नई दिल्ली:CBSE 10th Board Exam twice a year from 2026-know new rule-दसवीं बोर्ड परीक्षा के लिए सीबीएसई बोर्ड(CBSE Board)ने नए नियम जारी कर दिए है।
इन नए नियमों के तहत केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानि (CBSE Board Exam)अब 10वीं बोर्ड की परीक्षा वर्ष में दो बार करवाने जा रहा(CBSE 10th Board Exam twice a year from 2026)है।
बुधवार को सीबीएसई बोर्ड ने 10वीं कक्षा के छात्रों के लिए बोर्ड परीक्षा में नए अहम बदलाव को मंजूरी(CBSE Class 10th Board Exam new rule)देते हुए इसकी घोषणा की है।
सीबीएसई बोर्ड अब दसवीं की परीक्षा सिर्फ एक बार नहीं बल्कि साल में दो बार लेगा। सरल शब्दों में कहें तो, अब दसवीं के छात्रों को बोर्ड की परीक्षा वर्ष में दो बार देनी होगी।
सीबीएसई एग्जाम कंट्रोलर संयम भारद्वाज ने बताया कि बोर्ड परीक्षाएं अब दो चरणों में आयोजित होगी।
बोर्ड ने 10वीं की परीक्षा में नए बदलाव के पैटर्न को मंजूरी देते हुए कहा कि वर्ष 2026 यानि अगले साल से सीबीएसई बोर्ड 10वी की परीक्षा के लिए नए नियम लागू कर रहा(New rule for class 10th exam 2026)है,
जिसके तहत दसवीं की बोर्ड परीक्षा अब साल में दो बार आयोजित होगी। यानि जो छात्र इस साल नौंवी कक्षा में है और अगले साल दसवीं में जाएंगे,उन्हें अब वर्ष में दो बार 10वीं बोर्ड की परीक्षा देनी(CBSE 10th Board Exam twice a year from 2026-know new rule)होगी।
हालांकि सीबीएसई बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि दसवीं बोर्ड परीक्षा के नए नियमों के अंतर्गत छात्रों को पहली परीक्षा फरवरी में देनी होगी और यह अनिवार्य होगी।
जबकि मई महीने में आयोजित होने वाली दूसरी परीक्षा उन छात्रों के लिए ऑप्शनल यानि वैकल्पिक जो अपने अटैम्पट में सुधार करना चाहते है।
बोर्ड ने कहा है कि 10 बोर्ड परीक्षा में यह नया बदलाव राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के अनुरूप है, जो छात्रों को एक ही शैक्षणिक वर्ष के अंदर दूसरा प्रयास प्रदान करके बोर्ड परीक्षा के प्रेशर को कम करने की सिफारिश करता है।
25 जून 2025 को सीबीएसई ने दसवीं बोर्ड परीक्षा के इस नए पैटर्न वाले बदलाव को अपनी मंजूरी दे दी है। अब 10वीं बोर्ड परीक्षा के ये नए नियम अगले साल यानि 2026 से लागू हो(CBSE 10th Board Exam twice a year from 2026-know new rule)जाएंगे।
CBSE 10 वीं बोेर्ड परीक्षा 2026 के नए नियम क्या है?-What are the new rules of CBSE 10th Board Exam 2026?
-सीबीएसई बोर्ड अगले साल यानि 2026 से दसवीं की परीक्षा साल में दो बार आयोजित करेगा।
-10वीं बोर्ड परीक्षा का पहला चरण फरवरी में होगा,जोकि अनिवार्य होगा। यानि इस चरण में बोर्ड परीक्षा देना सभी छात्रों के लिए अनिवार्य होगा।
-पहले चरण का रिजल्ट अप्रैल(CBSE 10th Result)में आएंगा।
-10वीं बोर्ड परीक्षा का दूसरा चरण मई में आयोजित होगा,जोकि वैकल्पिक होगा। यानी छात्र चाहें तो इसमें शामिल हो सकते हैं।
-दूसरे चरण का रिजल्ट जून में आएंगा।
-यानि सीबीएसई बोर्ड दसवीं परीक्षा के पहले और दूसरे चरण के परिणाम क्रमश: अप्रैल और जून में जारी होंगे।
-दोनों चरण की परीक्षाएं छात्रों के लिए पूर्ण पाठ्यक्रम पर आयोजित करवाई जाएंगी।
-इसमें पहला चरण छात्रों के लिए अनिवार्य और दूसरा चरण वैकल्पिक होगा। यानि छात्रों की इच्छा है कि वह दूसरे चरण की ऑप्शनल परीक्षा में बैठना चाहते है या नहीं। इसे विशेषतौर पर प्रदर्शन सुधारने के लिए एक और नए प्रयास के रूप में रखा गया है।
-हालांकि दसवीं के छात्रों को साइंस, मैथ्स, सोशल साइंस और भाषा यानि लैंग्वेज सरीखे विषयों से किन्हीं भी तीन सब्जेक्ट में अपने अंक यानि मार्क्स में सुधार का अवसर मिलेगा।
-सीबीएसई ने कहा है कि विंटर सेशन में अध्ययन करने वाले कक्षा 10वीं के छात्रों को पहले या दूसरे चरण में बोर्ड परीक्षा के लिए उपस्थित होने का विकल्प मिलेगा।
-वैसे, आंतरिक मूल्यांकन पूरे वर्ष में सिर्फ एक बार किया जाएगा।
आपको बता दें कि सीबीएसई ने इस वर्ष फरवरी में एक मसौदा नीति जारी की थी और इस पर लोगों से सुझाव मांगे थे।
CBSE के अध्यक्ष राहुल सिंह ने कहा कि यह कदम नई शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 की सिफारिशों के अनुसार लिया गया है।
एनईपी का सुझाव है कि बोर्ड परीक्षाओं के दबाव को कम करने के लिए, छात्रों को एक ही वर्ष में दो बार परीक्षा देने की अनुमति दी जानी चाहिए, ताकि वे अपने प्रदर्शन में सुधार कर सकें।
वैसे अभी इस बात की पुष्टि नहीं की गई है कि सीबीएसई दोनों चरणों की बोर्ड परीक्षा के लिए सेंटर अलग-अलग होंगे या फिर दोनों चरणों की परीक्षाएं उसी स्कूल में आयोजित होंगी जहां,छात्र पढ़ रहे है।
(CBSE 10th Board Exam twice a year from 2026-know new rule)