चंद मिनटों में 2 करोड़ से 18.5 करोड़ रुपये की हुई राम जन्म मंदिर की जमीन,खरीद में घोटाले के आरोप
इस भूमि खरीद में राम जन्मभूमि ट्रस्ट पर घोटाले का आरोप इसलिए भी है कि जो जमीन रविमोहन और एक मुस्लिम शख्स सुल्तान अंसारी ने खरीदी, उसकी रजिस्ट्री में ट्रस्ट के ट्रस्टी अनिल मिश्रा और संघ से ताल्लुक रखने वाले अयोध्या के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय गवाह हैं और यही दोनों लोग चंद मिनट बाद 16.5 करोड़ रुपये महंगी खरीदी गई रामजन्मभूमि ट्रस्ट की डील में भी गवाह हैं
Ram-Mandir-land-scam-in-Ayodhya-controversy
अयोध्या:आदर्श और मूल्यों की पहचान प्रभु श्रीराम के नाम पर भी अब घोटाले की खबरें आ रही (Ram-Mandir-land-scam-in-Ayodhya-controversy)है।
जी हां,राम मंदिर की जमीन खरीद में बड़े घोटाले के आरोप राम जन्मभूमि ट्रस्ट पर लगे है।
अयोध्या में समाजवादी पार्टी(SP)ने और लखनऊ में आम आदमी पार्टी (AAP) ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके राम जन्मभूमि मंदिर की भूमि खरीद में करोड़ों का घोटाला चंद मिनटों में करने के आरोप लगाएं है।
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए आरोप लगया गया है कि राम जन्मभूमि ट्रस्ट के सचिव चंपत राय (Champat Rai) ने, जो जमीन कुछ समय पहले सिर्फ दो करोड़ रुपये में बिकी थी,
कुछ वक्त बाद उसी जमीन को 18.5 करोड़ रुपये में खरीदकर बड़ा घोटाला किया (2-Crores-to-18-Crores-in-just-Minutes-know-how)है।
हालांकि चंपत राय से जब मीडिया ने इस बाबत सवाल किए तो उन्होंने साफ कहा कि हम इन आरोपों की चिंता नहीं करते। हम पर तो महात्मा गांधी की भी हत्या के आरोप लगे थे।
नैतिक,मूल्यों और आदर्श के अवतार प्रभु राम है और अब उनके नाम पर बन रहे मंदिर की भूमि खरीद में घोटाले की खबरें जनमानस को आहत करने वाली है।
जानें क्यों लग रहे है राम मंदिर जमीन खरीद में घोटाले के आरोपों ?
Ram-Mandir-land-scam-in-Ayodhya-controversy
समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व मंत्री पवन पांडेय ने अयोध्या में मीडिया के सामने रजिस्ट्री के दस्तावेज पेश कर आरोप लगाया कि रामजन्मभूमि की जमीन से लगी एक जमीन पुजारी हरीश पाठक और उनकी पत्नी ने 18 मार्च की शाम सुल्तान अंसारी और रवि मोहन को दो करोड़ में बेची थी।
वही जमीन सिर्फ चंद मिनट बाद चंपत राय ने राम जन्मभूमि ट्रस्ट की तरफ से 18.5 करोड़ रुपये में खरीद ली।
अखिलेश यादव सरकार में मंत्री रहे पवन पांडेय ने कहा, ‘मैं भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहा हूं. ऐसी कौन सी वजह थी।
उस जमीन ने 10 मिनट के अंदर कौन सा सोना उगल दिया कि जिस जमीन का बैनामा दो करोड़ में हुआ था, 10 मिनट बाद वह जमीन 18.5 करोड़ रुपये की हो गई।’
यही आरोप उसी वक्त आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह (Sanjay Singh) ने लखनऊ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लगाए।
उन्होंने कहा कि 5 मिनट में जमीन 16.5 करोड़ रुपये महंगी हो गई, जो विश्व रिकॉर्ड है।
संजय सिंह ने कहा, ‘रविमोहन तिवारी और सुल्तान अंसारी से 18.5 करोड़ में खरीदी दो करोड़ की जमीन।
लगभग 5.5 लाख रुपये प्रति सेकेंड जमीन का दाम बढ़ गया। हिंदुस्तान क्या दुनिया में कहीं कोई जमीन एक सेकेंड में इतनी महंगी नहीं हुई होगी।’
इस भूमि खरीद में राम जन्मभूमि ट्रस्ट पर घोटाले का आरोप इसलिए भी है कि जो जमीन रविमोहन और एक मुस्लिम शख्स सुल्तान अंसारी ने खरीदी,
उसकी रजिस्ट्री में ट्रस्ट के ट्रस्टी अनिल मिश्रा और संघ से ताल्लुक रखने वाले अयोध्या के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय गवाह हैं और यही दोनों लोग चंद मिनट बाद 16.5 करोड़ रुपये महंगी खरीदी गई रामजन्मभूमि ट्रस्ट की डील में भी गवाह हैं।
पवन पांडेय ने कहा, ‘इसका मतलब है कि जब बैनामा हुआ तब ट्रस्टी गवाह थे, जब रजिस्टर्ड एग्रीमेंट हुआ, तब ट्रस्टी गवाह थे। इसका मतलब है कि ट्रस्ट भ्रष्टाचार में लिप्त है।’
वहीं रामजन्मभूमि ट्रस्ट(Ram janmabhoomi trust)के सचिव चंपत राय इन आरोपों की परवाह नहीं करते। उन्होंने कहा, ‘हम पर आरोप लगते ही रहते हैं।
100 साल से आरोप ही देख रहे हैं हम लोग। हम पर महात्मा गांधी की हत्या के आरोप लगे। आरोप की हम चिंता नहीं करते,आप भी चिंता मत करिए। आप खूब लगाइए। आप अपना काम करिए, हम अपना काम करेंगे।’
इस मामले में सरकारी दस्तावेज पेश कर यह आरोप लगाने वाले दल दोषियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई चाहते हैं।
संजय सिंह ने कहा, ‘मैं मांग करता हूं, इस देश की सरकार से कि तत्काल ईडी और सीबीआई से इस मामले की जांच कराई जाए और जो इसमें भ्रष्टाचारी हैं, उनको पकड़ कर जेल में डाला जाए।’
(इनपुट एजेंसी से भी)
Ram-Mandir-land-scam-in-Ayodhya-controversy