Teacher’s Day Special 6 teachers who brought the biggest change in India
नई दिल्ली (समयधारा): यह कहना गलत नहीं होगा कि एक अच्छी शिक्षा के पीछे शिक्षा देने वाला शिक्षक ही होता है।
एक अध्यापक हमेशा ही विद्यार्थी के जीवन का केंद्र होता है।
एक शिक्षक एक विद्यार्थी को शिक्षा देने के साथ-साथ सामाजिक शिक्षा भी प्रदान करते हैं।
आज हम आपको भारत के 6 महान शिक्षकों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनकी दी हुई शिक्षा के संदेश आज भी युवाओं के बीच में बने हुए हैं।
चलिए जान लेते हैं कौन से हैं वे पांच भारत के महान शिक्षक और उनके जीवन से जुड़े कुछ रोचक
- डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन
- चाणक्य
- रवींद्रनाथ टैगोर
- स्वामी विवेकानंद
- सावित्रीबाई फुले
- डॉ एपीजे अब्दुल कलाम
इसीलिए मनाया जाता है 5 सितंबर को शिक्षक दिवस
Teacher’s Day Special 6 teachers who brought the biggest change in India
1-डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन
डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन 20वीं सदी के सबसे महान शिक्षक थे, जिनका जन्म 6 सितंबर 1888 को हुआ था।
उन्होंने सदैव ही भारत के देशवासियों के बीच परिवर्तन के नए नियम बनाएं और साथ ही भारत को एक नया स्वरूप देने के नियमों का पालन करने के लिए कहा।
उनके विचारों ने सदैव भारत और पश्चिमी देशों के बीच मित्रता के माहौल को बनाने की कोशिश की।
उन्होंने अपने जन्मदिन को उत्सव की तरह मनाने की बजाए एक यादगार दिन के रूप में बनाने की सलाह दी जिसे शिक्षक दिवस के रुप में मनाया जाता है।
2-चाणक्य
चंद्र गुप्त मौर्य के राज्य काल के दौरान सबसे महान शिक्षक कहे जाने वाले चाणक्य सदैव ही एक न्यायवादी और दार्शनिक गुरु के रूप में जाने गए।
उनके द्वारा कई सारी शैक्षिक नीतियां लिखी गईं जिनका पालन आज भी विधि पूर्वक किया जाता है।
वह बहुत बड़े अर्थ शास्त्री भी हुए जिन्होंने कई सारी नैतिक किताबें व अर्थशास्त्र से जुड़ी किताबें भी लिखी।
वह चौथीं शताब्दी के ऐसे गुरु हुए जिनके सफल जीवन की नीतियों को आज के युवक भी अपने जीवन में अपनाकर सफलता की कुंजी प्राप्त करते हैं।
Teacher’s Day Special 6 teachers who brought the biggest change in India
3-रवींद्रनाथ टैगोर
7 मई 1861 को भारत देश में एक महान शिक्षक ने जन्म लिया था।
उन्होंने अपने जीवन में कई सारी किताबें लिखीं जिसमें उन्होंने भारत के युवाओं को देश के लिए समर्पण और देश भक्ति की भावना के लिए प्रोत्साहित किया।
रवींद्र नाथ टैगोर ने सदैव ही विद्यार्थियों को नाटक करना, पेड़ों पर चढ़ना, फलों को तोड़ कर खाना और डांस जैसी कई सारी शारीरिक गतिविधियों को करने के लिए प्रोत्साहित किया।
इतना ही नहीं, बल्कि उन्होंने भारत देश को अंग्रेजों की गुलामी से निजात दिलाने के लिए स्वतंत्रता संग्राम में भी भाग लिया।
4-स्वामी विवेकानंद
स्वामी विवेकानंद भारत के एक ऐसे प्रमुख गुरु के रूप में जाने गए जो विद्यार्थियों में आत्मविश्वास की भावना को जगाने के लिए और उस को बढ़ावा देने के लिए जाने गए।
उनके दिए गए उपदेशों का पालन आज की युवा पीढ़ी भी करती है और ऐतिहासिक काल से ही उनके उपदेशों का पालन किया जाता आया है।
1863 में जन्मे स्वामी विवेकानंद ने “रामकृष्ण मिशन” की स्थापना की जिसके तहत उन्होंने एक मठ में भिक्षुक बनकर अपने अनुयायियों को व्यवहारिक वेदांत के बारे में बताया।
Teacher’s Day Special 6 teachers who brought the biggest change in India
6-सावित्रीबाई फुले
पुरुष ही नहीं बल्कि महिलाएं भी भारत के इतिहास में अपनी पहचान बनाती आई है।
ऐसे में यदि शिक्षकों की बात आती है तो सबसे सावित्रीबाई फुले का नाम नहीं भुलाया जा सकता।
उन्होंने एक महिला शिक्षक के रूप में महिलाओं पर होने वाले अत्याचारों के खिलाफ मजबूत आवाज़ उठाई।
शिक्षक और समाज सेविका के रूप में उन्होंने सदैव ही भारत की लड़कियों को शिक्षा के महत्व के बारे में समझाते हुए शैक्षिक होने के लिए सदैव ही समर्थन दिया।
6-डॉ एपीजे अब्दुल कलाम
भारत के लाखों लोगों की प्रेरणा बनने वाले डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम को भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी “मिसाइल मैन” के नाम से जाना जाता है।
वे भारत के 11वें राष्ट्रपति रह चुके हैं और साथ ही भारत में होने वाली अंतरिक्ष से जुड़ी ग्रंथियों में अपना नेतृत्व अहम रूप से निभा चुके हैं।
हमेशा से ही उन्हें एक शिक्षक बनने का शौक था और उन्होंने अपने इस जज्बे को आगे बढ़ाते हुए एक शिक्षक के रूप में अपना नाम देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी रोशन किया।
वे शिक्षा के महत्व को जानते थे इसलिए उन्होंने एयरोस्पेस से अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की जिसके बाद वे एक महान वैज्ञानिक बन गए।
वैज्ञानिक के तौर पर उन्हें डीआरडीओ में शामिल होने का मौका मिला।
Teacher’s Day Special 6 teachers who brought the biggest change in India
वे एक ऐसे साइंटिस्ट थे जिन्होंने देश के अंतरिक्ष अनुसंधान के साथ जोड़कर कई सारी परियोजनाओं को पूरा किया।
साथ ही उन्होंने नासा और इसरो जैसी बड़ी अंतरिक्ष अनुसंधानों के साथ मिलकर भी कई सारी परियोजनाओं में उनकी सहायता की।
उनके महान कार्य की वजह से वह आज भी विदेशों में अपने एक अलग नाम से जाने जाते हैं।