भारत-वियतनाम : सभी क्षेत्रों में सहयोग से लेकर द्विपक्षीय संबंधो को गहरा करने पर हुई चर्चा

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नई दिल्ली, 3 मार्च :  विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने वियतनाम के राष्ट्रपति त्रान दाई क्वांग से मुलाकात कर द्विपक्षीय संबंधों को और गहरा करने के तरीकों पर चर्चा की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट कर कहा, “सभी क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाकर हमारी समग्र रणनीतिक भागीदारी को और सशक्त पर चर्चा हुई।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2017 में वियतनाम का दौरा किया था। इस दौरान दोनों देशों के बीच संबंध रणनीतिक साझेदारी से बढ़कर समग्र रणनीतिक भागीदारी में तब्दील हो गए थे।

मोदी और क्वांग आज द्विपक्षीय बैठक करेंगे, जिसके बाद कई समझौतों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है।

राष्ट्रपति क्वांग वियतनाम-भारत बिजनेस फोरम में भी शिरकत करेंगे।

वियतनाम भारत की ‘एक्ट ईस्ट पॉलिसी’ के तहत दक्षिणपूर्व एशिया में महत्वपूर्ण साझेदार है और मौजूदा समय में दणिक्षपूर्व एशियाई देशों के संघ (आसियान) में भारत का समन्वयक देश है। 

आसियान के अलावा भारत और वियतनाम पूर्वी एशिया सम्मेलन, मेकोंग गंगा सहयोग, एशिया यूरोप बैठक जैसे क्षेत्रीय फोरम में भी सहयोग कर रहे हैं।

भारत और वियतनाम का 2016-17 में व्यापार 6.24 अरब डॉलर रहा और दोनों पक्षों के बीच व्यापार को 2020 तक 15 अरब डॉलर तक बढ़ाने पर सहमति बनी।

रक्षा क्षेत्र दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों का महत्वपूर्ण स्तंभ बनकर उभरा है।

–आईएएनएस

Dharmesh Jain

धर्मेश जैन www.samaydhara.com के को-फाउंडर और बिजनेस हेड है। लेखन के प्रति गहन जुनून के चलते उन्होंने समयधारा की नींव रखने में सहायक भूमिका अदा की है। एक और बिजनेसमैन और दूसरी ओर लेखक व कवि का अदम्य मिश्रण धर्मेश जैन के व्यक्तित्व की पहचान है।