राजनीतिक य्यंग : जब-जब जेल जाओंगे-कुर्सी रतन धन पाओंगे…!

सोच में हूँ, ऐसा क्या हुआ जो जरुरत आ पड़ी सबको जेल की हवा खाने की

Political Satire In Hindi , राजनीतिक य्यंग - होड़ से मच गयी नेताओं में जल्द से जल्द जेल जाने की...सोच में हूँ, ऐसा क्या हुआ जो जरुरत आ पड़ी... 

Political Satire In Hindi 

नयी दिल्ली (समयधारा) : दोस्तों बहुत जल्द ही 2024 के आम चुनाव आने है, और वही देशभर में चुनावी राजनीतिक गतिविधियों में जोरदार बढ़ोतरी हुई है l

इसी बीच मैंने नोटिस किया है कि कई राजनीतिक दल के नेता जेल जाने से नहीं डरते, ओर तो ओर जेल जाने में इनमे होड़ सी मच गयी है l

क्या है 5 राज्यों के चुनाव नतीजों के मायने,पक्ष-विपक्ष की कौन सी चाल हुई कारागार

तो पहले जान लेते है क्यों मची है इन नेताओं को जेल में जाने की होड़ …

होड़ से मच गयी नेताओं में जल्द से जल्द जेल जाने की 

सोच में हूँ,

ऐसा क्या हुआ जो जरुरत आ पड़ी 

सबको जेल की हवा खाने की 

न स्वतंत्रता का आंदोलन है जारी न कोई झगडा-मारामारी

फिर क्यूँ जेल है इनके लिए तुरुप का पत्ता इतना भारी  

सोशल मीडिया पर नेताओं के जेल जाने की ख़बरें है छाई 

हर चैनल ने अपनी ब्रेकिंग में जेल में होने की ख़बरें है दिखलाई

हमारे लिए आज भी जेल में होना शर्म की बात है होती

पर इन नेताओं को हुआ क्या जो इनकी चमड़ी हो गयी इतनी मोटी

शर्म की जगह बेशर्मी से यह जेल में चाहते है जाना

मीडिया ने दिखाया वहां भी इन्हें शाही मिलता है खाना  

पॉपुलर होने के चक्कर में जेल की हवा है इन्होने खाई 

इनको समझने की जहमत न करना मेरे भाई  

कथनी-करनी में अंतर इतना है भारी 

आवाज उठाई तो जेल की हवा तुम्हें भी होगी खानी 

ना-ना सोचना भी नहीं,  तुम्हारा जेल में होने से उनका ही होगा फायदा

तुम्हें जेल जाने पर यह बताएगें यही है सही कायदा l

इसी को लेकर हमने जेल जाने की जमीनी हकीकत को कविता के माध्यम से आपके सामने परोसने की कोशिश की है l

यह कटाक्ष यह व्यंग आपको कैसा लगा आप जरुर हमें कमेंट कर के बताएं l

वही राजनीती से जुडी अन्य किसी भी टॉपिक पर आपको राय जाननी है या उस पर आपको जानकारी चाहियें तो आप जरुर हमें अवगत कराएँ l   

Political Satire In Hindi 

Dharmesh Jain: धर्मेश जैन www.samaydhara.com के को-फाउंडर और बिजनेस हेड है। लेखन के प्रति गहन जुनून के चलते उन्होंने समयधारा की नींव रखने में सहायक भूमिका अदा की है। एक और बिजनेसमैन और दूसरी ओर लेखक व कवि का अदम्य मिश्रण धर्मेश जैन के व्यक्तित्व की पहचान है।