COVID-19 vaccine 216 cr doses will available in India from Aug to Dec 2021
नई दिल्ली:भारत में कोरोना वैक्सीनेशन की रफ्तार अब थम सी गई है।
दिल्ली,महाराष्ट्र,कर्नाटक और तेलंगाना सहित कई राज्य कोविड-19 वैक्सीन की कमी से जूझ रहे है।
ऐसे में केंद्र सरकार ने गुरुवार को एलान किया है कि देशवासियों को अगस्त से दिसंबर के मध्य पांच महीनों में कोरोना वैक्सीन के 216 करोड़ डोज उपलब्ध कराएं (COVID-19 vaccine 216 cr doses will available in India from Aug to Dec 2021)जाएंगे,
जोकि भारत की पूरी आबादी का वैक्सीनेशन करने में पर्याप्त होंगे।
दरअसल, गुरुवार को केंद्र सरकार के सलाहकार और नीति आयोग में स्वास्थ्य विभाग के सदस्य वीके पॉल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
उन्होंने बताया कि देश को उपलब्ध होने वाली 200 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन में AstraZeneca की वैक्सीन (कोविशील्ड) की 75 करोड़ और कोवैक्सीन की तकरीब 55 करोड़ डोज शामिल होंगी।
ब्रिटेन की एस्ट्राजेनका वैक्सीन Covishield का भारत में निर्माण सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) द्वारा किया जा रहा है।
जबकि देसी वैक्सीन covaxin का निर्माण देश में भारत बायोटेक द्वारा ICMR के सहयोग से किया जा रहा है।
उन्होंने यह भी बताया कि अगले हफ्ते देश में रूसी एंटी कोविड वैक्सीन स्पूतनिक वी भी उपबल्ध हो सकती है।
नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने बताया कि इस वर्ष (2021)देश में आगामी पांच महीने में दो अरब डोज (216 crore) कोरोना वैक्सीन के भारत के लिए बनाएं जाएंगे।
अब कोरोना वैक्सीन सभी के लिए जल्द ही उपलब्ध हो (COVID-19 vaccine 216 cr doses will available in India from Aug to Dec 2021)सकेगी।
साथ ही अगले साल 2022 के पहले क्वार्टर में यह कोरोना वैक्सीनेशन की संख्या बढ़कर 300 करोड़ तक पहुंच सकती है।
वीके पॉल ने कहा, “मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि रूस की वैक्सीन स्पूतनिक-V के अगले हफ्ते बाजार में उपलब्ध होने की उम्मीद है।
हमें उम्मीद हैं कि रूस से जो सीमित आपूर्ति हुई है, उसकी बिक्री अगले सप्ताह शुरू होगी।”
उन्होंने कहा कि आगे वैक्सीन की आपूर्ति होती रहेगी और इसका उत्पादन जुलाई में शुरू होगा।
बकौल पॉल इस अवधि में Sputnik V की अनुमानित 15.6 करोड़ खुराक उपलब्ध होगी।
गौरतलब है कि इस समय देश में कोरोना वैक्सीनेशन की बड़ी मांग है लेकिन इसके आगे घरेलू सप्लाई कम पड़ रही है।
दिल्ली,महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में वैक्सीन की कमी से वैक्सीनेशन सेंटर बंद करने पड़ गए है और लोगों को अब वैक्सीन नहीं मिल पा रही है।
जबकि भारत वैक्सीन उत्पादन का ग्लोबल हब है फिर भी अभी तक भारत में 3 फीसदी से भी कम आबादी को कोरोना का टीका लगा पाया है।
कुछ राज्य और केंद्र शासित प्रदेश जिनमें दिल्ली, महाराष्ट्र, कर्नाटक और तेलंगाना शामिल हैं, ने एंटी-कोरोना वायरस शॉट को खरीदने के लिए ग्लोबल टेंडर जारी करने का निर्णय किया है।
कोरोना वैक्सीन की कमी के संकट में देश को डालने के लिए विपक्ष भी मोदी सरकार पर हमलावर है।
विपक्ष ने सरकार द्वारा देश की जरूरत को दरकिनार करके विदेश में वैक्सीन भेजने को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है।
इस समय जब केंद्र सरकार ने वैक्सीन का ‘भार’ राज्य सरकारों पर डाल दिया है, कई जगह वैक्सीन का स्टॉक की कमी होने की शिकायतें सामने आ रही है।
गौरतलब है कि भारत में इस समय कोरोनावायरस(Coronavirus) की घातक दूसरी लहर चल रही है।
ऐसे में वैक्सनी की कमी से न केवल केसों में इजाफा हुआ है बल्कि मौतों की संख्या भी बढ़ती जा रही है।
ऐसे में कोरोना केसों की संख्या में इजाफा हुआ है
ऐसे में वैक्सीन की कमी और स्वास्थ्य व्यवस्था की लचर अवस्था ने देश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार को और ज्यादा तेज कर दिया है।
देश के अधिकतर शहरों के अस्पताल इस समय बेड व ऑक्सीजन की समस्या का सामना कर रहे हैं।
एक बार फिर देश के कई राज्यों में लॉकडाउन(Lockdown) लग गया है, जिसके चलते कोरोना केसों में थोड़ी कमी आई है लेकिन यह उपाय लंबे समय तक अपनाने से अर्थव्यवस्था और ज्यादा गर्त में जा सकती है।
अभी भी तीन लाख से ज्यादा केस देश में रोजाना दर्ज हो रहे हैं।
COVID-19 vaccine 216 cr doses will available in India from Aug to Dec 2021