Dehydration treatment:क्या सर्दियों में आप भी हो रहे है डिहाइड्रेशन के शिकार? जानें लक्षण और इलाज

Dehydration symptoms in winter-ठंड में कम पानी पीने से हो जाता है डिहाइड्रेशन,जानें बचने के उपाय,लक्षण

डिहाइड्रेशन का इलाज

समयधारा,हेल्थ डेस्क:Dehydration treatment-dehydration symptoms-in winterठंड के कारण अक्सर लोग सर्दियों(Winter)में कम पानी पीते है।

चूंकि पूरे दिन प्यास कम और भूख ज्यादा लगती है। नतीजा शरीर मेंं पानी की कमी(Water)हो जाती है और आपको पता भी नहीं चलता।

चूंकि थोड़ी भी प्यास लगने पर लोग अक्सर चाय-कॉफी का सेवन ही ज्यादा करना मुनासिब करते है। ऐसे में शरीर में पानी की कमी यानि डिहाइड्रेशन(Dehydration)होना एक आम समस्या है,

लेकिन यदि डिहाइड्रेशन का इलाज(Dehydration treatment)समय रहते न किया जाएं तो यह कई गंभीर रोगों को जन्म देने का कारण बन सकती हैा

दरअसल सर्दियों में डिहाइड्रेशन (Dehydration in winter) एक गंभीर समस्या हो सकती है, क्योंकि ठंडे मौसम में शरीर को प्यास कम लगती है, और लोग कम पानी पीते हैं।

हालांकि,सर्दी में भी शरीर को पर्याप्त हाइड्रेशन की आवश्यकता होती है।

इसलिए जरूरी है कि आप जानें वो कौन से उपाय है जिन्हें अपनाकर आप अपने शरीर को डिहाइड्रेड होने से बचा सकते है और कहीं आपके शरीर में भी तो पानी की कमी नहीं हो गई।

इसके लिए डिहाइड्रेशन के लक्षण भी जानें।

चलिए बताते है सिलसिलेवार बताते है सर्दियों में डिहाइड्रेशन के इलाज के लिए कारगर उपाय और लक्षण(Dehydration treatment-dehydration symptoms-in winter).

 

यहां सर्दियों में डिहाइड्रेशन के इलाज के लिए 10 उपाय दिए गए हैं:

 

डिहाइड्रेशन से बचाव के उपाय-Dehydration treatment

  1. पानी पीते रहें: सर्दी के मौसम में भी नियमित रूप से पानी पीते रहें। भले ही प्यास न लगे, फिर भी दिनभर में पर्याप्त पानी पीने की कोशिश करें।
  2. हॉट ड्रिंक्स लें: सर्दी में चाय, कॉफी, गर्म सूप और हर्बल टी पीने से न सिर्फ हाइड्रेशन होता है, बल्कि शरीर को गर्माहट भी मिलती है।
  3. फलों का सेवन करें: फल जैसे संतरा, तरबूज, अंगूर, सेब आदि खाएं, क्योंकि इनमें पानी की मात्रा अधिक होती है।
  4. सूप और शोरबा लें: गर्म सूप और शोरबा पीने से शरीर को हाइड्रेशन मिलता है और यह शरीर को गर्म भी रखता है।
  5. गर्म पानी से स्नान करें: सर्दी में शरीर को नमी बनाए रखने के लिए गर्म पानी से स्नान करें। इससे त्वचा का मॉइस्चर बना रहता है और शरीर में पानी की कमी नहीं होती।
  6. नमीयुक्त वातावरण बनाए रखें: सर्दियों में हवा सूखी हो जाती है, जिससे त्वचा और श्वसन तंत्र में पानी की कमी हो सकती है। ह्यूमिडिफायर का उपयोग करें ताकि वातावरण में नमी बनी रहे।
  7. नमक और चीनी का उचित सेवन करें: डिहाइड्रेशन को दूर करने के लिए नमक और चीनी का सही मात्रा में सेवन करें, क्योंकि यह पानी के अवशोषण में मदद करता है।
  8. सर्दियों में हल्के और ताजे खाद्य पदार्थ खाएं: ताजे फल, सलाद और हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें, क्योंकि इनमें पानी की भरपूर मात्रा होती है।
  9. व्यायाम करें: हल्का व्यायाम करें, जैसे टहलीलना या योग, ताकि रक्त संचार बेहतर हो और शरीर में पानी की आवश्यकता बढ़े।
  10. आलसीपन से बचें: सर्दी में लोग अक्सर आलसी हो जाते हैं और पानी पीने की आदत छोड़ देते हैं। इसलिए, दिनभर में पानी पीने की आदत डालें, और हर 1-2 घंटे में थोड़ा पानी पीते रहें।

इन उपायों को अपनाकर आप सर्दियों में भी डिहाइड्रेशन से बच सकते हैं और अपने शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं।

कहते है इलाज से कारगर है बचाव। इसलिए जरुरी है कि आप भी समय रहते जान लें कि कहीं आपके शरीर में भी तो पानी की कमी नही हो गई है।

इसके लिए जरुरी है कि आपको पता है कि डिहाइड्रेशन के लक्षण क्या(dehydration symptoms in hindi)है।

असल में सर्दियों में भी हमारे शरीर को उतनी ही मात्रा में पानी की आवश्यकता होती है, जितनी गर्मी के मौसम में होती है।

लेकिन हम सभी ठंड के कारण सर्दियों में पानी पीना कम कर देते है। कम पानी यानि डिहाइड्रेशन कई बार जानलेवा भी हो सकता(Dehydration treatment-dehydration symptoms-in winter)है।

इसलिए आप भी जान लें कि कहीं आपके शरीर में भी तो पानी की कमी नहीं हो गई है।

 

सर्दियों में डिहाइड्रेशन (Dehydration) के लक्षण:Dhydration symptoms

 

  1. मुंह का सूखना: सर्दियों में शुष्क हवा के कारण शरीर से पानी की कमी हो सकती है, जिससे मुंह सूखा महसूस होता है।
  2. थकावट और कमजोरी: पानी की कमी से शरीर में ऊर्जा का स्तर गिर सकता है, जिससे थकान और कमजोरी का अनुभव होता है।
  3. चक्कर आना और सिर दर्द: डिहाइड्रेशन के कारण रक्तचाप कम हो सकता है, जिससे चक्कर आना और सिर में दर्द हो सकता है।
  4. तवचा का सूखना: सर्दियों में त्वचा का प्राकृतिक नमी खत्म हो सकती है, जिससे त्वचा सूखी और खिंची हुई महसूस होती है।
  5. मूत्र का रंग गहरा होना: पानी की कमी के कारण मूत्र का रंग गहरा पीला या भूरे रंग का हो सकता है, जो डिहाइड्रेशन का संकेत है।
  6. कम पेशाब आना: डिहाइड्रेशन की स्थिति में पेशाब की मात्रा में कमी हो सकती है।
  7. संवेदनशीलता और ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई: शरीर में पानी की कमी से मानसिक स्थिति पर भी असर पड़ सकता है, जिससे ध्यान केंद्रित करने में मुश्किल होती है।

8.दिल में भारीपन महसूस होना:सर्दियों में अक्सर लंबे वक्त तक पानी न पीने से आपके शरीर में खून की मात्रा पर बहुत विपरीत असर पड़ता है।

नतीजा,हार्ट यानि दिल तक खून को पहुंचने में काफी ज्यादा मेहनत करनी पड़ जाती है। इसका दुष्प्रभाव यह होता है कि दिल पर अक्सर जोर पड़ने लगता है और दिल में भारीपन महसूस होता है।

इसके कारण दिल की धड़कन अक्सर तेज होने लगती है और चलते-फिरते समय दिल जोर-जोर से धड़कने या घबराने जैसा महसूस होता है।

इसलिए जरुरी है कि सर्दी हो या गर्मी आप पर्याप्त मात्रा में पानी अवश्य पीएं।

 

 

 

अस्वीकरण: यह पोस्ट मात्रा सामान्य जानकारी के लिए है। इसे केवल सुझाव के तौर पर लें। उपरोक्त उपायों को अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ से चिकित्सीय परामर्श अवश्य लें।

समयधारा इस जानकारी की सटीकता की पुष्टि नहीं करता।

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Reena Arya: रीना आर्य www.samaydhara.com की फाउंडर और एडिटर-इन-चीफ है। रीना आर्य ने पत्रकारिता के महज 6-7 साल के भीतर ही अपने काम के दम पर न केवल बड़े-बड़े ब्रांड्स में अपनी पहचान बनाई बल्कि तमाम चुनौतियों और पारिवारिक जिम्मेदारियों को निभाते हुए समयधारा.कॉम की नींंव रखी। हर मुद्दे पर अपनी ज्वलंत और बेबाक राय रखने वाली रीना आर्य एक पत्रकार, कंटेंट राइटर,एंकर और एडिटर की भूमिका निभा चुकी है।