Chunav-Aayog-Vote-Chori-Aarop-EC-Response-Rahul-Gandhi-2025
नई दिल्ली: राहुल गांधी की ‘वोट अधिकार यात्रा’ के बाद चुनाव आयोग ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विपक्ष के “वोट चोरी” के आरोपों पर जवाब दिया। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बिना किसी का नाम लिए स्पष्ट किया कि चुनाव आयोग किसी राजनीतिक दल के पक्ष या विपक्ष में नहीं है, बल्कि सभी को समान दृष्टि से देखता है।
📌 चुनाव आयोग का बड़ा बयान – “हमारे लिए कोई पक्ष या विपक्ष नहीं”
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा, “चुनाव आयोग के लिए न कोई पक्ष है, न विपक्ष। सभी राजनीतिक दल हमारे लिए बराबर हैं। आयोग अपने संवैधानिक कर्तव्यों का पालन पूरी पारदर्शिता के साथ करता है।”
उन्होंने राहुल गांधी का नाम लिए बिना मतदाताओं की तस्वीरें और पहचान सार्वजनिक करने पर कड़ा ऐतराज़ जताया। उन्होंने कहा कि यह गलत है और मतदाताओं की निजी जानकारी किसी भी परिस्थिति में सार्वजनिक नहीं करनी चाहिए।
📌 बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR)
ज्ञानेश कुमार ने बताया कि पिछले 20 वर्षों से लगभग सभी राजनीतिक दल मतदाता सूची में त्रुटियाँ सुधारने की मांग कर रहे थे। इसी को ध्यान में रखते हुए बिहार से स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) शुरू किया गया है। इस प्रक्रिया में 1.6 लाख बूथ लेवल एजेंट (BLA) और अधिकारियों ने मिलकर एक प्रारूप तैयार किया है।
Chunav-Aayog-Vote-Chori-Aarop-EC-Response-Rahul-Gandhi-2025
📌 “18 साल का हर नागरिक बने मतदाता”
उन्होंने कहा कि संविधान के अनुसार, हर 18 वर्ष का नागरिक मतदाता बने और मतदान भी करे। यही लोकतंत्र की ताकत है।
📌 “मतदाताओं की गोपनीयता सर्वोपरि”
सीईसी ने विपक्ष द्वारा मतदाताओं की तस्वीरें मीडिया में साझा करने पर नाराजगी जताई। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या किसी की माताओं, बहुओं या बेटियों के सीसीटीवी फुटेज साझा करना उचित है? उन्होंने कहा कि यह मतदाताओं की निजता का उल्लंघन है।
📌 “वोट चोरी का आरोप निराधार”
ज्ञानेश कुमार ने कहा कि भारत में चुनाव प्रक्रिया बेहद पारदर्शी है। “एक करोड़ से अधिक कर्मचारी, 10 लाख से अधिक बूथ एजेंट और 20 लाख से अधिक पोलिंग एजेंट्स चुनाव प्रक्रिया में शामिल रहते हैं। इतनी पारदर्शी व्यवस्था में वोट चोरी संभव ही नहीं है। गलत आरोपों से न तो आयोग डरता है और न ही मतदाता।”
📌 “चुनाव आयोग भारत की जनता के साथ”
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि जब आयोग पर राजनीति का दबाव डालने की कोशिश होती है, तब भी आयोग मजबूती से खड़ा रहता है। “हम गरीब, अमीर, महिला, पुरुष, युवा और बुजुर्ग सभी मतदाताओं के साथ चट्टान की तरह खड़े हैं और हमेशा खड़े रहेंगे।”