Radhika Yadav Murder:17 साल पहले आरुषि…अब राधिका…एक और पिता बना हत्यारा!दर्दनाक सच से कांप उठेगी रूह

राधिका यादव हत्याकांड में शुरूआती जांच में पिता ही हत्यारा बताया जा रहा है और उन्हें एक दिन की रिमांड पर भेज दिया गया है। यह केस ठीक वैसे ही जैसा की 17 साल पहले आरुषि तलवार मर्डर केस में राजेश तलवार और उनकी पत्नी को हत्यारा माना गया था। दीपक यादव हो या फिर राजेश तलवार आखिर बरगद के पेड़ सा पिता अपनी डाल यानि बेटी को मौत के घाट क्यों उतार रहे है?

आरुषि तलवार मर्डर के जैसे राधिका यादव मर्डर

Radhika Yadav murder-Tennis player shot dead-arrested father sent one day custody-here reason

नई दिल्ली: भारत में यूं तो बेटियों के लिए समाज,धर्म और सरकार बड़े-बड़े दावे करते है और स्लोगन भी चलते है बेटी पढ़ाओं और बेटी बचाओं…लेकिन ये दावे कितने खोखले है,

इसकी बानगी उस समय हो जाती है जब राधिका यादव हत्याकांड(Radhika Yadav murder)जैसी घटनाएं हमारे समाज और परिवारों की दोगली और संकुचित मानसिकता को उजागर कर देती है।

वो भी आज के जमाने में जब हर चीज हाईटेक हो रही है।

गुरुग्राम में रहने वाली 25 वर्षीय राधिका यादव एक टेनिस प्लेयर थी जो सोशल मीडिया रील्स भी बनाती थी। गुरुवार सुबह खबर आई कि उनके पिता ने राधिका को तीन गोलियों से भून दिया और अस्पताल पहुंचने पर उनकी मौत हो गई।

पुलिस ने राधिका के पिता दीपक यादव को गिरफ्तार कर आज,शुक्रवार 11 जुलाई कोर्ट में पेश किया,जहां कोर्ट ने पुलिस को दीपक यादव की एक दिन की कस्टडी सौंप दी(Radhika Yadav murder-Tennis player shot dead-arrested father sent one day custody-here reason)है।

भले ही ये दौर डिजिटल मीडिया का है, सबकुछ तेजी से बदल रहा है लेकिन तरक्की करती महिलाओं और बेटियों के लिए आज भी कई परिवार और समाज यहां तक की नेताओं तक की सोच संकुचित बनी हुई है और नतीजा घर का मुखिया ही बेटी को मौत के घाट उतार रहा है। 

यही कारण है कि गुरुग्राम(Gurugram Murder)के सेक्टर-57 के सुशांतलोक-2 में गुरुवार सुबह तकरीबन 10:30 बजे राज्य स्तरीय महिला टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की हत्या कर दी गई।

राधिका के पिता दीपक यादव ने अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर से बेटी की पीठ में तीन गोलियां दाग दीं।

गंभीर रूप से घायल राधिका को उसका चाचा कुलदीप और चचेरा भाई तुरंत निजी अस्पताल लेकर गए, लेकिन उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।

राधिका यादव हत्याकांड में शुरूआती जांच में पिता ही हत्यारा बताया जा रहा है और उन्हें एक दिन की रिमांड पर भेज दिया गया है।

यह केस ठीक वैसे ही जैसा की 17 साल पहले आरुषि तलवार मर्डर केस(Aarushi Talwar murder case) में राजेश तलवार और उनकी पत्नी को हत्यारा माना गया था।

दीपक यादव हो या फिर राजेश तलवार आखिर बरगद के पेड़ सा पिता अपनी डाल यानि बेटी को मौत के घाट क्यों उतार रहे है?

आपको बता दें कि राजेश तलवार और डॉ. नूपुर तलवार को मुख्य संदिग्ध माना गया। पुलिस को संदेह था कि राजेश ने पीड़ितों को “आपत्तिजनक” स्थिति में पाकर उनकी हत्या कर दी थी, या क्योंकि राजेश के कथित विवाहेतर संबंध के कारण हेमराज ने उसे ब्लैकमेल किया और आरुषि के साथ उसका टकराव हुआ।

 

वजह भले ही अलग-अलग हो लेकिन जिसे जन्म दिया उसे ही मौत की नींद सुलाने की मानसिकता आज 17 साल बाद भी नहीं बदली है। आखिर क्यों? चलिए जानते है।

Radhika Yadav Murder: पिता ही बना कातिल! आखिर क्यों चुभती थी बेटी की पहचान?

राधिका एक टेनिस अकादमी चला रही थी, जिसे लेकर उसके पिता दीपक नाखुश थे। बताया जा रहा है कि जब वह गांव में निकलते थे, तो लोग उन्हें बेटी की कमाई पर जीने वाले व्यक्ति के रूप में ताना मारते थे।

इसी बात से परेशान होकर पिता ने हत्या जैसा कठोर कदम उठाया। बीते 15 दिनों से पिता-बेटी के बीच अकादमी को लेकर विवाद चल रहा था।

पुलिस कार्रवाई और खुलासा:पिता ने क्यों लिया इतना बड़ा कदम? वजह आपको सोचने पर मजबूर कर देगी

पुलिस ने आरोपी पिता दीपक यादव को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में उसने अपना अपराध स्वीकार किया और बताया कि सामाजिक तानों और प्रतिष्ठा को लेकर वह मानसिक रूप से परेशान था।

इसी तनाव में उसने अपनी ही बेटी की जान ले ली।

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Reena Arya: रीना आर्य www.samaydhara.com की फाउंडर और एडिटर-इन-चीफ है। रीना आर्य ने पत्रकारिता के महज 6-7 साल के भीतर ही अपने काम के दम पर न केवल बड़े-बड़े ब्रांड्स में अपनी पहचान बनाई बल्कि तमाम चुनौतियों और पारिवारिक जिम्मेदारियों को निभाते हुए समयधारा.कॉम की नींंव रखी। हर मुद्दे पर अपनी ज्वलंत और बेबाक राय रखने वाली रीना आर्य एक पत्रकार, कंटेंट राइटर,एंकर और एडिटर की भूमिका निभा चुकी है।