Sukanya-Samriddhi-PPF-other-Small-saving-schemes-interest-rate-may-reduce-after-EPF
नई दिल्ली:एक ओर महंगाई की मार और ऊपर से हर तरफ से जमा-पूंजी पर लगातार ब्याज दरों की कटौती बरकरार।
ऐसे में आम आदमी का जीना मुश्किल नहीं होगा तो और क्या होगा।
बीते दिनों ही सरकार ने कर्मचारियों के प्रॉविडेंट फंड की ब्याज दरों में भारी कटौती की(EPF interest rate cut) है
और अब स्मॉल सेविंग स्कीम्स की ब्याज दरों पर भी कैंची चलाई जा सकती(Sukanya-Samriddhi-PPF-other-Small-saving-schemes-interest-rate-may-reduce-after-EPF)है।
मौजूदा समय में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन(EPFO)अपने कर्मचारियों को ईपीएफ पर ब्याज दर चार दशक में सबसे कम दे रहा है।
जहां एक वक्त 8.65 मिलता था ,तो वहीं अब ईपीएफ पर ब्याज दर 8.1 हो गई है।
इतना ही नहीं,अब संकेत मिल रहे है कि मोदी सरकार पोस्ट ऑफिस की स्माॉल सेविंग स्कीम्स की ब्याज दरों में भी भारी कटौती कर सकती(Sukanya-Samriddhi-PPF-other-Small-saving-schemes-interest-rate-may-reduce-after-EPF)है।
यदि स्मॉल सेविंग स्कीम्स की ब्याज दरों में कटौती होती है तो मिडिल क्लास और गरीब तबके के बीच सबसे ज्यादा फेमस योजनाएं सुकन्या समृद्धि योजना(Sukanaya Samriddhi),पब्लिक प्रॉविडेंट फंड यानि PPF और किसान विकास पत्र में निवेश करने वालों को भारी नुकसान और तगड़ा झटका मिल सकता है।
देश में वैसे ही पेट्रोल-डीजल के दामों(Petrol-diesel price hike)में रोजाना 80-80 पैसे की बढ़ोतरी हो रही है। एलपीजी सिलेंडर भी 50 रुपये महंगा(LPG Cylinder price hike)हो गया है।
खाद्द वस्तुएं आम आदमी की पहुंच से बढ़ती महंगाई के कारण दूर हो चुकी है।बेरोजगारी बेतहाशा है और कम सैलरी व नौकरी की कमी से घर का गुजारा करना मुश्किल हो चला है।
ऐसे में आम आदमी स्मॉल सेविंग स्कीम्स में निवेश करके अपने और अपने बच्चों के भविष्य के लिए जो भी जोड़ रहा है,
अब उसकी ब्याज दरों में भी कटौती के संकेत मिल रहे(Sukanya-Samriddhi-PPF-other-Small-saving-schemes-interest-rate-may-reduce-after-EPF)है।
जानियें क्यों स्मॉल सेविंग स्कीम्स की ब्याज दरों में कटौती की है आशंका?
Sukanya-Samriddhi-PPF-other-Small-saving-schemes-interest-rate-may-reduce-after-EPF
RBI ने अपनी “स्टेट ऑफ द इकोनॉमी” रिपोर्ट में कहा है कि तुलनात्मक आधार पर स्मॉल सेविंग स्कीम्स(Small saving schemes) की वर्तमान ब्याज दरें 42-168 बीपीएस अधिक हैं।
आपको बता दें कि भारत सरकार ने 31 दिसंबर, 2021 को स्मॉल सेविंग स्कीम्स पर ब्याज दरों की समीक्षा की थी और लगातार सातवीं तिमाही के लिए अपरिवर्तित छोड़ दिया।
हालांकि तब खबर आई थी कि सरकार ब्याज दरें कम करने जा रही है लेकिन चुनावी मौसम को देखते हुए इस फैसले को टाल दिया गया था।
ऐसा अनुमान है कि सरकार 31 मार्च को 2022-23 की पहली तिमाही के लिए स्मॉल सेविंग स्कीम्स पर ब्याज दरों की समीक्षा कर सकती है।
मौजूदा समय में स्मॉल सेविंग स्कीम्स पर कितनी मिल रही है ब्याज दर?
Sukanya-Samriddhi-PPF-other-Small-saving-schemes-interest-rate-may-reduce-after-EPF
-पीपीएफ(PPF) पर 7.1 फीसदी की दर से ब्याज दिया जा रहा है
-जबकि सुकन्या समृद्धि(Sukanya Samriddhi)अकाउंट पर 7.6 फीसदी प्रति वर्ष की ब्याज दर है।
-इसके अलावा वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS) की ब्याज दर 7.4 फीसदी प्रति वर्ष है।
-अन्य छोटी बचत योजनाओं में डाकघर बचत खाता पर 4 फीसदी प्रति वर्ष की ब्याज दर मिल रही है।
EPF की ब्याज दर में 4 दशक में सबसे ज्यादा कटौती
Sukanya-Samriddhi-PPF-other-Small-saving-schemes-interest-rate-may-reduce-after-EPF
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने पिछले दिनों ईपीएफ पर ब्याज दर घटाकर 8.1 फीसदी कर दिया जो पिछले करीब चार दशक में सबसे कम है।
हालांकि, बैंकों की ओर से फिक्स्ड डिपॉजिट(Fixed Deposit)की ब्याज दरों में बढ़ोतरी की जा रही है,लेकिन यह अभी भी 2013 के मुकाबले बहुत कम है।