RBI की ब्याज़ दरों में कटौती के चलते,Union Bank और PNB ने घटाई दरें, कर्जदारों को मिलेगी राहत

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UnionBank PNB reduce rates

नई दिल्ली (समयधारा) : एक तरफ देश कोरोना से लड़ रहा है तो दूसरी तरफ बैंक हमारी जमा पूंजी पर हाथ साफ़ कर रहे है l

पिछले 1 से दो महीनों में कई बार SBI ने फिक्स डिपाजिट पर ब्याज दरों में कटौती कर दी थी l  

पर अब एक अच्छी खबर आई है l भारतीय रिजर्व बैंक ने कोरोना संकट के चलते व लॉकडाउन को ध्यान में रखते हुए

ब्याज दर में कटौती की है, जिसका फायदा ग्राहकों को मिलता दिख रहा है।

RBI द्वारा कटौती किये जाने के बाद यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने रेपो आधारित कर्ज की दरों में कटौती की है।

जिससे कर्जदारों को आरबीआई के फैसले का लाभ मिल सकेगा।

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रिजर्व बैंक द्वारा कटौती किये जाने के पश्चात यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने रेपो आधारित कर्ज की दर में कमी की है।

यूनियन बैंक ने एक्सटर्नल बेंचमार्क लेंडिंग रेट (EBLR) में 0.40 प्रतिशत की कटौती की है।

इस कटौती के बाद नई दर 6.80 प्रतिशत हो गई है। ये नई दरें सोमवार से लागू हो गई हैं।

एमएसएमई उद्योग को कर्ज देने के लिए यूनियन बैंक EBLR के आधार पर ब्याज दर से वसूली करती है।

दूसरी तरफ पंजाब नेशनल बैंक ने आरएलएलआर में 0.40 प्रतिशत की कटौती की है।

इसकी वजह से कर्जदारों के ब्याज की दर 7.05 प्रतिशत से घटकर 6.65 प्रतिशत पर आ गई है।

इसी तरह बैंक ने एमसीएलआर दर 0.15 प्रतिशत घटाई हैं, UnionBank PNB reduce rates

जिसके कारण कर्जदारों के लोन के हफ्ते या लोन की अवधि कम करने में मदद मिल सकेगी।

कोरोना संकट के दौरान आरबीआई गर्वनर शक्तिकांता दास ने तीसरी बार प्रेस कॉन्फ्रेंस की और 22 मई को रेपो रेट में 0.40 प्रतिशत की कटौती की।

जिसके बाद बैंकों का रेपो रेट 4 प्रतिशत हो गया। इसके कारण होम लोन, वाहन लोन और बिजनेस लोन सस्ता होने का रास्ता साफ हो गया।

महाराष्ट्र टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक इसके पहले मार्च अप्रैल और मई इन 3 महीनों के लिए कर्ज वसूली को स्थगित (EMI Moratorium) करने की सुविधा दी गई थी

और बाद में इसे और बढ़ाते हुए जून, जुलाई और अगस्त तक कर्ज वसूली पर रोक लगा दी गई है।

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(इनपुट एजेंसी से)

Dharmesh Jain

धर्मेश जैन www.samaydhara.com के को-फाउंडर और बिजनेस हेड है। लेखन के प्रति गहन जुनून के चलते उन्होंने समयधारा की नींव रखने में सहायक भूमिका अदा की है। एक और बिजनेसमैन और दूसरी ओर लेखक व कवि का अदम्य मिश्रण धर्मेश जैन के व्यक्तित्व की पहचान है।