भारत में कब है ईद-अल-फितर 2024
नई दिल्ली:Eid-al-Fitr-2024-Eid-will-be-celebrate-in-India-on-April-11-ईद के चांद का दीदार कल यानि 9 अप्रैल को भारत के कई राज्यों में नहीं हो सका।
इसलिए लोगों के बीच संशय है कि आखिर भारत में ईद कब(Bharat mein Eid 2024 kab hai)है?
दरअसल,ईद मनाने की तारीख शव्वाल अर्धचंद्र के दिखने पर निर्भर करती है।
जहां, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और कतर ने घोषणा की है कि उनके यहां ईद आज यानि 10 अप्रैल को मनाई जाएगी।
तो वहीं, भारत में ईद-उल-फितर(Eid-ul-Fitr)कल यानि 11 अप्रैल,गुरुवार को मनाई(India celebrate Eid on 11 April)जाएंगी।
चूंकि दिल्ली,लखनऊ और हैदराबाद में अर्धचंंद्र नहीं देखा गया,इसलिए अब देश में ईद-अल-फितर का जश्न धूमधाम से 11 अप्रैल को मनाया(Eid-al-Fitr-2024-Eid-will-be-celebrate-in-India-on-April-11) जाएगा।
वैसे भी सऊदी अरब के एक दिन बाद भारत में ईद मनाने की परंपरा रही है।
हालांकि वहीं दूसरी ओर भारत के कुछ राज्य ऐसे भी है जहां पर 9 अप्रैल को चांद दिखने की पुष्टि की गई,जिसके चलते इन राज्यों में ईद आज यानि 10 अप्रैल को ही मनाई जाएंगी।
दरअसल मंगलवार को कारगिल और केरल ने अर्धचंद्र दिखने की पुष्टि की है। जिसके कारण इन राज्यों में ईद आज यानि बुधवार, 10 अप्रैल मनाई जाएंगी।
लेकिन दिल्ली,उत्तर प्रदेश सहित समस्त भारत में ईद-अल-फितर का जश्न 11 अप्रैल 2024,गुरुवार को सेलिब्रेट किया(Eid-al-Fitr-2024-Eid-will-be-celebrate-in-India-on-April-11)जाएगा।
एक्सपर्टस की मानें, तो पूर्ण सूर्य ग्रहण(Surya Grahan)के कारण चंद्रमा के दर्शन पर प्रभाव पड़ सकता है।
यही कारण है कि कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि ग्रहण के फौरन बाद अर्धचंद्र नहीं देखा जा सकता है – इसलिए, 9 अप्रैल, 2024 तक चंद्रमा के दर्शन में देरी हुई।
लखनऊ, दिल्ली, कर्नाटक और भारत के कई अन्य हिस्सों में मुसलमान एक और दिन रोज़ा रखेंगे क्योंकि मंगलवार की रात, 9 अप्रैल को ईद-उल-फितर का चांद नहीं देखा गया।
यह खबर दिल्ली की जामा मस्जिद(Jama Masjid)जैसी प्रमुख मस्जिदों की आधिकारिक घोषणाओं के बाद आई है और फ़तेहपुरी मस्जिद, कर्नाटक से रिपोर्टों के साथ पुष्टि की गई कि चाँद नहीं देखा गया था।
लखनऊ में मरकज़ी चांद कमेटी ईदगाह ने भी इसी तरह की घोषणा की।
नतीजतन, इन क्षेत्रों में ईद-अल-फितर(Eid-al-Fitr)समारोह गुरुवार, 11 अप्रैल, 2024 को मनाया(Eid-al-Fitr-2024-Eid-will-be-celebrate-in-India-on-April-11) जाएगा।
हालाँकि, देश के कुछ हिस्सों में पहले उत्सव होंगे। केरल और लद्दाख बुधवार, 10 अप्रैल को ईद-उल-फितर मनाएंगे, क्योंकि वहां शव्वाल अर्धचंद्र देखा गया था।
यह ईद-उल-फितर(Eid-ul-fitr) की सटीक तारीख निर्धारित करने में चंद्रमा देखने के महत्व पर प्रकाश डालता है, जो कभी-कभी भारत के विभिन्न क्षेत्रों में भिन्न हो सकता है।
दरअसल, अर्धचंद्र के दर्शन के एक दिन बाद ईद(EID)का त्यौहार मनाया जाता है। ईद-उल-फितर या रमज़ान(Ramzan)ईद रमज़ान में रोज़ा का अंतिम दिन है।
जहां एक ओर भारत 11 अप्रैल को ईद(Eid-al-Fitr-2024-Eid-will-be-celebrate-in-India-on-April-11) मनाएगा, तो वहीं सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और मध्य पूर्व और पश्चिम के कुछ देश बुधवार, 10 अप्रैल को ईद मनाएंगे।
ऐसा इसलिए है क्योंकि इन देशों में 8 अप्रैल को चंद्रमा नहीं देखा गया था। इसी तरह, ईद पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, फिलीपींस और मलेशिया में 10 अप्रैल को मनाई जाएंगी।
भारत के अन्य हिस्सों की तुलना में केरल में ईद-उल-फितर का उत्सव सबसे पहले शुरू होगा। केरल हिलाल (केएनएम) समिति के अध्यक्ष एम मुहम्मद मदनी ने पोन्नानी में शव्वाल अर्धचंद्र देखे जाने की घोषणा की।
यह निर्णय कोझिकोड के काजी सैय्यद मुहम्मद कोया जमालुल्लैल, मुख्य कार्यवाहक काजी सफीर सखाफी और पनक्कड़ सैय्यद सादिक अली शिहाब थंगल की घोषणाओं के अनुरूप है।
ईद मुस्लिम समुदाय के प्रमुख त्योहारों में एक है, जिसे मुस्लिम समुदाय के लोग खुशी और जश्न के साथ मनाते हैंl
ईद-उल-फितर मनाए जाने को लेकर ऐसा माना जाता हैl कहा जाता है कि 624 ईl में पहली बार ईद-उल-फितर मनाया गया थाl
इस खास दिन पर पैगंबर हजरत मुहम्मद ने बद्र के युद्ध में जीत हासिल की थीl ईद-उल-फितर खुशी, जश्न, प्रेम, सौहार्द, अमन, चैन और भाईचारे को बढ़ावा देना ही ईद पर्व का महत्व हैl
इसलिए ईद के दिन लोग गले मिलते हैं और एक-दूसरे को ईद की मुबारकबाद देते हैंl
(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित हैl samaydhara.com इसकी पुष्टि नहीं करता हैl किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लेंl)
(Eid-al-Fitr-2024-Eid-will-be-celebrate-in-India-on-April-11)