Sayaris In Hindi Love Shayri
नासमझ हूँ साहब,
शब्दों की मिट्टी से महफ़िल सजाता हूँ..
किसी को बेकार
तो किसी को लाजवाब नज़र आता हूँ…
लोग आँखों में आँखें डालकर
प्यार की बात करते हैं..!!
हमारी तो पलकें
उनके नाम से ही झुक जाती हैं..!
दर्द सबके एक है,
मगर हौंसले सबके अलग-अलग है,
कोई हताश हो के बिखर गया
तो कोई संघर्ष करके निखर गया !
कारवाँ ए जिंदगी
हसरतों के सिवा
कुछ भी नहीं
ये किया नहीं, वो हुआ नहीं
ये मिला नहीं, वो रहा नहीं..
दूरियाँ
तो पहले ही आ चुकी थी ज़माने में ,
कोरोना ने आकर
इल्ज़ाम अपने सर ले लिया
मँज़िले बड़ी ज़िद्दी होती हैँ ,
हासिल कहाँ नसीब से होती हैं !
मगर वहाँ तूफान भी हार जाते हैं ,
जहाँ कश्तियाँ ज़िद पर होती हैँ !
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