Lakhimpur-kheri-Case-Ashish-Mishra’s-bail-application-rejected
नई दिल्ली:लखीमपुर खीरी हिंसा में किसानों को कुचलने के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा(Ashish-Mishra)की जमानत अर्जी खारिज हो गई है।
सीजेएम (CJM) कोर्ट ने आशीष मिश्रा की जमानत अर्जी खारिज कर दी (Lakhimpur-kheri-Case-Ashish-Mishra’s-bail-application-rejected)है।
अंकित दास,लतीफ उर्फ काले जेल भेज दिए गए(Ankit Das in judicial custody for 14 days) है। उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
शेखर भारती तीन दिन की पुलिस रिमांड पर।14अक्टूबर से रोजाना 12 घंटे रिमांड रहेगी।
इधर लखीमपुर हिंसा(Lakhimpur-kheri-Violence)मामले में केंद्रीय राज्य गृहमंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर आज कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल राहुल गांधी की अगुवाई में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से (Congress delegation met President) मिला।
इतना ही नहीं, कांग्रेस ने किसानों की मांग को दोहराते हुए राष्ट्रपति से कहा कि हम सीटिंग जज से इस मामले की जांच करवाना चाहते है।
कांग्रेस की ओर से प्रियंका गांधी ने कहा कि हम शहीदों के परिवारों की ओर से उनकी मांगों को लेकर आज राष्ट्रपति से मिले है।
आपको बता दें कि लखीमपुर हिंसा का मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा मोदी कैबिनेट में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री है। पुलिस-सीबीआई प्रशासन उनके अंतर्गत आता है।
इससे किसानों और कांग्रेस को आशंका है कि जांच निष्पक्ष नहीं हो सकेगी। इसलिए उन्हें पद से हटाने के लिए आज कांग्रेस ने राष्ट्रपति से मिलकर उन्हें ज्ञापन दिया गया है।
सुप्रीम कोर्ट ने भी यही आशंका जताई है। अब आज इस मामले पर चीफ ज्युडिशियल मजिस्ट्रेट की कोर्ट ने आशीष मिश्रा की जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए उसे खारिज कर दिया है।
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क्या है पूरा मामला?
3 अक्टूबर को लखीमपुर(Lakhimpur Kheri) हिंसक झड़प में चार किसान, एक स्थानीय पत्रकार और एक भाजपा कार्यकर्ता सहित आठ लोगों की मौत हो गई थी।
आशीष मिश्रा इस मामले में मुख्य आरोपी है। आरोप है कि जिस थार जीप से किसानों को कुचला गया था वह आशीष मिश्रा ही चला रहा था।
मामले के राजनीतिक तूल पकड़ने बाद पुलिस ने आशीष मिश्रा को पूछताछ के लिए समन भेजकर बुलाया गया लेकिन वह पहले दिन (शुक्रवार) को क्राइम ब्रांच के ऑफिस नहीं पहुंचा।
इसके बाद एक और समय जारी किया गया तब जाकर अगले दिन शनिवार को पेश हुआ और करीब 12 घंटे की पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार किया गया था।
डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल ने मीडिया को जानकारी दी कि आशीष मिश्र जांच में सहयोग नहीं कर रहे। इसलिए उन्हें गिरफ्तार किया जाता(Ashish Mishra arrested) है।
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