Corona गुड न्यूज! सस्ता कोरोनावायरस टेस्ट किट तैयार! CSIR को अप्रूवल का इंतजार

IGIB प्रयोगशाला ने क्रिस्पर कैश सिस्टम का इस्तेमाल करके COVID-19 के लिए एक पेपर-बेस्ड टेस्ट तैयार किया है...

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नई दिल्ली: CSIR claim budget Coronavirus test kit ready- कोरोनावायरस (Coronavirus) से आज पूरा विश्व डरा हुआ है। सभी को इसकी वैक्सीन का बेसब्री से इंतजार है,जिसे बनाने में समय लग सकता है लेकिन इसी बीच कोरोना (Corona) को लेकर एक गुड न्यूज आई है।

CSIR अर्थात वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद ने किफायती कोरोनावायरस टेस्ट किट तैयार कर ली है,जोकि अंतिम परीक्षण के दौर में है और अब इसके अप्रूवल का इंतजार (CSIR claim budget Coronavirus test kit ready) है।

खबरों की मानें तो CSIR ने दावा किया है कि कोरोनावायरस (Novel Coronavirus) से पैदा होने वाली बीमारी COVID-19 की जांच के लिए उन्होंने अपनी प्रयोगशाला IGIB में पेपर बेस्ड टेस्ट किट तैयार की है।

इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह कोरोनावायरस टेस्ट किट न केवल सस्ती होगी बल्कि यह जल्दी और सटीक नतीजे भी देगी।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, CSIR के महानिदेशक डॉ शेखर मांडे ने बताया है कि उनकी IGIB प्रयोगशाला ने क्रिस्पर कैश सिस्टम का इस्तेमाल करके COVID-19 के लिए एक पेपर-बेस्ड टेस्ट तैयार किया है।

इसके लिए अब रेगुलेटरी अप्रूवल का इंतजार (CSIR claim budget Coronavirus test kit ready, waiting for approval) है।

डॉ मांडे ने बताया कि इस टेस्ट किट की कॉस्टिंग काफी कम होगी और यह सटीक के साथ-साथ जल्दी नतीजे भी देगी। बकौल डॉ मांडे इस कोरोना टेस्ट की कीमत तकरीबन 500 रुपये होगी।

उन्होंने आगे बताया कि “संभावना है कि पेपर टेस्ट को लेकर कुछ ही वक्त में अप्रूवल मिल जाए। हम बड़े स्तर पर टेस्ट कर रहे है।

टेस्ट को पूरा करने में हफ्ता भर लगेगा। नतीजे जैसे ही आएंगे,अप्रूवल मिल जाएगा।

प्राथमिक सफलता बहुत अच्छी है, किंतु अभी कुछ ही सैंपलों पर मिली है। इसलिए अब बाकी  देशों से आएं सैंपलों पर जांचा जाएगा”

 CSIR के महानिदेशक ने कहा है कि “काफी रिसर्च किया जा रहा है। हम वायरस की सीक्वेंसिंग करके मॉलीक्यूलर टाइपिंग कर रहे हैं।

हमारे देश में अभी तक दो वायरस की सीक्वेंसिंग हो चुकी है, लेकिन विश्वभर में 4-5 हज़ार स्ट्रेन हैं… पूरी सीक्वेंसिंग के द्वारा ही समझ पाएंगे कि यह वायरस कैसे फैल रहा है… इसके अतिरिक्त, डाइग्नोस्टिक पर भी काम चल रहा है, ताकि तेज़ी से, कम खर्च में सटीक डाइग्नोसिस कर पाएं…”

 डॉ मांडे ने आगे बताया कि, “थर्ड पहलू के तौर पर वैक्सीन और ड्रग्स पर भी काम चल रहा है… चौथा स्तर है हॉस्पिटल इक्विपमेंट, इनमें PPE, मास्क और वेंटीलेटर सम्मिलित हैं… इनके लिए कई कंपनियां कॉन्टेक्ट में हैं  और रेगुलेटरी अप्रूवल मिलते ही वे प्रोडक्शन में जुट जाएंगी…”

 

 

CSIR claim budget Coronavirus test kit ready

Varsa

वर्षा कोठारी एक उभरती लेखिका है। पत्रकारिता जगत में कई ब्रैंड्स के साथ बतौर फ्रीलांसर काम किया है। अपने लेखन में रूचि के चलते समयधारा के साथ जुड़ी हुई है। वर्षा मुख्य रूप से मनोरंजन, हेल्थ और जरा हटके से संबंधित लेख लिखती है लेकिन साथ-साथ लेखन में प्रयोगात्मक चुनौतियां का सामना करने के लिए भी तत्पर रहती है।