Delhi Noida Schools: दिल्ली/नोएडा में स्कूल फिर से खुलेंगे या रहेंगे बंद? जिला प्रशासन ने जारी किया ये आदेश

वायु प्रदूषण के स्तर में थोड़ा सुधार देखते हुए स्कूल मैनेजमेंट दिल्ली और नोएडा में सभी कक्षाओं के छात्रोंं के लिए स्कूलों को 27 नवंबर से खोल सकते है लेकिन बच्चों को स्कूल भेजने का निर्णय पूरी तरह से अभिभावकों की अनुमति पर ही निर्भर होगा। जो अभिभावक अपने बच्चों को ऑफलाइन क्लासेज के लिए नहीं भेजना चाहते,उनके लिए बच्चों को ऑनलाइन क्लासेज उपलब्ध कराई जाएंगी।

दिल्ली-नोएडा में फिर से खुलेंगे स्कूल

Delhi Noida schools reopen or remain close-know District administration orders-दिल्ली-एनसीआर(Delhi/NCR)में वायु प्रदूषण(Air Pollution in Delhi/NCR)के गंभीर स्तर को देखते हुए दिल्ली,नोएडा और गाज़ियाबाद में सभी स्कूल बीते दो हफ्तों से बंद(Delhi-Noida schools close) थे,लेकिन अब जिला प्रशासन ने स्कूलों को फिर से खोलने का निर्णय लिया(Delhi Noida schools reopen)है।

दरअसल, सुप्रीम कोर्ट(Supreme Court)में दिल्ली वायु प्रदूषण के मामले पर सुनवाई के बाद दिल्ली शिक्षा निदेशालय और नोएडा जिला प्रशासन ने निर्देश दिया है कि दिल्ली-नोएडा के स्कूलों में क्लासेज ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड पर चलाई जा सकती(Delhi Noida schools reopen or remain close-know District administration orders)है।

वायु प्रदूषण के स्तर में थोड़ा सुधार देखते हुए स्कूल मैनेजमेंट दिल्ली और नोएडा(Delhi Schools)में सभी कक्षाओं के छात्रोंं के लिए स्कूलों को 27 नवंबर से खोल सकते(Delhi Noida schools reopen from 27th Nov 2024)है लेकिन बच्चों को स्कूल भेजने का निर्णय पूरी तरह से अभिभावकों की अनुमति पर ही निर्भर होगा।

जो अभिभावक अपने बच्चों को ऑफलाइन क्लासेज के लिए नहीं भेजना चाहते,उनके लिए बच्चों को ऑनलाइन क्लासेज उपलब्ध कराई जाएंगी।

हालांकि नोएडा डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट मनीष वर्मा ने बताया कि जिन इलाकों प्रदूषण का स्तर बेहद गंभीर स्तर से सुधरा है,वहां पर स्कूलों को फिर से खोला जा सकता है।

जिला प्रशासन का यह निर्देश नोएडा के स्कूलों के लिए राहत की तरह आया।

जिला प्रशासन ने स्कूलों को फिर से खोलने और ऑफ़लाइन कक्षाओं के संबंध में निर्णय लिया है, जिन्हें वायु प्रदूषण में वृद्धि के कारण ऑनलाइन में स्थानांतरित कर दिया गया(Delhi Noida schools reopen or remain close-know District administration orders)था।

प्रशासन ने कहा है कि स्कूल ऑफलाइन(School offline) और ऑनलाइन (School Online) दोनों मोड में चलाए जा सकते हैं।

लेकिन इस बात पर ध्यान दें कि जिलाधिकारी ने बच्चों के माता-पिता  को सलाह दी है कि यदि वे अस्वस्थ हैं तो अपने बच्चों को स्कूल न भेजें।

उन्होंने वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने में मदद के लिए लोगों से वाहनों का उपयोग करने से बचने का भी आग्रह किया।

आपको बता दें कि दिल्ली, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फ़रीदाबाद में प्रदूषण(Delhi-NCR Pollution level) के गंभीर स्तर के कारण 12वीं कक्षा तक के छात्रों के लिए शारीरिक कक्षाएं  25 नवंबर तक निलंबित रहीं।

इन क्षेत्रों के अधिकारियों ने स्वतंत्र रूप से बंद का विस्तार करने का फैसला लिया क्योंकि दिल्ली का AQI बहुत खराब श्रेणी में बना हुआ था।

 

दिल्ली/नोएडा जिला प्रशासन ने स्कूल खोलने को लेकर दिए ये निर्देश

सीएक्यूएम के आदेश के अनुपालन में, दिल्ली सरकार(Delhi Govt)के शिक्षा निदेशालय ने अपने अधिकार क्षेत्र के तहत सभी सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त और गैर सहायता प्राप्त मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों के प्रमुखों के साथ-साथ एनडीएमसी, एमसीडी(MCD)और दिल्ली छावनी को निर्देश जारी किए हैं।

बोर्ड ने अगले आदेश तक तत्काल प्रभाव से सभी कक्षाओं के छात्रों के लिए कक्षाएं हाइब्रिड मोड में चलाने के संबंध में आदेश लिया है,यानि सभी कक्षाएं ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड पर(Delhi Noida schools reopen or remain close-know District administration orders) चलेंगी।

वहीं नोएडा जिला मजिस्ट्रेट मनीष वर्मा ने नए दिशानिर्देश जारी किए हैं, जिसमें कहा गया है कि जिन क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता में सुधार हुआ है, वहां स्कूल फिर से खुल सकते हैं।

हालाँकि, यह माता-पिता पर निर्भर करेगा कि वे अपने बच्चों को भेजना चाहते हैं या नहीं। यदि माता-पिता ऑनलाइन मोड चुनते हैं, तो स्कूलों को वह विकल्प प्रदान करना होगा।

पिछले कुछ दिनों में नोएडा और उसके आसपास कोई स्मॉग देखने को नहीं मिला. लेकिन, हवा की गुणवत्ता अभी भी खराब श्रेणी में बनी हुई है।

जिला मजिस्ट्रेट ने कहा कि ऑनलाइन मोड 26 नवंबर तक चालू था।

एक बैठक आयोजित की गई जिसमें निर्णय लिया गया कि स्कूल 27 नवंबर से फिर से खोले(Delhi Noida schools reopen) जाएंगे।

स्कूल प्रबंधन अपने-अपने क्षेत्र में  वायु प्रदूषण के स्तर का संज्ञान लेने के बाद स्कूल को फिर से खोलने का निर्णय ले सकता है। 

 

 

क्या है हाइब्रिड मोड?- What is Hybrid Mode?

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद, वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM)ने दिल्ली-एनसीआर में राज्य सरकारों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि शैक्षणिक संस्थानों में कक्षाएं ‘हाइब्रिड’ मोड में आयोजित की जाएं।

शीर्ष अदालत ने सोमवार को वायु गुणवत्ता पैनल को उच्च वायु प्रदूषण स्तर के कारण निलंबित की गई फिजिकल कक्षाओं को फिर से शुरू करने पर विचार करने का निर्देश दिया।

अब आपको बताते है कि आखिर हाइब्रिड मोड है क्या? दिल्ली,नोएडा और गाज़ियाबाद में बच्चों की कक्षाएं हाइब्रिड मोड पर(Delhi Noida schools reopen or remain close-know District administration orders) चलेंगी। 

इसका मतलब है कि स्कूलों में बच्चों की कक्षाएं ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरह से चलेंगी।

जहां बच्चे ऑनलाइन क्लास ले सकते है वहां ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित होंगी तो और जहां वायु गुणवत्ता में थोड़ा सुधार दिखा,वहां स्कूल ऑफलाइन कक्षाएं आयोजित कर सकते है।

हालाँकि, प्रदूषण-विरोधी पैनल ने कहा कि शिक्षा का ऑनलाइन तरीका अपनाने का विकल्प, जहाँ भी उपलब्ध हो, छात्रों और उनके अभिभावकों पर निर्भर करेगा।

 

 

 

हाइब्रिड मोड के बाद कब खुलेंगे स्कूल?

सरकारी आदेश के अनुसार, जब तक हवा की गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में है और GRAP IV प्रतिबंध लागू हैं, तब तक स्कूल हाइब्रिड मोड में कार्य करेंगे।

हालांकि, अधिकारियों ने यह घोषणा नहीं की है कि हाइब्रिड मोड के बाद स्कूल आखिरकार पूरी तरह से कब खुलेंगे। माना जा रहा है कि प्रदूषण का स्तर सामान्य होने और हवा की गुणवत्ता में सुधार होने पर स्कूल पूरी तरह से खुल सकते हैं।

 

 

 

GRAP IV के तहत ऑफलाइन कक्षाएं निलंबित

वायु प्रदूषण के गंभीर स्तर के बीच ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) IV प्रतिबंधों के कार्यान्वयन के कारण दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम और गाजियाबाद में पिछले दो हफ्तों से स्कूलों को निलंबित कर दिया गया है।

यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि दिल्ली का AQI ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रहने के बाद 25 नवंबर तक स्कूलों को बंद रखने का निर्णय संबंधित अधिकारियों द्वारा स्वतंत्र रूप से लिया गया था।

 

 

 

दिल्ली की वायु गुणवत्ता

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार को ‘बहुत खराब’ वायु गुणवत्ता देखी गई, जिसमें पिछले सप्ताह की ‘गंभीर’ वायु गुणवत्ता की तुलना में थोड़ा सुधार हुआ है।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, सुबह 7 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 382 दर्ज किया गया, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है।

राष्ट्रीय राजधानी में धुंध की मोटी परत छाई हुई है और कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक अब भी ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बना हुआ है।

 

 

 

 

 

(Delhi Noida schools reopen or remain close-know District administration orders)

Varsa: वर्षा कोठारी एक उभरती लेखिका है। पत्रकारिता जगत में कई ब्रैंड्स के साथ बतौर फ्रीलांसर काम किया है। अपने लेखन में रूचि के चलते समयधारा के साथ जुड़ी हुई है। वर्षा मुख्य रूप से मनोरंजन, हेल्थ और जरा हटके से संबंधित लेख लिखती है लेकिन साथ-साथ लेखन में प्रयोगात्मक चुनौतियां का सामना करने के लिए भी तत्पर रहती है।