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आतंकवादी और शरणार्थियों की घुसपैठ रोकने को पाक-बांग्लादेश से सटी सीमाएं होंगी सील: राजनाथ

ग्वालियर (मप्र), 26 मार्च: केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने यहां शनिवार को कहा कि आतंकवादी और शरणार्थियों की घुसपैठ को रोकने के लिए भारत से लगी पाकिस्तान और बांग्लादेश की अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं को जल्द ही सील किया जाएगा। ग्वालियर के टेकनपुर स्थित सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ ) अकादमी में आयोजित पासिंग आउट परेड के मौके पर पहुंचे राजनाथ ने कहा कि घुसपैठ रोकने की जिम्मेदारी बोर्डर मैनेजमेंट डिवीजन को दी गई है।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से सटी 3323 किलोमीटर लंबी सीमा को अभेद्य बनाया जाएगा। पंजाब में 45 स्थानों पर और कश्मीर में 6.9 किलोमीटर लंबी लेजर वॉल पहले ही लगाई जा चुकी है। पंजाब व जम्मू-कश्मीर में कई जगह पक्की दीवार बनेगी और गुजरात में लेजर वॉल व लेजर वीम से सीमा सील होगी।

केंद्रीय गृहमंत्री ने दीक्षांत समारोह के बाद संवाददाताओं से कहा, “देश की सीमाओं की सुरक्षा में बीएसएफ अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन बखूबी कर रहा है। यही कारण है कि बीएसएफ के प्रति देश के लोगों का भरोसा बढ़ा है। बीएसएफ की सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी।”

घुसपैठ न थमने के सवाल पर राजनाथ ने कहा, “सीमाएं सील की जाएंगी। जहां फेंसिंग हो सकती है, वहां की जाएगी और जहां यह नहीं हो सकेगी, वहां तकनीक का सहारा लिया जाएगा।”

देश में बढ़ती नक्सली घटनाओं का जिक्र किए जाने पर उन्होंने कहा कि नक्सलवाद का प्रभाव बढ़ा नहीं, घटा है। ढाई-तीन वर्षो के दौरान नक्सलवाद में 50 से 55 प्रतिशत की कमी आई है। पहले देश के 135 जिले नक्सल प्रभावित थे, जो वर्तमान में 35 रह गए हैं। इन जिलों में भी नक्सली घटनाओं में कमी आई है। यह 80 के दशक की समस्या है।

राजनाथ ने कहा, “जिन राज्यों में नक्सलवाद का प्रभाव है, वहां की सरकारें अपनी जिम्मेदारियां बखूबी निभा रही हैं। इसमें केंद्र सरकार पूरी मदद दे रही है। अर्धसैनिक बलों की 100 से अधिक बटालियन इन क्षेत्रों में तैनात हैं।”

मध्यप्रदेश में समानांतर टेलीफोन एक्सचेंज चलाकर भारत के सामरिक महत्व की जानकारी पाकिस्तान तक पहुंचाने के आरोप में पकड़े गए युवाओं के भाजपा से रिश्ते होने के सवाल पर सिंह ने कहा कि इस मामले की जांच एनआईए कर रही है, आरोपी बख्शे नहीं जाएंगे।

–आईएएनएस

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