Breaking:उत्तराखंड में कोरोना के चलते इस साल भी कांवड़ यात्रा रद्द

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह भगवान को भी अच्छा नहीं लगेगा कि कांवड़ यात्रा के कारण लोग COVID से अपनी जान गवांए।

कांवड़ यात्रा 2021 गाइडलाइंस : हरिद्वार के सभी बॉर्डर सील, क्वारंटीन अनिवार्य

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नई दिल्ली: कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर आखिरकार उत्तराखंड सरकार ने इस वर्ष भी कांवड़ यात्रा रद्द कर दी(Kanwar-Yatra-cancelled-this-year)है।

इसकी जानकारी न्यूज एजेंसी ANI के माध्यम से दी गई है।

उत्तराखंड की पुष्कर सिंह धामी सरकार(uttarakhand-govt) ने इस वर्ष कांवड़ यात्रा को रद्द करने का निर्णय लिया है।

कोरोना महामारी के खतरे को देखते हुए सरकार ने इस फैसले को लिया है।

गौरतलब है कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी(Pushkar Singh Dhami)ने पहले ही कांवड़ यात्रा रद्द करने के संकेत(Kanwar-Yatra-cancelled-this-year-by-uttarakhand-govt) दिए थे।

उन्होंने कहा था कि कांवड़ यात्रा(Kanwar-Yatra)आस्था की बात जरूर है, लेकिन लोगों की जिंदगी भी दांव पर नहीं लगाई जा सकती।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह भगवान को भी अच्छा नहीं लगेगा कि कांवड़ यात्रा के कारण लोग COVID से अपनी जान गवांए।

उन्होंने कहा था कि उत्तर प्रदेश, हरियाणा सहित अन्य पड़ोसी राज्यों के साथ परामर्श के बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा।

 

डॉक्टरों की संस्था IMA अपील की थी-रद्द हो कांवड़ यात्रा

भारतीय चिकित्सा संघ (IMA) की उत्तराखंड इकाई ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को चिट्ठी लिखकर कोविड-19 की तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर इस साल कांवड़ यात्रा को रद्द करने का आग्रह भी किया था।

एक पत्र में महामारी की तीसरी लहर(Corona third wave) को लेकर चिकित्सा विशेषज्ञों चेतावनी भी दी थी।

आईएमए के राज्य सचिव अमित खन्ना ने सीएम धामी से कांवड़ यात्रा के प्रस्ताव को मंजूरी नहीं देने का आग्रह किया था।

बता दें कि एक पखवाड़े चलने वाली यात्रा श्रावण महीने की शुरुआत (करीब 2 जुलाई) से आरंभ होकर और अगस्त के पहले हफ्ते तक चलेगी, जिसमें उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और हिमाचल प्रदेश के करोड़ों कांवड़िए गंगा का पवित्र जल लेने के लिए हरिद्वार में जमा होते हैं।

पिछले साल कोरोनावायरस(Coronavirus)की पहली लहर की वजह से यात्रा को रद्द कर दिया गया था।

 

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Radha Kashyap: