Delhi: Corona positive journalist jumps from AIIMS trauma center
नई दिल्ली:सोमवार को दिल्ली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में चौथी मंजिल से कूदकर आत्महत्या करने वाले 37 वर्षीय कोरोना पॉजिटिव पत्रकार की मौत ने अब कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
सोमवार को दिल्ली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान(AIIMS) में चौथी मंजिल से कूदकर आत्महत्या करने वाले 37 वर्षीय कोरोना पॉजिटिव पत्रकार की मौत ने अब कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
37 वर्षीय पत्रकार का नाम तरुण सिसोदिया (Tarun Sisodiya)है। वह हिंदी अखबार दैनिक भास्कर में हेल्थ बीट पर कार्यरत थे और कोविड-19 (COVID-19) से संक्रमित होने पर अपना इलाज एम्स में करवा रहे थे।
लेकिन फिर अचानक उन्होंने सोमवार दोपहर एम्स ट्रॉमा की चौथी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर(Corona positive journalist jumps from AIIMS trauma center) ली।
उन्हें आईसीयू (ICU) में ले जाया गया और बाद में उसने दम तोड़ दिया।
अटकलें लगाई जा रही हैं कि तरुण सिसोदिया ने अपने इलाज के दौरान अस्पताल द्वारा लापरवाही बरतने पर आवाज उठाई थी और उनकी शिकायतें स्वास्थ्य मंत्रालय तक भी पहुंची थीं, जिन्होंने बाद में अस्पताल को एक रिपोर्ट देने के लिए कहा।
अस्पताल ने तब जाहिर तौर पर उससे उसका फोन ले लिया और आगे की शिकायतों और इलाज में लापरवाही बरतने की शिकायतों से बचने लिए उसे आईसीयू में शिफ्ट करने का फैसला किया।
हालांकि, एम्स (AIIMS) ने पत्रकार की मौत पर अपने बयान में दावा किया है कि उसे “उसे झटके आ रहे थे”, जिसके लिए उसे एक न्यूरोलॉजिस्ट और मनोचिकित्सक (psychiatrist) द्वारा देखा गया था और उसे दवा दी गई थी।
इस बीच, व्हाट्सएप ग्रुप चैट के स्क्रीनशॉट को सोशल मीडिया में इस दावे के साथ प्रसारित किया जा रहा है कि तरुण ने कुछ दिन पहले आशंका जताई थी कि उसकी हत्या की जा सकती है और उसने ग्रुप पर उसी के बारे में लिखा था।
AIIMS ने सोमवार को अपने बयान में कहा था कि “37 वर्षीय श्री तरुण सिसोदिया को 24 जून को COVID-19 के साथ JPNATC में भर्ती कराया गया था। वह अपने कोविड-19 के लक्षणों से उबर रहे थे।
वह कमरे की हवा में स्टेबल थे और उन्हें ICU से सामान्य वार्ड में शिफ्ट करने की योजना बनाई जा रही थी।“ एम्स ने आगे कहा कि, “जब वह कोविड-19 के इलाज के लिए जेपीएनएटीसी में था, तब उसे झटके आ रहे थे, जिसके लिए उसे एक न्यूरोलॉजिस्ट और मनोचिकित्सक द्वारा देखा गया और दवा दी गई। परिवार के सदस्यों को उसकी हालत के बारे में नियमित परामर्श दिया।”
अस्पताल ने कहा कि, “तरुण सोमवार दोपहर अपने कमरे से बाहर भागा। अटेंडेंट ने उसके बाद दौड़ लगाई और उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन वह चौथी मंजिल पर भाग गया, जहां उसने खिड़की के दरवाजे को तोड़ दिया और कूद गया।”
स्वास्थ्य मंत्रालय ने आज एम्स में पत्रकार तरुण सिसोदिया की कथित आत्महत्या की जांच के लिए एक जांच कमेटी बैठा दी है। जो 48 घंटों के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।
पहली नजर में यह खुदकुशी का मामला बताया जा रहा है। लेकिन पत्रकार वर्ग और परिजनों को यह पत्रकार की मौत में साजिश की आशंका है।
इसके लिए कई पत्रकारों ने आज दिल्ली के प्रेस क्लब में पत्रकार की मौत की न्यायिक जांच की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन भी किया।
क्या है मामला?
गौरतलब है कि दिल्ली (Delhi) में एम्स के ट्रॉमा सेंटर (AIIMS Trauma Center) में भर्ती एक पत्रकार ने चौथी मंजिल से छलांग लगा दी। घायल पत्रकार को बचाने की डॉक्टरों ने पूरी कोशिश की लेकिन उसकी मौत हो गई।
पत्रकार कोरोना पॉजिटिव (Corona positive journalist )था और उसकी पहले भी एक ब्रेन सर्जरी हो चुकी थी। पुलिस ने बताया कि पूर्वोत्तर दिल्ली के भजनपुरा में रहने वाला पत्रकार एक हिंदी दैनिक अखबार में काम करता था।
एक डॉक्टर ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि यह घटना दोपहर लगभग दो बजे हुई, जिसके बाद उस व्यक्ति को अस्पताल के आईसीयू (ICU) में ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे बचाने की कोशिश की।
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण-पश्चिम) देवेंद्र आर्य के अनुसार, 24 जून को संक्रमण की पुष्टि होने के बाद पत्रकार को ट्रामा सेंटर के कोविड-19 (COVID-19) वार्ड में भर्ती कराया गया था।
एम्स के एक सूत्र ने कहा, “उन्हें 24 जून को एम्स ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया था और बाद में ‘हाई डिपेंडेंसी यूनिट’ में भेज दिया गया था।”
Delhi: Corona positive journalist jumps from AIIMS trauma center
(इनपुट एजेंसी से भी)