Stock-Market Down Economic Uncertainty
मुंबई (समयधारा) : देश के शेयर बाजारों में जोरदार गिरावट का रुख है l
सेंसेक्स 638 अंक निफ्टी 205 अंक बैंकनिफ्टी 550 अंक नीचे गिरकर कर रहा है कारोबार (10.00am)
शुक्रवार को अमेरिकी बाजारों में जोरदार गिरावट का असर भारतीय बाजारों में भी साफ़ नजर आया l
सेंसेक्स 651 अंक निफ्टी 205 अंक बैंकनिफ्टी 435 अंक नीचे गिरकर कर रहा है कारोबार (9.37am)
डॉलर के मुकाबले रुपया रिकॉर्ड निचले स्तर पर खुला। रुपया पहली बार `86/$ के पार निकला है।
रुपया आज 24 पैसे कमजोर खुला है। रुपया 85.97/$ के मुकाबले 86.21/$ पर खुला है।
आज सुबह शेयर बाजार (9.19am)
बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई। सेंसेक्स 798.34 अंक यानी 1.03 फीसदी की गिरावट के साथ 76,580.57 के स्तर पर कारोबार कर रहा ।
वहीं निफ्टी 246.35 अंक यानी 1.05 फीसदी की गिरावट के साथ 23,185.15 के स्तर पर कारोबार कर रहा ।
प्री ओपनिंग में शेयर बाजार (9.01am) Stock-Market Down Economic Uncertainty
प्री-ओपनिंग में बाजार में गिरावट देखने को मिल रही है। सेंसेक्स 313.84 अंक यानी 0.41 फीसदी की गिरावट के साथ 77,065.07 के स्तर पर कारोबार कर रहा ।
वहीं निफ्टी 185.65 अंक यानी 0.79 फीसदी की गिरावट के साथ 23,245.85 के स्तर पर कारोबार कर रहा।
वैश्विक बाजारों की चाल Stock-Market Down Economic Uncertainty
क्रूड में उबाल भी बाजार का मूड बिगाड़ सकता है। रूस पर अमेरिका की सख्सी से 81 डॉलर के पार निकलकर 5 महीने की ऊंचाई पर भाव पहुंचे है। नेचुरल गैस में भी 6% से ज्यादा का उछाल आया है।
कल कारोबारी दिवस पर कैसी रहा बाजार
10 जनवरी को भारतीय इक्विटी इंडेक्स निगेटिव नोट पर बंद हुए है और निफ्टी 23,450 से नीचे चला गया।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स 241.30 अंक या 0.31 फीसदी की गिरावट के साथ 77,378.91 पर,
और निफ्टी 95 अंक या 0.40 फीसदी की गिरावट के साथ 23,431.50 पर बंद हुआ।
सबसे बड़ा सवाल..? क्या किया जाए इस गिरावट में ..?
Roha Asset Managers के हेड ऑफ इक्विटी दलजीत कोहली ने कहा कि बाजार तीसरी तिमाही के नतीजों के मौसम ये मानकर जा रहा है कि तीसरी तिमाही में रिकवरी आएगी।
अब यहीं पर थोड़ी सी दिक्कत है। क्योंकि अगर ये रिकवरी नहीं आई तो फिर क्या? ये बड़ा सवाल है। आईटी के लिए तीसरी तिमाही अच्छी रह सकती है।
फार्मा और हेल्थकेयर से भी अच्छा करने की उम्मीद है। इसके अलावा बाकी सभी सेक्टरों में नरमी देखने को मिल सकती है।
जितनी रिकवरी की हम उम्मीद कर रहे हैं शायद उतनी रिकवरी देखने को न मिले। सरकार से भी कैपेक्स की काफी उम्मीद दिख रही थी।
लेकिन पिछले तीन महीनों में इस मोर्चे पर भी ज्यादा कुछ होता नहीं दिखा है। जब तक सरकारी कैपेक्स में तेजी नहीं आएगी तब तक हमें इंफ्रा और बाकी कंपनियों में तेजी नहीं दिखेगी।
Stock-Market Down Economic Uncertainty
हालांकि ग्रामीण खपत और वहां से आ रही कमेंट्री अच्छी है। लेकिन शहरी डिमांड में कमजोरी कायम है। ऐसे में खपत वाली कंपनियों से भी कोई बड़ी उम्मीद नहीं है।
(इनपुट मनी कंट्रोल से भी)