Sadagi Sayri Love Ishq Shayri Shayar Ki Shayari
लाखो अदाओ की
अब जरुरत ही क्या है
जब वो फिदा ही
हमारी सादगी पर है…!
वे यू खैरियत पुछ्ते है हमारी ,
आप ही कहे
यू क्या बताये उन्हे !
मेरी आँखों से जो गिरता है
वो दरिया देखो,
मैं हर हाल में ख़ुश हूँ,
मेरा नज़रिया देखो…!!
सिर्फ शब्दों से न कीजिएगा
किसी के वजूद की पहचान…
हर कोई
उतना कह नहीं पाता
जितना समझता और महसूस करता है !!
कभी मैं तो कभी
वक्त मुझसे जीत गया….
इस खेल में एक साल
और बीत गया……
न जाने कोन-सी साजिशों के
हम शिकार हो गए ,
जितना दिल साफ़ रखा उतना
“गुनहगार” हो गए…
जला हुआ जंगल
छिप कर रोता रहा…..
लकड़ी उसी की थी
उस माचिस की तीली में……
मँज़िले बड़ी ज़िद्दी होती हैँ ,
हासिल कहाँ नसीब से होती हैं !
मगर वहाँ तूफान भी हार जाते हैं ,
जहाँ कश्तियाँ ज़िद पर होती हैँ !
यह शायरियां भी पढ़े : shayaris in hindi ishq shayri sayari hi sayari
आरजू शायरी : तेरी आरजू ने कुछ यू दीवाना किया, ख्वाब की जूस्तजु ने खुद से बेगाना किया..
बारिश शायरी : बादलों के दरमिया साजिश होने लगी…कल उसने मिलने का वादा किया था…
इश्क शायरी : इश्क़ जब इबादत बन जाता है तो खुदा खुद हमारे इश्क़ की
Life Shayari : हवाओं की भी अपनी…अजब सियासतें हैं साहब,
कोरोना शायरी : दूरियाँ तो पहले ही आ चुकी थी ज़माने में…..
मुस्कान शायरी : हम तो खुशियाँ उधार देने का कारोबार करते हैं, साहब…!