तबलीगी जमात: 2,550 विदेशी सदस्यों के भारत आने पर लगा 10 साल का बैन
टूरिस्ट वीजा नियमों में उल्लंघन के आरोप के तहत ही इन पर 10 साल का बैन लगाया गया है....
Tablighi Jamaat 2550 foreign members banned for 10 yrs in India
नई दिल्ली: तबलीगी जमात (Tablighi Jamaat) के विदेशी सदस्यों के अब भारत आने पर 10 साल तक का प्रतिबंध लगा दिया गया है।
तबलीगी जमात के कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए टूरिस्ट वीजा (Tourist visa) पर जमात से जुड़े विदेशी नागरिक (foreign nationals) पर अब भारत ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है और इन विदेशी सदस्यों के भारत आने पर 10 साल तक का बैन लगा दिया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, तबलीगी जमात (Tablighi Jamaat) के ये विदेशी नागरिक अब अगले 10 साल तक भारत में नहीं आ सकेंगे।
ये लोग टूरिस्ट वीजा पर भारत आकर तबलीगी जमात की धार्मिक गतिविधियों में शामिल होते थे।इसलिए टूरिस्ट वीजा नियमों में उल्लंघन के आरोप के तहत ही इन पर 10 साल का बैन लगाया गया है।
इस बात की पुष्टि केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारी वर्ग ने की है। उन्होंने बताया कि तबलीगी जमात (Tablighi Jamaat) के कुल 2,550 विदेशी सदस्यों को ब्लैक लिस्ट में डाला गया है और आगामी 10 वर्षों तक इनके भारत आने पर पाबंदी बरकरार रहेगी।
Tablighi Jamaat 2550 foreign members banned for 10 yrs in India
तबलीगी जमात के भारत में आने वाले विदेशी सदस्यों की संख्या 2,550 है, इन पर देश में कोरोनावायरस (Coronavirus) फैलाने का आरोप भी लगा है और इसी के तहत चार्जशीट दायर की गई है।
जमात के विदेशी सदस्यों ने पूरे देश में पर्यटक वीजा पर ही भ्रमण किया। अब इन्हें 10 साल तक के लिए ब्लैकलिस्ट किया गया है।
हालांकि एक अनुमान यह भी है कि यह संख्या अभी और बढ़ सकती है। पहले 2200 विदेशी नागरिकों को ब्लैकलिस्ट करने की सूचना मिली थी,लेकिन अब वीजा उल्लंघन नियमों के तहत 2,550 विदेशी जमातियों के भारत आने पर 10 साल का बैन लगा दिया गया है।
Tablighi Jamaat 2550 foreign members banned for 10 yrs in India
तबलीगी जमात के विदेशी सदस्य इन देशों के है नागरिक
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ब्लैकलिस्ट किए गए 2550 विदेशियों में माली, नाइजीरिया, श्रीलंका, केन्या, जिबूती, तंजानिया, दक्षिण, अफ्रीका, म्यांमार, थाईलैंड, बांग्लादेश, यूके (OCI कार्ड धारक) ऑस्ट्रेलिया और नेपाल के नागरिक शामिल हैं।
इन पर आगामी 10 साल तक के लिए भारत में आने पर प्रतिबंध बरकार रहेगा।
तबलीगी जमात के विदेशी नागरिकों का ऐसे हुआ खुलासा
असल में कोरोनावायरस (Coronavirus) महामारी जब देश में फैली तो दिल्ली (Delhi) के निजामुद्दीन मरकज (Nizamuddin Markaz) का मामला अहम भूमिका निभाता सामने आया।
मरकज के धार्मिक कार्यक्रम में विदेशी नागरिक भी शामिल हुए। कार्यक्रम खत्म होने के बाद कुछ तो वापस अपने देश लौट गए लेकिन उनमें से अधिकतर संख्या में यही भारत में ठहर गए।
मरकज के धार्मिक जलसे में शामिल इन विदेशी नागरिकों को जब कोरोना हुआ और उनमें से कुछ की मौतें भी हो गई तब जाकर केंद्र और राज्य दोनों सरकारों को तबलीगी जमात के कार्यक्रम की जानकारी हुई।
तभी जमात में शामिल हुए विदेशी नागरिकों की चालाकी भी पकड़ी गई। तबलीगी जमात (Tablighi Jamaat) से जुड़े इन विदेशी नागरिकों को ट्रेस करके पकड़ा गया तो पता चला कि यह विदेशी जमाती भारत में टूरिस्ट वीजा पर आते है और धार्मिक गतिविधियों में भाग लेते है।
दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज के मामले के तूल पकड़ते ही इस बात का खुलासा हुआ कि देश के अन्य राज्यों के मरकजों में भी विदेशों से नागरिक आते थे।
तेलंगाना से लेकर यूपी-बिहार और झारखंड तक तमाम राज्यों में कई मस्जिदों से 700 से ऊपर विदेशी पकड़े गए थे।
इनमें से अधिकतर टूरिस्ट वीजा पर भारत आए थे।
गौरतलब है कि निजामुद्दीन मरकज में 216 विदेशियों के अतिरिक्त लखनऊ में 13, रांची की मस्जिदों में 30, पटना की मस्जिदों में 10 विदेशी जमाती पकड़े गए हैं।
ध्यान दें कि 1 जनवरी से इस वर्ष मार्च तक तबलीगी जमात की धार्मिक गतिविधियों में हिस्सा लेने तकरीबन 2100 से ज्यादा विदेशी भारत आए थे।
Tablighi Jamaat 2550 foreign members banned for 10 yrs in India