बड़ी खबर, फेड के फैसले के बाद रुपया रिकॉर्ड निचले स्तर पर

डॉलर के मुकाबले रुपया आज 31 पैसे कमजोर होकर 80.29 के स्तर पर खुला।

बड़ी खबर-फेड के फैसले के बाद रुपया रिकॉर्ड निचले स्तर पर,

 rupee at hit record low against us dollar 

नई दिल्ली: देश-विदेश के शेयर बाजारों में इस समय मंदी का दौर जारी है l

ऐसे में भारतीय शेयर बाजार भी उतार-चढाव के दौर से गुजर रहे है l इस बीच भारतीय रुपये में बड़ी गिरावट दर्ज की गई है l

फेडरल रिजर्व के कठोर फैसले के बाद भारतीय रुपया डॉलर के मुकाबले रिकॉर्ड निचला स्तर छुता नजर आया। 

डॉलर के मुकाबले रुपया आज 31 पैसे कमजोर होकर 80.29 के स्तर पर खुला।

कारोबारी सत्र के आगे बढ़ने के साथ ही इसमें और गिरावट गहराई और रुपया 80.35 के स्तर तक जाता नजर आया।

फेड द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी से एशियन करेंसीस में भी कमजोरी देखने को मिल रही है।

साउथ कोरिया की करेंसी वॉर्न में 1 फीसदी की गिरावट देखने को मिली रही है जबकि फिलीपींस की करेंसी पेसो (peso) में 0.73 फीसदी,

चीन की करेंसी रॅन्मिन्बी (Renminbi) में 0.6 फीसदी, जापान की करेंसी येन (yen ) में 0.57 फीसदी,

थाइलैंड की करेंसी थाई बात (Thai Baht) में 0.51 फीसदी की गिरावट देखने को मिल रही है।

इससे पहले,

कल के शुरुआती कारोबार में भी रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 42 पैसे गिरकर अब तक के सबसे निचले स्तर 80.38 पर आ गया हैl 

डॉलर के मुकाबले रुपये में 6 महीने में सबसे बड़ी इंट्राडे गिरावट देखने को मिली है।

बता दें कि डॉलर के मुकाबले रुपया बुधवार के कारोबार में 79.98 के स्तर पर बंद हुआ था।

फिलहाल 10.20 बजे के आसपास डॉलर के मुकाबले रुपया 80.51 के स्तर पर नजर आ रहा था।

बुधवार यानी 21 सितंबर को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 79.9750 के स्‍तर पर बंद हुआ थाl

 rupee at hit record low against us dollar 

बुधवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 79.79 के स्‍तर पर खुला था और दिन के कारोबार के दौरान इसमें लगातार गिरावट देखी गई थी l 

बुधवार को डॉलर इंडेक्‍स (Dollar Index) 2 दशकों के उच्‍च स्‍तर 110.87 पर पहुंच गया था l

हालांकि, इस बात की संभावना काफी कम है कि महंगाई पर काबू पाने के लिए अमेरिकी फेडरल रिजर्व ब्‍याज दरों में 100 आधार अंकों (Basis Points) की बढ़ोतरी करेगा l

Dharmesh Jain: धर्मेश जैन www.samaydhara.com के को-फाउंडर और बिजनेस हेड है। लेखन के प्रति गहन जुनून के चलते उन्होंने समयधारा की नींव रखने में सहायक भूमिका अदा की है। एक और बिजनेसमैन और दूसरी ओर लेखक व कवि का अदम्य मिश्रण धर्मेश जैन के व्यक्तित्व की पहचान है।