देहरादून/ नई दिल्ली:Ankita-Bhandari-Murder-Case-Uttarakhand-Police-arrested-journalist-उत्तराखंड(Uttarakhand)की मासूम बिटिया अंकिता भंडारी(Murder of Ankita Bhandari) के हत्यारों को सजा दिलाने के लिए बीते दो वर्ष(2022) से अंकिता के माता-पिता संग न्याय की लड़ाई लड़ रहे जुझारू पत्रकार आशुतोष नेगी को बुधवार रात में उत्तराखंड पुलिस गिरफ्तार करके ले(Ankita-Bhandari-Murder-Case-Uttarakhand-Police-arrested-journalist-demanding-justice-for-Ankita)गई।
पत्रकार आशुतोष नेगी(Ashutosh Negi)उत्तराखंड की इस मासूम बिटियां के हत्यारों को सजा देने की मांग लेकर परिजनों संग धरने पर बैठे थे।
भाजपा(BJP) शासित उत्तराखंड पुष्कर सिंह धामी सरकार के लिए अंकिता भंडारी केस एक बार फिर से सिर दर्द बन गया है।
चूंकि परिवार को न्याय दिलाने की मुहिम में जुड़ा पत्रकार आशुतोष नेगी अब उत्तराखंड पुलिस की गिरफ्तार में(Ankita-Bhandari-Murder-Case-Uttarakhand-Police-arrested-journalist)है।
इससे धामी सरकार सवालों के घेरे में आ गई है।
सोशल मीडिया पर हैशटैग #justiceforankitabhandari,ट्रेंड कर रहा है और लोग गुस्साएं आरोप लगा रहे है कि हिंदुत्व का दंभ भरने वाली उत्तराखंड की भाजपा सरकार एक हिंदू बेटी को न्याय इसलिए नहीं दे रही चूंकि आरोपी वीवीआईपी उनकी ही पार्टी से संबंधित है।
अंकिता के माता-पिता संग धरने पर बैठे पत्रकार आशुतोष नेगी को जब पुलिस गिरफ्तार करके ले गई तो अंकिता भंडारी की मां न्याय की मांग पर हो रहे उनके साथ अन्याय से बुरी तरह टूट गई और पिता भी मदद की गुहार लगाने लगे।
सोशल मीडिया पर अंकिता भंडारी के माता-पिता और पत्रकार आशुतोष नेगी पर हो रहे अत्याचार के वीडियो वायरल है।
Ankita-Bhandari-Murder-Case-Uttarakhand-Police-arrested-journalist-video
आपको बता दें कि की रेप और हत्या के मामले में भाजपा से अब निष्कासित विनोद आर्य के बेटे पुलकित आर्य पर रेप और हत्या के आरोप लगे।
अंकिता भंडारी हत्याकांड ने वर्ष 2022 उत्तराखंड की सियासत में उस समय भूचाल ला दिया था।
जब पता चला था कि अंकिता के रेप और हत्या के मामले में भाजपा के नेता के बेटे का हाथ है और जिस रिजॉर्ट में बतौर रिसेप्शनिस्ट अंकिता काम करती थी वह भाजपा के नेता का ही था।
तब ही से आरोप लग रहे थे राज्य में भाजपा की सरकार होने से आरोपियों को बचाया जा रहा है।
अब बुधवार रात में अंकिता के माता-पिता संग धरने पर बैठे और अंकिता के लिए शुरू से न्याय की मांग कर रहे पत्रकरा आशुतोष नेगी की गिरफ्तारी से सोशल मीडिया(Social Media)पर फिर से अंकिता को न्याय देने की मांग जोर पकड़ रही है और जनता सहित विपक्षी दल कांग्रेस भी सत्तारूढ़ भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर सवाल खड़े कर रहे(Ankita-Bhandari-Murder-Case-Uttarakhand-Police-arrested-journalist)है।
एक बेटी जो अपने सपनों को पूरा करने के लिए घर से निकलती है। एक रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट का काम शुरू करती है। उसके साथ जिस प्रकार की वारदात हुई, उससे लोगों ने खुद को जोड़ा।
उत्तराखंड चुनाव 2022 में बड़ी सफलता के बाद सत्ता में वापसी करने वाले सीएम पुष्कर सिंह धामी के लिए यह मामला चुनौती खड़ी करने वाला बन गया था।
हालांकि, इस मामले में कार्रवाई हुई। तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। मामला कोर्ट में चल रहा है। इस मामले को लेकर एक लड़ाई सड़क पर भी लड़ी जा रही है।
इसमें अंकिता के माता- पिता, परिजनों के साथ कुछ सामाजिक कार्यकर्ता भी शामिल हैं। एक बार फिर यह मामला गरमाया है।
कारण एक सामाजिक कार्यकर्ता, पत्रकार की गिरफ्तारी का है। वह अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने की मांग कर रहे थे।
अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने के लिए उसके माता- पिता और परिजन गढ़वाल के श्रीनगर धरने पर बैठे हैं। उनकी मांग है कि तत्कालीन एडीएम और यमकेश्वर के एमएलए पर कार्रवाई की जाए।
इसको लेकर लोग एकजुट हो रहे हैं। सरकार का पुतला फूंका गया है।
सरकार पर बड़े आरोपियों को बचाने का आरोप लगाया जा रहा है। आरोप यह लगाया जा रहा है कि इसी लड़ाई से जुड़े आशुतोष नेगी को गिरफ्तार किया गया(Ankita-Bhandari-Murder-Case-Uttarakhand-Police-arrested-journalist)है।
आशुतोष पेशे से पत्रकार बताए जा रहे हैं। पुलिस की कार्रवाई के बाद अंकिता को न्याय देने की मांग सोशल मीडिया पर एक बार फिर गरमाने लगी है।
हालांकि, कुछ लोग मामले के कोर्ट में चलने को लेकर संयम बरतने की भी बात कर रहे हैं।
दरअसल, करीब दो साल पहले 19 वर्षीय रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी की हत्या कर दी गई। अंकिता की हत्या के पीछे का कारण रिजॉर्ट में आने वाले वीआईपी गेस्ट को स्पेशल सर्विस देने का दबाव बनाए जाने को बताया गया।
जानें क्या है अंकिता भंडारी मर्डर केस?
उत्तराखंड के पौड़ी जिले के गंगा भोगपुर में स्थित वनंतरा रिजॉर्ट में अंकिता भंडारी बतौर रिसेप्शनिस्ट काम करती थी। अंकिता 8 सितंबर 2022 को लापता हो गई थी।
अंकिता की 18 सितंबर 2022 को चीला नहर में धक्का देकर हत्या कर दी गई।
सात दिन बाद 24 सितंबर 2022 को अंकिता का शव चीला नहर से बरामद किया गया। अंकिता के पिता और भाई ने अंकिता के शव की पुष्टि की।
केस में भाजपा से निष्कासित विनोद आर्य के बेटे पुलकित आर्य पर रेप और हत्या के आरोप लगे।
इस केस में पुलकित की मदद का आरोप सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता पर लगा।
धामी सरकार ने केस की गंभीरता को देखते हुए डीआईजी पी. रेणुका देवी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया। एसआईटी ने हर पहलू की जांच की।
तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। उनके खिलाफ करीब 500 पेज की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की गई।
इसमें 100 गवाहों के बयान लिए गए।
जांच में सामने आया कि अंकिता ने स्पेशल सर्विस देने से मना किया था। इसके बाद पुलकित आर्य ने उसका यौन शोषण शुरू कर दिया।
रिजॉर्ट के कमरा नंबर 106 में मैनेजर सौरभ भास्कर ने भी कई बार रेप की कोशिश की।
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इन धाराओं के तहत आरोप तय
केस का मुख्य गवाह विवेक आर्य है। वह रिजॉर्ट में ही काम करता था। तीनों आरोपियों पर धारा 302 (हत्या), 201 (साक्ष्य छिपाना) और अनैतिक देह व्यापार अधिनियम के तहत आरोप तय किए गए।