Paytm Wallet-UPI Apps-RuPay cards no charges on merchant transactions now
नई दिल्ली: पेटीएम (Paytm) ने लॉकडाउन और कोरोना महामारी की मार झेल रहे छोटे दुकानदारों को बड़ी राहत देते हुए मर्चेंट ट्रांजेक्शन को अब शुल्क रहित कर दिया(no charges on merchant transactions now) है।
जी हां, डिजिटल पेमेंट वॉलेट कंपनी पेटीएम ने गुरुवार से बिना किसी चार्ज के मर्चेंट पार्टनर्स को Paytm Wallet, UPI apps और RuPay cards से पेमेंट स्वीकार करने की अनुमति दे दी है।
अब दुकानदार पेटीएम वॉलेट (Paytm Wallet), यूपीआई एप्स (UPI apps) और रूपे कार्ड्स (RuPay cards) से बिना किसी शुल्क पर अनलिमिटेड पेमेंट ले (Paytm Wallet-UPI Apps-RuPay cards no charges on merchant transactions now)सकेंगे।
दूसरे शब्दो में कहें तो अब पेमेंट लेने के लिए व्यापारियों को कोई शुल्क नहीं देना होगा।
दरअसल, कोरोना महामारी और लॉकडाउन के दौरान MSME (Micro, Small and Medium Enterprises) को सपोर्ट करने के लिए Paytm, बैंकों एवं अन्य चार्जेज द्वारा सालाना मर्चेंट डिस्काउंट रेट (Merchant Discount Rate) में 600 करोड़ रुपए का खर्च वहन करेगा।
हालांकि कुछ समय पहले ही Paytm ने मर्चेंट ट्रांजेक्शन (व्यापारिक लेन-देन) पर किसी भी तरह का कोई भी शुल्क नहीं लेने की घोषणा की थी,जो अब लागू हो गई(Paytm Wallet-UPI Apps-RuPay cards no charges on merchant transactions now)
कंपनी ने कहा है कि इस पहल से पेटीएम इकोसिस्टम (Paytm ecosystem) पर 1.7 करोड़ से अधिक मर्चेंट्स यानि दुकानदारों को फायदा होगा,
जो अपने ग्राहकों से पेमेंट स्वीकार करने के लिए पेटीएम ऑल-इन-वनक्यूआर (Paytm All-in-One QR), पेटीएम साउंडबॉक्स (Paytm Soundbox) और पेटीएम ऑल-इन-वन एंड्रॉयड पीओएस (Paytm All-in-One Android POS) का उपयोग करते हैं।
गौरतलब है कि Paytm देश के सबसे बड़े पेमेंट सोल्यूशन्स में से एक है, जिसके ग्राहक बड़ी संख्या में मौजूद हैं।
Paytm के वरिष्ठ उपाध्यक्ष कुमार आदित्य ने कहा कि हमारा मानना है कि इन शुल्कों को माफ करने से सभी MSME को लाभ होगा। यह कदम व्यापारियों को डिजिटल भुगतान के लिए भी प्रोत्साहित करेगा जो डिजिटल इंडिया मिशन को और मजबूत करेगा।
व्यापारियों को यह चुनने की भी सुविधा होगी कि वे भुगतान को सीधे अपने बैंक अकाउंट या सीधे अपने Paytm Wallet में से कहां लेना चाहते हैं।
कंपनी पेटीएम वॉलेट, यूपीआई, रूपे, एनईएफटी और आरटीजीएस सहित अन्य सभी तरीकों से भुगतान की स्वीकृति को बढ़ावा दे रही है।
(इनपुट एजेंसी से भी)