि
(इनपुट सोशल मीडिया से )