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गुजरात(Gujarat)के वडगाम विधायक और दलित नेता जिग्नेश मेवाणी(Jignesh Mevani) को कोर्ट ने तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया(Gujarat-dalit-leader-Jignesh-Mevani-went-3-days-police-remand) है।
असम पुलिस(Assam-Police) ने जिग्नेश मेवाणी को गिरफ्तार किया था।
उन्हें गुजरात के पालनपुर सर्किट हाउस से बुधवार की रात तकरीबन 11 बजे असम पुलिस ने गिरफ्तार(Dalit-leader-Jignesh-Mevani-arrested-by-Assam-Police-from-Gujarat)किया गया था।
अहमदाबाद कोर्ट में पेशी के बाद जिग्नेश को असम ले जाएं जाने की खबर है।
उन्हें एक विवादित ट्वीट के लिए हिरासत में लिया गया है।मेवाणी ने सितंबर 2021 में कांग्रेस(Congress)को समर्थन दिया था।
प्राप्त मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक,वडगाम विधायक व दलित नेता जिग्नेश मेवाणी को पीएम मोदी के खिलाफ किए गए उनके ट्वीट को लेकर गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने कथित तौर पर कुछ ट्वीट्स किए थे और “गोडसे” का नाम लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Narendra Modi) से गुजरात में सांप्रदायिक झड़पों के खिलाफ शांति और सद्भाव की अपील करने को कहा था।
जानकारी के मुताबिक जिग्नेश मेवाणी बुधवार को पालनपुर में रुके थे वहीं के सर्किट हाउस से पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किय और अब कोर्ट में पेशी के बाद उन्हें तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेज(Gujarat-dalit-leader-Jignesh-Mevani-went-3-days-police-remand)दिया गया है।
उनके समर्थकों का आरोप है कि असम पुलिस की ओर से उनको एफआईआर की कॉपी नहीं दी गई जो कथित रूप से उनके खिलाफ दर्ज है।
बता दें कि जिग्नेश मेवाणी गुजरात कांग्रेस के दलित चेहरा हैं और उनकी गिरफ्तारी ऐसे समय में हुई है जब इसी साल के अंत में गुजरात में विधानसभा चुनाव(Gujarat assembly elections 2022) होने हैं।
इस बीच खबर है कि कांग्रेस नेताओं के समर्थक आज 21 अप्रैल को राष्ट्रीय राजधानी में ‘संविधान बचाओ, देश बचाओ’ के नारों के साथ उनकी गिरफ्तारी का विरोध करेंगे।
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