मैं निष्पक्ष आधार पर बैंकों के साथ मामले को निपटाने के लिए तैयार हूं: माल्या

नई दिल्ली, 11 मार्च: शराब कारोबारी विजय माल्या ने शुक्रवार को कहा कि वह बैंकों के साथ एकमुश्त समझौते पर पहुंचने के लिए बातचीत को तैयार हैं और इसके साथ ही उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय से इस मामले में हस्तक्षेप करने का आग्रह किया। माल्या ने ट्वीट किया, “सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के पास एक बार में ऐसे मामलों को निपटाने के लिए नीतियां हैं। सैकड़ों कर्जदारों ने इसका फायदा उठाकर मामला सुलझाया है, तो हमें क्यों नहीं इसका लाभ दिया जा रहा? सर्वोच्च न्यायालय के सामने हमारे द्वारा बैंकों को दिया गया पेशकश बगैर विचारे बैंकों ने ठुकरा दिया। मैं निष्पक्ष आधार पर मामले को निपटाने के लिए तैयार हूं।”

उन्होंने कहा, “मेरी इच्छा है कि सर्वोच्च न्यायालय इसमें हस्तक्षेप करे और बैंकों को निर्देश दे कि वह हमसे बातचीत करे और मामले को सुलझाए। हम तैयार हैं।”

सर्वोच्च न्यायालय ने माल्या से कर्नाटक उच्च न्यायालय के आदेश का पूर्ण उल्लंघन करते हुए अपने बच्चों को चार करोड़ डॉलर की संपत्ति के हस्तांतरण की ‘सच्चाई’ के बारे में गुरुवार को पूछा। 

माल्या ने एक अन्य ट्वीट में कहा, “महान्यायवादी द्वारा सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष मेरे खिलाफ लगाया गया आरोप केवल मेरे खिलाफ सरकार के रुख को साबित करता है।”

माल्या ने आगे कहा, “मैंने बिना किसी अपवाद के अदालत के हर आदेश का विनम्रतापूर्वक पालन किया है। ऐसा लगता है कि सरकार बिना निष्पक्ष मुकदमे के मुझे दोषी ठहराने में जुटी है।”

–आईएएनएस

Varsa: वर्षा कोठारी एक उभरती लेखिका है। पत्रकारिता जगत में कई ब्रैंड्स के साथ बतौर फ्रीलांसर काम किया है। अपने लेखन में रूचि के चलते समयधारा के साथ जुड़ी हुई है। वर्षा मुख्य रूप से मनोरंजन, हेल्थ और जरा हटके से संबंधित लेख लिखती है लेकिन साथ-साथ लेखन में प्रयोगात्मक चुनौतियां का सामना करने के लिए भी तत्पर रहती है।