Farmers’ tractor rally on-republic-day-chaotic
नई दिल्ली:गणतंत्र दिवस(Republic Day)पर किसानों के एक धड़े ने ट्रैक्टर रैली को अराजक कर दिया(Farmers’ tractor rally on-republic-day-chaotic) है।
दिल्ली के आईटीओ पर हंगामा करने के बाद ट्रैक्टर लेकर दर्जन भर किसान लाल किला पहुंच गए है। किसानों ने तिरंगा के साथ अपना झंड़ा भी अलग से लगाया है।
किसानों ने कहा है कि अब वह वापस अपने प्रदर्शन स्थल पहुंच जाएंगे। उन्हें सिर्फ सरकार के समक्ष अपना शक्ति प्रदर्शन करना था। कुछ किसान दिल्ली के अंदर तो आ गए है
लेकिन वापस जाने का रास्ता उन्हें पता ही नहीं है। गाजीपुर के कुछ किसानों ने कहा कि हमें वापस जाने का रास्ता समझ नहीं आ रहा है।
ताजा रिपोर्ट के अनुसार, फिलहाल आईटीओ में हालात शांत हो गए है। अभी सैकड़ों किसान लाल किले के अंदर मौजूद है।
कुछ किसानों ने लाल किला के परिसर में भी प्रवेश कर लिया है। दिल्ली पुलिस को उन्हें रोकने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़ गए है। किसान और पुलिस आमने-सामने है।
देश एक ओर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में गणतंत्र दिवस(Republic Day 2021)समारोह मना रहा था तो दूसरी ओर पहले से प्रस्तावित किसानों की ट्रैक्टर रैली (Farmers’ tractor rally) 26 जनवरी को अपने तय समय से पूर्व ही सुबह 8:45 बजे शुरू हो गई।
हजारों की संख्या में किसान यूनियन के एक धड़े ने ट्रैक्टर रैली के लिए तय समय से पहले ही बैरिकेड तोड़कर दिल्ली की सीमा में प्रवेश किया। किसानों की ट्रैक्टर रैली अराजक हो(Farmers’ tractor rally on-republic-day-chaotic)गई।
नतीजा पुलिस को किसानों को रोकने के लिए कुछ-कुछ जगह लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले भी छोड़ने पड़े।
केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों (New Farm Laws) के विरोध में बीते तीन महीनों से दिल्ली के बॉर्डर पर बैठे हजारों किसानों की प्नमुख यूनियन किसान संयुक्त मोर्चा ने दिल्ली पुलिस से गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर रैली (Farmers Tractor Parade) निकालने की अनुमति मांगी थी।
दिल्ली पुलिस ने किसानों की ट्रैक्टर रैली को गणतंत्र दिवस परेड खत्म होने के बाद 12 बजे निकालने की मंजूरी दी थी।
लेकिन जब राजपथ पर गणतंत्र दिवस समारोह (Republic Day Parade) चल ही रहा था तब किसानों का एक धड़ा दिए गए समय से पहले ही सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर बैरिकेट्स तोड़कर दिल्ली की सीमा में घुस गया। नतीजा घमासान मच (Farmers’ tractor rally on-republic-day-chaotic)गया।
किसानों ने अक्षरधाम के भी बैरिकेड्स तोड़(farmers beak barricades) दिए। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए दिल्ली पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने (Delhi Police fire tear gas)पड़े।
हालांकि पुलिस ने दावा किया था कि गणतंत्र दिवस पर दिल्ली आने वाले सभी बॉर्डर सील है, लेकिन किसानों के हंगामे के कारण पुलिस का इन्हें संभालना चुनौतीपूर्ण हो गया।
किसानों के जिस जत्थे ने बैरिकेड्स तोड़कर दिल्ली में प्रवेश किया उन्होंने दिल्ली के ITO पर पहुंचकर पुलिस की बस पर कब्जा कर लिया।
यह जत्था किसान संयुक्त मोर्चा का नहीं है जिन्होंने दिल्ली पुलिस से किसान ट्रैक्टर रैली 12 बजे निकालने की अनुमति मांगी थी बल्कि यह किसानों का वो जत्था है जिसके प्रमुख सतनाम सिख पन्नू है।
मुकरबा चौक पर दिल्ली पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्च भी किया है। इतना ही नहीं, गाजीपुर में भी किसानों पर लाठीचार्ज हुआ है।
इससे पहले पुलिस ने जानकारी दी थी कि रैली के चलते गाजियाबाद से दिल्ली में एंट्री (Ghaziabad to Delhi) करने वाले सभी बॉर्डर सील कर दिए गए हैं।
किसी भी बॉर्डर से दिल्ली में दाखिल होने की इजाजत नहीं होगी। वहीं किसानों के एक समूह ने रैली के रूट पर असहमति जताते हुए अलग रूट से टैक्टर परेड निकालने की बात कही है।
इसके अलावा आनंद विहार, सूर्य नगर, अप्सरा बॉर्डर और भोपुरा बॉर्डर पूरी तरह से सील कर दिए गए हैं. दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए एडवाइजरी जारी की है।
दिल्ली पुलिस के अनुसार वजीराबाद रोड, ISBT रोड, GT रोड, पुश्ता रोड, विकास मार्ग, NH-24, रोड नंबर 57 और नोएडा लिंक रोड पर भारी जाम है, इन रास्तों के इस्तेमाल बचें।
वहीं ट्रैक्टर रैली से एक दिन पहले किसान मजदूर संघर्ष समिति (Kisan Mazdoor Sangharsh Committee) ने घोषणा की है कि वह संयुक्त किसान मोर्चा और पुलिस द्वारा तय किए गए ट्रैक्टर परेड के रूट को लेकर सहमत नहीं है।
इस समूह ने कहा है कि वे दिल्ली (Delhi) के बाहरी रिंग रोड पर जाएंगे. इससे उनके पुलिस के साथ संघर्ष होने की आशंका बढ़ गई है. पुलिस ने किसानों के समूहों के साथ बैठकों के सिलसिले के बाद सीमा पर तीन स्थानों पर मार्गों को चाक-चौबंद कर दिया है।
दिल्ली पुलिस के प्रमुख एसएन श्रीवास्तव ने कहा कि “कुछ ऐसे राष्ट्र विरोधी तत्व हैं जो उकसाने का काम कर रहे हैं. कुछ लोग हैं जो इस किसान रैली का लाभ उठाना चाहते हैं।”
सिंघु सीमा पर किसानों ने शुक्रवार को एक युवक को हिरासत में लिया और बाद में उसे पुलिस को सौंप दिया. उस व्यक्ति ने दावा किया कि उसे एक पुलिसकर्मी ने ट्रैक्टर रैली को बाधित करने और विरोध प्रदर्शन को तोड़ने के लिए प्रशिक्षित किया गया था. रैली के लिए भारी सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं।
Farmers’ tractor rally on-republic-day-chaotic