Budget 2021-22: जानें आपके लिए बजट में क्या हुआ सस्ता और क्या हुआ महंगा?

मिडिल क्लास के लिए टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया गया। इतना ही नहीं, रक्षा क्षेत्र में भी सरकार ने कोई पैकेज का एलान नहीं किया....

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बजट 2021 में क्या हुआ सस्ता और क्या हुआ महंगा

Budget 2021-22 mein kya hua sasta aur kya mehnga

नई दिल्ली: वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने 1फरवरी 2021 को बजट 2021-2022(Budget 2021-22) पेश किया।

इस बजट में जहां 75 वर्ष से ज्यादा आयु वालों को टैक्स रिटर्न फाइल न करने की छूट दी गई है,लेकिन यह छूट केवल उन लोगों को मिली है जिनकी आय की स्रोत केवल पेंशन से है।

हालांकि वित्तमंत्री ने साफ कहा है कि बैंक जितना टैक्स काटते है वह जारी रहेगा।

तो वहीं मिडिल क्लास के लिए टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया गया। इतना ही नहीं, रक्षा क्षेत्र में भी सरकार ने कोई पैकेज का एलान नहीं किया।

कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन(Lockdown) से डूबती अर्थव्यवस्था को देखते हुए आम आदमी को इस बजट से बहुत सी उम्मीदें थी।

हालांकि कई लोगों को निर्मला सीतारमण ने निराश नहीं किया लेकिन कई जगह जहां राहत की उम्मीदें जताई जा रही थी। उनका जिक्र तक नहीं हुआ।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि केंद्रीय बजट(Union Budget 2021) ऐसे समय आ रहा है जब देश की GDP माइनस में गई।

ढ़ेर सारी योजनाओं के एलान के बीच आम आदमी को सिर्फ यह जानने की उत्सुकता रहती है कि बजट 2021 में क्या सस्ता हुआ है और क्या महंगा हुआ है।

तो चलिए बताते है कि आम बजट 2021-22 में क्या सस्ता हुआ और क्या महंगा हुआ है।

Budget 2021-22 mein kya hua sasta aur kya mehnga

 

 

तो चलिए बताते है कि केंद्रीय बजट में क्या महंगा हुआ है?

मोबाइल फोन और मोबाइल फोन के पार्ट, चार्जर

गाड़ियों के पार्ट्स

इलेक्ट्रानिक उपकरण जैसे-एसी,फ्रिज महंगे हुए।

इम्पोर्टेड कपड़े

सोलर इन्वर्टर, सोलर से उपकरण जैसे-LED लाइट,इन्वर्टर महंगे।

कॉटन

चमड़े का समान महंगा।

मसूर दाल और काबुली चने महंगे।

 

केंद्रीय बजट में क्या सस्ता हुआ?

स्टील से बने सामान

सोना

चांदी

तांबे का सामान

चमड़े से बने सामान

 

बजट का भाषण वित्त मंत्री सीतारमण ने टैबलेट से पढ़ा

कोरोनावायरस के कारण इस वर्ष पहली बार सरकार ने बजट की कॉपियों की छपाई नहीं की बल्कि उन्हें डिजिटली सांसदों को मुहैया कराया जाएगा। इतना ही नहीं, निर्मला सीतारमण ने स्वंय भी आम बजट कागज की कॉपी से पढ़ने की जगह टैबलेट से पढ़ा है।

Dharmesh Jain: धर्मेश जैन www.samaydhara.com के को-फाउंडर और बिजनेस हेड है। लेखन के प्रति गहन जुनून के चलते उन्होंने समयधारा की नींव रखने में सहायक भूमिका अदा की है। एक और बिजनेसमैन और दूसरी ओर लेखक व कवि का अदम्य मिश्रण धर्मेश जैन के व्यक्तित्व की पहचान है।