कोई लापता तो सरकार का कसूर, और मिल गया तो….! क्यों वाद-विवाद..?
नई दिल्ली, 20 मार्च : शायद अभी बहुत कुछ लिखना बाकी है ? और बहुत कुछ लिखा जाएगा .? पाकिस्तान में लापता हुए दोनों भारतीय मौलवी सोमवार को दिल्ली लौट आए हैं। दिल्ली की हजरत निजामुद्दीन दरगाह के मौलवी सैयद आसिफ अली निजामी (80) और उनके भतीजे नाजिम अली निजामी सोमवार सुबह दिल्ली हवाईअड्डे पर उतरे।
क्या हो गया है हम लोगों को ..? हम कहा खड़े है ..? कहा जा रहा है हमारा आज का समाज हमारा देश ..? यह विवाद तो बहुत छोटा सा था पर उस पर जो सीयापा फैला वह बहुत बड़ा था l कही तो पुरे के पुरे 20-50 लोग गायब हो जाते है और कही भी कोई भी मीडिया में बात नहीं आती और अचानक 2 मौलवी गायब हो जाते है और उस पर इतना सारा वाद विवाद..? क्या आप और हम कुछ भी समझ नहीं पा रहे है या जान के भी अनजान बन रहे हैं ..? अब मौलवी तो लौट आयें इसके बाद क्या ..? इस पुरे विवाद में हमने क्या खोया और क्या पाया ..? हम समाज के तमाम बुद्धिजीवी लोगों से यह सवाल करना चाहते है कि इस पुरे विवाद में हमें क्या मिला और हमने क्या दिया ? हमारा देश किस और जा रहा है? कब तक हम हमारी प्राथमिकता को नहीं समझेंगे या सब कुछ जानकर भी अनजान बनें रहेगें l यही सही वक्त है सोचने का l
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने रविवार को कहा था कि उन्होंने दोनों से बातचीत की है। वे सुरक्षित हैं तथा सोमवार को भारत पहुंचेंगे।
दोनों मौलवी लाहौर के दाता दरबार की यात्रा पर गए थे। बुधवार को वे लापता हो गए थे।
बाद में दोनों कथित तौर पर सिंध के एक दूर दराज के गांव में मिले थे, जहां बताया गया कि मोबाइल संपर्क नहीं है।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट में अज्ञात सूत्रों के हवाले से कहा गया कि दोनों मौलवी ग्रामीण सिंध में कराची के नजीमाबाद इलाके में मिले, जहां वे ‘अपने अनुयायियों से मिलने गए थे और वहां संचार नेटवर्क नहीं था।’ इसलिए वे अपने रिश्तेदारों को अपने बारे में सूचित नहीं कर पाए।
(इनपुट आईएएनएस से भी )