शेयर बाजार ऊपर बंद, सेंसेक्स 113 निफ्टी 19 अंक ऊपर बंद

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मुंबई, 4 फरवरी : शेयर बाजार ऊपर बंद, सेंसेक्स 113 निफ्टी 19 अंक ऊपर बंद l

देश के शेयर बाजारों में सोमवार को तेजी रही। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 113.31 अंकों की तेजी के साथ 36,582.74 पर

और निफ्टी 18.60 अंकों की तेजी के साथ 10,912.25 पर बंद हुआ। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का

30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 13.21 अंकों की गिरावट के साथ 36,456.22 पर खुला और 113.31 अंकों

या 0.31 फीसदी तेजी के साथ 36,582.74 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में

सेंसेक्स ने 36,622.77 के ऊपरी स्तर और 36,225.48 के निचले स्तर को छुआ।

सेंसेक्स के 30 में से 12 शेयरों में तेजी रही। रिलायंस (3.52 फीसदी), ओएनजीसी (3.03 फीसदी), बजाज ऑटो (1.67 फीसदी),

कोटक बैंक (1.17 फीसदी) और एचडीएफसी (0.87 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही।

सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे -पॉवरग्रिड (3.13 फीसदी), यस बैंक (3.10 फीसदी), सन फार्मा (2.10 फीसदी),

एनटीपीसी (2.07 फीसदी) और महिंद्रा एंड महिंद्रा (2.01 फीसदी)।

बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में गिरावट रही। बीएसई का मिडकैप सूचकांक 119.98 अंकों की

गिरावट के साथ 14,521.40 पर और स्मॉलकैप सूचकांक 162.69 अंकों की गिरावट के साथ 13,787.76 पर बंद हुआ।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 16.9 अंकों की

गिरावट के साथ 10,876.75 पर खुला और 18.60 अंकों या 0.17 फीसदी तेजी के साथ 10,912.25 पर बंद हुआ।

दिनभर के कारोबार में निफ्टी ने 10,927.90 के ऊपरी और 10,814.15 के निचले स्तर को छुआ।

बीएसई के 19 में से पांच सेक्टरों में तेजी रही, जिसमें ऊर्जा (2.24 फीसदी), उपभोक्ता टिकाऊं वस्तुएं (0.84 फीसदी),

तेल और गैस (0.47 फीसदी), बैंकिंग (0.20 फीसदी) और सूचना प्रौद्योगिकी (0.12 फीसदी) शामिल रहे। 

बीएसई के गिरावट वाले सेक्टरों में प्रमुख रहे -उपभोक्ता सेवाएं (2.29 फीसदी), बिजली (2.13 फीसदी),

दूरसंचार (1.79 फीसदी), स्वास्थ्य सेवाएं (1.29 फीसदी) और औद्योगिक (1.18 फीसदी)।

बीएसई में कारोबार का रुझान नकारात्मक रहा। कुल 747 शेयरों में तेजी और 1,820 में गिरावट रही,

जबकि 194 शेयरों के भाव में कोई बदलाव नहीं हुआ। 

–आईएएनएस

Dharmesh Jain

धर्मेश जैन www.samaydhara.com के को-फाउंडर और बिजनेस हेड है। लेखन के प्रति गहन जुनून के चलते उन्होंने समयधारा की नींव रखने में सहायक भूमिका अदा की है। एक और बिजनेसमैन और दूसरी ओर लेखक व कवि का अदम्य मिश्रण धर्मेश जैन के व्यक्तित्व की पहचान है।