हेल्थ

Packing आटा में कीड़े क्यों नही पड़ते…क्या है इसके नुकसान?

एक प्रयोग करके देखें,  गेहूं का आटा पिसवा कर उसे 2 महीने स्टोर करने का प्रयास करें, आटे में कीड़े पड़ जाना स्वाभाविक हैं, आप आटा स्टोर नहीं कर पाएंगे।

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नयी दिल्ली (समयधारा) : पैकिंग आटा में कीड़े क्यों नही पड़ते ??

यह आंखें खोल देने वाला सच आपको जरुर जागरूक कर देगाl  हम यहाँ किसी भी पैकिंग आटे के खिलाफ कोई अभियान नहीं चला रहे है l

या आपको कोई गलत जानकारी दे रहे है l पर कुछ सच जानना बेहद जरुरी होता है खासकर उसका असर हमारे सेहत पर हो तो ..? 

एक प्रयोग करके देखें,  गेहूं का आटा पिसवा कर उसे 2 महीने स्टोर करने का प्रयास करें।

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,आटे में कीड़े पड़ जाना स्वाभाविक हैं, आप आटा स्टोर नहीं कर पाएंगे।

फिर ये बड़े बड़े ब्रांड आटा कैसे स्टोर कर पा रहे हैं? यह सोचने वाली बात है।

एक केमिकल है- बेंजोयलपर ऑक्साइड, जिसे ‘ फ्लौर इम्प्रूवर ‘ भी कहा जाता है।

इसकी पेरमिसीबल लिमिट 4 मिलीग्राम है, लेकिन आटा बनाने वाली फर्में 400 मिलीग्राम तक ठोक देती हैं।

कारण क्या है? आटा खराब होने से लम्बे समय तक बचा रहे। *बेशक़ उपभोक्ता की किडनी का बैंड बज जाए।

कोशिश कीजिये खुद सीधे गेहूं खरीदकर अपना आटा पिसवाकर खाएं।

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नियमानुसार आटे का समय..
ठंडके दिनों में 30 दिन
गरमी के दिनों में 20 दिन
बारिस के दिनों में 15 दिन का बताया गया है।

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ताजा आटा खाइये, स्वस्थ रहिये…समझदार बनें, अपने लिए पुरुषार्थी बन सभी गेंहू पिसवा कर काम ले। न कोई रेडीमेड थैली का……..

केवल 3 बदलाव कर के देखे

1.) नमक सेंधा प्रयोग करे,
2.) आटा चक्की से पिसवा कर लाये,
3.) पानी मटके का पिये,सुबह गर्म पानी पिये…

आधी बीमारियों से छुटकारा पाएंगे ……..!!

(इनपुट सोशल मीडिया से)

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Varsa

वर्षा कोठारी एक उभरती लेखिका है। पत्रकारिता जगत में कई ब्रैंड्स के साथ बतौर फ्रीलांसर काम किया है। अपने लेखन में रूचि के चलते समयधारा के साथ जुड़ी हुई है। वर्षा मुख्य रूप से मनोरंजन, हेल्थ और जरा हटके से संबंधित लेख लिखती है लेकिन साथ-साथ लेखन में प्रयोगात्मक चुनौतियां का सामना करने के लिए भी तत्पर रहती है।